आज करिए उड़ीसा के लिंगराज मंदिर के दर्शन। यह मंदिर शिव को समर्पित है पर यहां शिव के साथ साथ भगवान विष्णु कि भी पूजा कि जाती है, जिस कारण यह हरिहर के नाम से भी जाना जाता है।
आज करिए मुंबई में स्थित सिद्धिविनायक के दर्शन। इस मंदिर की देश ही नहीं विदेशों में भी बहुत अधिक मान्यता है। यही कारण है कि देश विदेश से भक्त सिद्धि विनायक के दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में भगवाण गणेश की मूर्ति की सूंड दायीं ओर है।
आज करिए पुरातन गणेश टेकड़ी मंदिर के दर्शन। भगवान गणपति को समर्पित ये मंदिर नागपुर के टेकरी इलाके में स्थित है। खास बात ये हैं कि इस मंदिर में स्थापित गणेश प्रतिमा विश्व भर में सबसे अलग मानी जाती है।
आज करिए रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के दर्शन। रामेश्वरम सनातन धर्म का एक पवित्र तीर्थ है। यह तमिल नाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यह तीर्थ चार धामों में से एक है।
आज करिए कनक भवन मंदिर के दर्शन। ये मंदिर की जन्मभूमि अयोध्या में स्थित है। कहा जाता है कि माता कैकयी ने राम जी के विवाह के बाद माता सीता को मुंह दिखाई में ये कनक भवन भेंट दिया था।
आज करिए श्रीसंगी कलिका मंदिर के दर्शन। कर्नाटक के बेलगाम के सिरसंगी नामक स्थान श्रीसंगी कलिका मंदिर स्थित है। ये मंदिर काली मां को समर्पित है। यह कर्नाटक का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है।
आज करिए मां दक्षिणेश्वर काली मंदिर के दर्शन। मां कालिका का ये विश्व प्रसिद्ध मंदिर कोलकाता में है। कोलकाता के उत्तर में विवेकानंद पुल के पास स्थित इस मंदिर को दक्षिणेश्वर काली मंदिर कहते हैं।
आज करिए शीतला माता मंदिर के दर्शन। यह मंदिर गुरुग्राम में स्थित माता शीतला का मंदिर प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। विश्व भर में प्रसिद्ध माता शीतला का यह 500 साल प्राचीन मंदिर दुनिया भर के भक्तो का आस्था का केंद्र है।
आज करिए भूतेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में मौजूद भूतेश्वर महादेव का अर्धनारीश्वर प्राकृतिक शिवलिंग है। जो राजधानी रायपुर से 90 किमी दूर गरियाबंद के घने जंगलों में बसा है।
आज करिए प्राचीन यंत्रोद्धारक हनुमान मंदिर के दर्शन। यह मंदिर कर्नाटक के हंपी नामक स्थान पर स्थित है। यहां हनुमान जी की प्रतिमा काफी अद्भुत है।
आज हम आपको कराने जा रहे हैं महागणपति मंदिर के दर्शन। ये मंदिर महाराष्ट्र के रांजणगांव में स्थित है। अष्टविनायक मंदिरों में से एक ये मंदिर भगवान गणेश के भक्तों में खास मान्यता रखता है। इस मंदिर में भगवान गणेश की मूर्ति काफी अद्भुत बताई जाती है।
आज करिए डाकोर के रणछोड़ जी मंदिर के दर्शन। ये मंदिर गुजरात के डाकोर में स्थित है। डाकोर के मुख्य बाजार में गोमती झील के किनारे स्थित इस मंदिर का गुंबद 27 मीटर ऊंचा है।
आज करिए कालीनाथ महाकालेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन। देवभुमि हिमाचल के कांगड़ा में देहरा नामक स्थान पर कालीनाथ महाकालेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। ये मंदिर यहां बह रही व्यास नदी के पवित्र तट पर बना हुए है। ये मंदिर धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र माना जाता है।
आज करिए हैं मां क्षीर भवानी के दर्शन। माता का ये दिव्य मंदिर कश्मीर में गांदरबल में तुलमुला नामक स्थान पर एक झरने के पास स्थित है। ये मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना बताया जाता है।
आज द्वारिकाधीश मंदिर के दर्शन करिए। ये मंदिर भगवान कृष्ण भगवान को समर्पित है। मुख्य मंदिर 72 स्तंभों द्वारा समर्थित 5 मंजिला इमारत का है। इसे जगत मंदिर या निज मंदिर के रूप में जाना जाता है।
आज करिए काशी नगरी प्राचीन हनुमान मंदिर के दर्शन। मंदिर का नाम बनकटी हनुमान मंदिर हैं, जो काशी के प्राचीन हनुमान मंदिरो में से एक है। बनकटी हनुमान जी का मंदिर के बारे में कहा जाता है यहां 41 दिन दर्शन करने मात्र से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं ।
हिमाचल में कुल्लु घाटी में व्यास नदी के पास भगवान शिव का ये अनोखा मंदिर स्थापित है। यहां के लोगों का मानना है कि यहां हर वर्ष के बार बिजली गिरती है।
आज करिए श्री ज्वालेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन। श्री ज्वालेश्वर महादेव मंदिर मध्यप्रदेश के अमरकंटक से 8 किलोमीटर दूर शहडोल रोड पर स्थापित है। यह खूबसूरत मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
उत्तराखंड के रानीखेत में स्थित ये मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और इसे झूला देवी के रूप में जाना जाता है। इसका कारण ये है कि यहाँ देवी मां के दर्शन पालने पर बैठे हुए होते हैं । स्थानीय लोगों के अनुसार यह मंदिर 700 वर्ष पुराना है।
यह मंदिर पवित्र वृंदावन धाम में स्थित है। यह मंदिर वैसे तो पूरी तरह से दक्षिण भारतीय शैली में बना हुआ है परंतु इसमें बने सात दरवाजों में से 2 द्वार राजस्थानी शैली में बने हुए हैं। मुख्य रूप से ये मंदिर भगवान रंगनाथ जी को समर्पित है
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