भविष्यवाणी में आज आचार्य इंदु प्रकाश के साथ करिए Haridwar के प्रसिद्द मनसा देवी मंदिर के दर्शन। जानिए क्यों है यह मंदिर ख़ास।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर मंदिर का दौरा करने के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि तोड़फोड़ की सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति नजर आया। आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और ऐसी घटना दोबारा नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
दक्षिणी दिल्ली के नगर निगम के मेयर मुकेश सूर्यन ने 4 अप्रैल को SDMC के कमिश्रनर को एक पत्र लिखकर नवरात्र के मौके पर मंदिर के करीब खुले मीट बेचने वाली दुकानों को 11 अप्रैल तक बंद रखने और साफ-सफाई के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने के लिए कहा है।
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी द्वार पर रविवार की शाम एक युवक ने धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की और सुरक्षा में तैनात दो आरक्षियों पर धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया।
एलओसी के पास शारदा भवानी मंदिर का फिर से पुनर्निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द ही कश्मीर घाटी में एक बार फिर मंदिरों के घंटियों की गूंज सुनाई देगी।
शनिवार को मां शैलपुत्री की पूजा के साथ ही गोरखनाथ मंदिर मठ के प्रथम तल स्थित शक्ति मंदिर में दुर्गा सप्तशती पाठ शुरू हो जाएगा।
आज हम आपको लेकर चल रहे हैं श्रीनगर। यहां के हब्बा कदर इलाके में स्थित है भगवान शिव को समर्पित शीतल नाथ मंदिर। शीतलनाथ मंदिर 31 साल की लंबी अवधि के बाद बंसत पंचमी के अवसर पर खोला गया है।
आज हम आपको लेकर जा रहे हैं कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु, जहां स्थापित है गणेशजी का एक पुरातन मंदिर। इस मंदिर को पंचमुखी गणेश मंदिर भी कहा जाता है। ये मंदिर बेंगलुरु के हनुमंतनगर में स्थापित है। यहां पंचमुखी गणेश की मूर्ति 30 फीट ऊंचे गोपुरम पर विराजमान हैं।
भाजपा विधायक अनिल एस बेनके ने सोमवार को कहा कि हर व्यक्ति अपना कारोबार कर सकता है और यह फैसला लोगों को करना है कि वह कहां से क्या खरीदते हैं। कर्नाटक के कुछ हिस्सों में मंदिरों के सालाना मेले और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में मुस्लिम व्यापारियों को अनुमति देने से इनकार पर भाजपा विधायक ने असहमति जताई है।
सीएम केसीआर का यादाद्री ड्रीम प्रोजेक्ट है। उन्होंने इस मंदिर के भव्य उद्घाटन की योजना बनाई थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसमें देरी हुई। मंदिर का निर्माण पूरा करने में 4 साल लग गए।
पहले इस मंदिर को श्रीराम आश्रम कहा जाता था। इस मंदिर की स्थापना भगवान राम के अन्नय भक्त स्वामी श्री राम ने की थी। खास बात ये है कि इस मंदिर में हर दिवाली पर हजारों की संख्या में साधुओं को कंबल बांटे जाते हैं।
आज करिए बेदी हनुमान मंदिर के दर्शन। यह मंदिर उड़ीसा के पुरी में स्थित है। ऐसी मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ ने हनुमान जी को समुद्र को नियंत्रित करने के लिए नियुक्त किया था। लेकिन हनुमान जी बार बार भगवान जगन्नाथ जी, सुभद्रा जी और बलराम जी के दर्शन की लालसा लिए नगर में आ जाते थे और उनके पीछे पीछे समुद्र भी नगर में प्रवेश कर जाता था।
हनुमान धारा मंदिर उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी चित्रकूट में स्थित है। ये दिव्य मंदिर पर्वतमाला के मध्य में स्थित है। खास बात ये है कि इस मंदिर के ऊपर से ठंडे जल की एक धारा निकलती है जो हनुमान जी को छूती हुए नीचे एक कुंड में जाती है।
पुलिस उपायुक्त हरीश चंदर ने बताया कि स्थानीय पुलिस को बहलोलपुर गांव में एक शिव मंदिर के अंदर तोड़फोड़ के बारे में सूचना मिली थी। उन्होंने कहा, ‘‘फोरेंसिक विशेषज्ञों और श्वान दस्ता के साथ पुलिस की एक टीम तुरंत घटनास्थल पहुंची, जहां एक मूर्ति क्षतिग्रस्त हालत में मिली।’’
स्वास्थ्य विभाग ने कहा- 'कोविड मामलों में देश भर में कमी आने और महामारी की स्थिति में सुधार को देखते हुए, श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने रविवार को मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति देने का निर्णय लिया है।'
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक मंदिर को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है। कट्टरपंथियों ने मंदिर में तोड़फोड़ की और लूटपाट की। जानिए बांग्लादेश में मंदिर पर हमले का क्या है मामला, क्या था कारण, किसने क्या दावा किया?
ये मंदिर मध्य प्रदेश के पन्ना में स्थापित है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान जुगल किशोर की यह मूर्ति हरिराम व्यास को विक्रमी संवत् 1620 की माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी को वृंदावन के किशोर वन में मिली थी।
आज करिए त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग के पवित्र दर्शन । यह मंदिर महाराष्ट्र के नासिक शहर में स्थित त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग को बहुत पवित्र माना जाता है। माना जाता है यह स्थान प्राचीन काल में गौतम श्रृषि की तपोभूमि था। अपने पर लगे गौहत्या के पाप को मिटाने के लिए उन्होंने यहां शिव जी का तप कर गोदावरी का उदगम करवाया था।
राज्य में मठ, मंदिरों के पास निबंधित तथा अनिबंधित 30 हजार एकड़ जमीन है, जिसमें अधिकांश जमीनों पर स्थानीय लोगों का कब्जा है।
आज करिए उड़ीसा के लिंगराज मंदिर के दर्शन। यह मंदिर शिव को समर्पित है पर यहां शिव के साथ साथ भगवान विष्णु कि भी पूजा कि जाती है, जिस कारण यह हरिहर के नाम से भी जाना जाता है।
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