आज करिए शीतला माता मंदिर के दर्शन। यह मंदिर गुरुग्राम में स्थित माता शीतला का मंदिर प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। विश्व भर में प्रसिद्ध माता शीतला का यह 500 साल प्राचीन मंदिर दुनिया भर के भक्तो का आस्था का केंद्र है।
आज करिए भूतेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में मौजूद भूतेश्वर महादेव का अर्धनारीश्वर प्राकृतिक शिवलिंग है। जो राजधानी रायपुर से 90 किमी दूर गरियाबंद के घने जंगलों में बसा है।
आज करिए प्राचीन यंत्रोद्धारक हनुमान मंदिर के दर्शन। यह मंदिर कर्नाटक के हंपी नामक स्थान पर स्थित है। यहां हनुमान जी की प्रतिमा काफी अद्भुत है।
आज हम आपको कराने जा रहे हैं महागणपति मंदिर के दर्शन। ये मंदिर महाराष्ट्र के रांजणगांव में स्थित है। अष्टविनायक मंदिरों में से एक ये मंदिर भगवान गणेश के भक्तों में खास मान्यता रखता है। इस मंदिर में भगवान गणेश की मूर्ति काफी अद्भुत बताई जाती है।
ऋषिकुमार स्वामी ने कहा, मैंने कई बार श्रीरंगपटना शहर का दौरा किया था, लेकिन मस्जिद के पास कभी नहीं गया था।
आज करिए डाकोर के रणछोड़ जी मंदिर के दर्शन। ये मंदिर गुजरात के डाकोर में स्थित है। डाकोर के मुख्य बाजार में गोमती झील के किनारे स्थित इस मंदिर का गुंबद 27 मीटर ऊंचा है।
आज करिए कालीनाथ महाकालेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन। देवभुमि हिमाचल के कांगड़ा में देहरा नामक स्थान पर कालीनाथ महाकालेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। ये मंदिर यहां बह रही व्यास नदी के पवित्र तट पर बना हुए है। ये मंदिर धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र माना जाता है।
आज करिए हैं मां क्षीर भवानी के दर्शन। माता का ये दिव्य मंदिर कश्मीर में गांदरबल में तुलमुला नामक स्थान पर एक झरने के पास स्थित है। ये मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना बताया जाता है।
आज द्वारिकाधीश मंदिर के दर्शन करिए। ये मंदिर भगवान कृष्ण भगवान को समर्पित है। मुख्य मंदिर 72 स्तंभों द्वारा समर्थित 5 मंजिला इमारत का है। इसे जगत मंदिर या निज मंदिर के रूप में जाना जाता है।
वास्तु के अनुसार पूजा घर के लिए दिवारों पर हल्के पीले रंग का इस्तेमाल शुभ माना जाता है और फर्श के लिए हल्के पीले या सफेद रंग के पत्थर का चुनाव करना चाहिए।
आज करिए काशी नगरी प्राचीन हनुमान मंदिर के दर्शन। मंदिर का नाम बनकटी हनुमान मंदिर हैं, जो काशी के प्राचीन हनुमान मंदिरो में से एक है। बनकटी हनुमान जी का मंदिर के बारे में कहा जाता है यहां 41 दिन दर्शन करने मात्र से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं ।
हिमाचल में कुल्लु घाटी में व्यास नदी के पास भगवान शिव का ये अनोखा मंदिर स्थापित है। यहां के लोगों का मानना है कि यहां हर वर्ष के बार बिजली गिरती है।
आज करिए श्री ज्वालेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन। श्री ज्वालेश्वर महादेव मंदिर मध्यप्रदेश के अमरकंटक से 8 किलोमीटर दूर शहडोल रोड पर स्थापित है। यह खूबसूरत मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
उत्तराखंड के रानीखेत में स्थित ये मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और इसे झूला देवी के रूप में जाना जाता है। इसका कारण ये है कि यहाँ देवी मां के दर्शन पालने पर बैठे हुए होते हैं । स्थानीय लोगों के अनुसार यह मंदिर 700 वर्ष पुराना है।
हेमा मालिनी ने कहा, ‘‘प्यार और स्नेह के प्रतीक भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा की सांसद होने के नाते, मैं कहूंगी कि एक भव्य मंदिर होना चाहिए। एक मंदिर पहले से ही है और मोदी जी द्वारा विकसित काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह इसे नया रूप दिया जा सकता है।’’
राष्ट्रपति और प्रथम महिला सविता कोविंद ने जीर्णोद्धार किए गए श्री रमणा काली मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
यह मंदिर पवित्र वृंदावन धाम में स्थित है। यह मंदिर वैसे तो पूरी तरह से दक्षिण भारतीय शैली में बना हुआ है परंतु इसमें बने सात दरवाजों में से 2 द्वार राजस्थानी शैली में बने हुए हैं। मुख्य रूप से ये मंदिर भगवान रंगनाथ जी को समर्पित है
स्वर्वेद महामंदिर में इसके अलावा 3 लाख घन फीट में ही नक्काशी दार गुलाबी सैंडस्टोनका प्रयोग हो रहा है।
योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने अपराधियों को सत्ता का नहीं बल्कि जेल के दरवाजे खोल दिए हैं। कब्रिस्तान में खर्च होने वाले पैसे से अब तीर्थ स्थलों का विकास कराया जा रहा है। विकास परियोजनाओं को सभी समाज व जिलों तक पहुंचाया जा रहा है।
आज रेणुका माता के पवित्र मंदिर के दर्शन करिए। यह सिद्ध मंदिर महाराष्ट्र के नांदेड जिले के माहूर नामक स्थान पर बना है. माहूर में एक प्राचीन किला है जिससे लगभग दो किलोमीटर दूरी पर ये माता रेणुका का ये मंदिर स्थित है।
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