महाकाल की नगरी उज्जैन पर स्थित है हरसिद्धि माता का एक प्राचीन मंदिर। यहां पर ऐसा दावा किया जाता है कि ये हरसिद्धि माता का सबसे प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां देवी सती के शरीर के हाथ की कोहनी आकर गिर गई थी। यही कारण है कि इ
मनाकुला विनायगर मंदिर पुडुचेरी में स्थित है। मंदिर का इतिहास वर्ष 1666 से भी पहले का बताया जाता है। शास्त्रो में गणेश की के 16 रूपों का वर्णन मिलता है। जिसमें मनाकुला गणेश का अपना अलग महत्व है। यहां गणेश जी समुद्र की ओर मुख किए हुए हैं।
पनाचिक्कड़ सरस्वती मंदिर केरल में माता सरस्वती का यह एकमात्र मंदिर है, जिसे दक्षिणा मूकाम्बिका के नाम से भी जाना जाता है। एरनाकुलम जिले में स्थित है।
कोरोना काल में घर बैठे बरसाना के राधा रानी मंदिर के दर्शन करिए। आचार्य इंदु प्रकाश ने इस मंदिर की खासियत के बारे में भी जानकारी दी है।
आचार्य इंदु प्रकाश ने बताया कि केरल में स्थित सबरीमाला मंदिर का क्या महत्व है। कोरोना काल में घर बैठे करिए इस मंदिर के दर्शन...
कर्नाटक में उडुपी में कई मठ और मंदिर स्थापित है। इन्हीं में से एक है श्री कृष्ण मठ। इस मंदिर में जप, तप और भाव के लिए महत्वपूर्ण स्थान है।
यह गणेश मंदिर राजस्थान के जोधपुर के रातानाडा में स्थित है। कहा जाता है कि एक शिक्षक ने पहाड़ी पर एक गणेश जी की प्रतिमा देकी। बाद में इसी स्थान में मंदिर का निर्माण कराया।
चंडीगढ़ के मनीमाजरा के पास मनसा देवी का पुराना मंदिर स्थित है। मान्यता है कि यहां दर्शन करने आने वाले लोगों को माता बल और बुद्धि प्रदान करती है। प्रत्योक नवरात्र के दौरान यहां पर मेला लगता है।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्थित ये मंदिर काली मां का सबसे सिद्ध स्थान माना जाता है। कहा जाता है कि यहां आने वाले भक्त को देवी की आंतरिक शक्ति का आभास होता है।
नैना देवी का मंदिर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में है। यह 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि यहां पर मां सती के नेत्र गिरे थे। जानिए इस मंदिर के बारे में और रोचक बातें
शारदीय नवरात्र प्रारम्भ हो चुके है। इस खास अवर में आज करिए दिल्ली में स्थित कालिका जी के दर्शन। नवरात्र के दिनों में यहां पर काफी भीड़ होती हैं।
यह मंदिर जम्मू शहर में स्थित है। यह राम मंदिर आकर्षण वास्तु कला का नमूना है। इस मंदिर को 1835 में महाराज गुलाब सिंह ने बनवाया था। जानिए इस मंदिर के बारे में और खास बातें।
गुजरात में बनासकांठा जिले में अंबा जी का मंदिर स्थित है। अंबा-भवानी मंदिर शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। माना जाता है कि यहां पर माता सती का हद्य गिरा था।
यह मंदिर गुजरात के सारंगपुर में स्थित है। इस मंदिर को लेकर मान्यता हैं इनके दर्शन करने मात्र से शनि देव की कृपा बनी रहती हैं। मान्यता है कि इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि यदि किसी भी भक्त की कुंडली में शनि दोष हो तो कष्टभंजन हनुमान के दर्शन और पूजा-अर्चना करने से इसका प्रभाव खत्म हो जाता है।
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