हिंदू धर्म में मंदिरों में अपने आराध्य, अपने भगवान की पूजा करने जाना मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा है। लेकिन, मंदिर में दोपहर के समय जाना भी शुभ नहीं माना जाता। तो चलिए जानते हैं मंदिर में दोपहर के समय जाने की मनाही क्यों होती है?
Mahadev Jhulelal Temple Accident: इंदौर में रामनवमी के दिन दर्दनाक हादसा हो गया. वहां के बेलेश्वर झूलेलाल मंदिर में लोग भगवान राम के जन्मोत्सव के उल्लास में डूबे थे. मंदिर में पूजा पाठ चल रहा था. उसी दौरान कुएं के ऊपर की छत ढह गई जिसमें 35 लोगों की डूबकर मौत हो गई.
ये मंदिर है बिहार की राजधानी पटना में। पटना रेलवे स्टेशन के ठीक सामने बना वीर महावीर का ये मंदिर अति सिद्ध बताया जाता है। हर वर्ष लाखों यात्री इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। ये महावीर मंदिर उत्तर भारत में सबसे अधिक दर्शन किए के लिए दूसरे स्थान पर आता है।
आज भाद्रपद शुक्ल पक्ष की उदया तिथि सप्तमी और सोमवार का दिन है। सप्तमी तिथि आज दोपहर 3 बजकर 10 मिनट तक रहेगी । उसके बाद अष्टमी तिथि लग जाएगी ।
आज हम आपको लेकर चल रहे हैं भोलेनाथ की नगरी काशी। जहां हनुमान जी का एक पुरातन मंदिर मौजूद है जिसका नाम है बनकटी हनुमान मंदिर। काशी के प्राचीन हनुमान मंदिरो में से एक है बनकटी हनुमान जी का मंदिर। कहा जाता है यहां 41 दिन दर्शन करने मात्र से सारी मनोकामनाये पूरी हो जाती हैं।
स्टडी रूम में टेबल के लिये नॉर्थ-ईस्ट कोने का चुनाव करें। इस जगह को साफ-सुथरा रखना चाहिए। साथ ही स्टडी टेबल पर एक क्रिस्टल का ग्लोब भी रखना चाहिए। इससे बच्चे नयी चीज़ों को जानने के लिये और अधिक उत्सुक होंगे। साथ ही स्टडी टेबल को ज्यादा भरकर नहीं रखना चाहिए।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जिन लोगों का मूलांक 5 है।. उनका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। साथ ही मौसम का लुत्फ भी उठायेगें।
ये मंदिर पुरानी दिल्ली के यमुना बाजार इलाके में स्थित है। यहां पर हनुमान जी को मरघट वाले बाबा हनुमान कहा जाता है। असल में यहां सामने ही मरघट है। कहा जाता है कि रामायण काल में हनुमान जी जब संजीवनी बूटी लेकर जा रहे थे।
कुशाल बिहारी मंदिर गुजरात के डाकोर में स्थित है। इस मन्दिर का निर्माण भरतपुर के बंसी पहाड़पुर से पत्थर लाकर करवाया गया। मंदिर की वास्तुशैली राजस्थानी है। बरसाना आने वाले भक्त इस मंदिर में भी दर्शन करने पहुंचते हैं।
आज दर्शन करिए राजस्थान के एक ऐसे गणेश मंदिर के दर्शन जहां मनचाहे जीवनसाथी की प्रार्थना फल लाती है। नाम है गुरु गणेश मंदिर और ये मंदिर है जोधपुर में जोधपुर की संकरी गलियों में स्थापित गुरु गणेश मंदिर की मान्यता दूर दूर तक फैली है।
आज भगवान शिव के एक ऐसे अद्भुत मंदिर के दर्शन करिए जो दिन में दो बार पानी में डूब जाता है और थोड़ी ही देर बाद फिर से दर्शन देने लगता है।
मोती डूंगरी गणेश मंदिर राजस्थान के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहां दूर-दूर से लोग दर्शनों के लिए आते हैं। भगवान गणेश का यह मंदिर जयपुर वासियों की आस्था का प्रमुख केंद्र है।
गिरिजात्मज गणपति मंदिर, पुणे-नाशिक मार्ग के पास लेन्याद्री की पहाड़ियों पर बना है। यहां गुफा की एक दीवार पर विनायक की मुर्ति उभरी हुई है। माना जाता है कि ये मूर्ति स्वयंभु है।
उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ में कुशफरा का जंगल है। इसी जंगल में भगवान शनि का ये प्राचीन और पौराणिक मंदिर है। मान्यता है कि ये ऐसा स्थान है कि यहां आते भी भक्तगण भगवान शनि की कृपा का पात्र बन जाता है। इस मंदिर में प्रत्येक शनिवार शनि देव को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है।
ये मंदिर जम्मू शहर में स्थित है...यह राम मंदिर आकर्षक वास्तुकला का नमूना है। इस मंदिर को 1835 में महाराजा गुलाब सिंह ने बनवाना शुरू किया था और इसका पूर्ण निर्माण महाराजा रणजीतसिंह के काल में हुआ। इस मंदिर परिसर में 7 ऐतिहासिक धार्मिक स्थल मौजूद है। मंदिर के भीतर की दीवारों पर तीन तरफ से सोने की परत चढ़ी हुई है। माँ वैष्णो देवी जाने वाले अधिकतर भक्त इस मंदिर के दर्शन करने पहुंचते हैं।
ये मंदिर ओडिसा टिटलागढ़ में स्थित है। इस मंदिर को अति प्रचीन बताया जाता है। यहां गुफा रूपी मंदिर में भोले नाथ का पवित्र शिवलिंग स्थापित है। लेकिन इस मंदिर में जो सबसे खास बात है वो है यहां का तापमान।
कमलेश्वर मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ नामक स्थान में स्थित है। इस मंदिर को करीब 1200 वर्ष पुरातन बताया जाता है। मंदिर में स्थापित नृसिंह भगवान की मूर्ति के बारे में बताया जाता है कि ये मूर्ति स्वयंभू है और शालीग्राम पत्थर से बनी हुई है।
सिद्ध पीठ चूड़ामणि मंदिर उत्तराखंड के चुड़ियाला गांव में स्थित है। यह मंदिर संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ति करने के लिए विशेष माना जाता है। ये मंदिर में 51 शक्तिपीठों में से एक है। ऐसी मान्यता है कि यहां पर देवी सती का चूड़ामणि गिरा था।
जाखू हनुमान मंदिर के दर्शन। ये मंदिर हिमाचल की राजधानी शिमला में जाखू नाम की पहाड़ी पर स्थित है। इस मंदिर में हनुमान जी की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है। मान्यता है कि हनुमान जी जब घायल हनुमान जी के लिए संजीवनी बूटी लेने जा रहे थे तब उन्होंने इस मंदिर के पास विश्राम किया था।
मध्यप्रदेश के ओरछा में भगवान राम का एक पुरातन मंदिर है। खास बात ये है कि यहां राम जी को भगवान के रूप में नहीं बल्कि ओरछा के राजा के रूप में पूजा जाता है। राजा राम यहां मंदिर में महल में विराजमान है।
संपादक की पसंद