दिल्ली में अब गर्मी लोगों को सताने लगी है। धीरे-धीरे बढ़ते तापामान ने लोगों के पसीनें छुड़ाने शुरु कर दिए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा आकंडे बता रहें हैं कि आने वाले दिनों मे गर्मी बढ़े हुए तेवर दिखा सकती हैं।
पिछले एक हफ्ते से दिल्ली में लगातार तापमान में इजाफा हो रहा है। ऐसे में एडजस्ट करना काफी मुश्किल हो रहा है। इसलिए ज़रूरी है कि लोग इससे निपटने के लिए तैयार रहें और शरीर को बदलते हुए तापमान के अनुसार ढालें। क्योंकि एक तो बढ़ती गर्मी ऊपर से प्रदूषण की मार को सहन करना आसान नहीं है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, हवा में आर्द्रता का स्तर 91 प्रतिशत रहा। वहीं, दिन में आंशिक रूप से बादल छाने और अधिकतम तापमान के 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है।
दिल्ली में पारा लुढ़कने से ठंड का कहर जारी है। इसके अलावा दिल्ली वालों को अगले कुछ दिन भी ऐसे ही कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है।
दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह 1950-2022 की अवधि के दौरान जनवरी के महीने में हुई सबसे अधिक बारिश है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ते तापमान के बीच यहां के कुछ अस्पतालों में शरीर में पानी की कमी एवं उल्टी की शिकायत करने वाले मरीज पहुंच रहे हैं।
दिल्ली में बुधवार को इस साल का सर्वाधिक 31.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि आज अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
सूर्य की नजर आने वाली सतह जिसे फोटोस्फेयर कहते हैं वहां तापमान करीब 6,000 डिग्री सेल्सियस रहता है।
Delhi Temperature: IMD ने बताया कि शनिवार को नई दिल्ली में न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा है।
श्रीवास्तव ने कहा कि बर्फ से ढके पश्चिमी हिमालयी इलाकों से ठंडी हवा बहने के कारण तापमान में गिरावट आई है।
रविवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।, इससे पहले अक्तूबर के दौरान भी तापमान में गिरावत दर्ज की गई है। IMD के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में अक्टूबर 58 सालों में सबसे ठंडा महीना रहा था
जलवायु परिवर्तन का देश पर प्रभाव से संबंधित एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ ही लू की तीव्रता तीन से चार गुना बढ़ जाने का पूर्वानुमान है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक बड़े इलाके में लगातार दो दिनों तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री दर्ज होने पर लू की घोषणा की जाती है जबकि पारा 47 डिग्री होने पर प्रचंड लू की घोषणा की जाती है।
मई की भीषण गर्मी में तमतमाए सूरज का तप पूरे भारत को झुलसा रहा है। पंजाब, उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान, एमपी और महाराष्ट्र में पारा रिकॉर्ड तोड़ रहा है।
गर्मी का कहर बढ़ता ही जा रही है। सोमवार को अधिकतम तापमान 47 डिग्री से भी ऊपर पहुंच गया।
काजीगुंड में तापमान शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे था। लद्दाख के लेह में तापमान शून्य से 18.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि करगिल के द्रास में तापमान शून्य से 29.1 डिग्री सेल्सियस नीचे था।
पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में कुफरी, मनाली, सोलन, भुंतर, सुंदरनगर, सोबघ और कल्पा में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया। राज्य में दिन का सबसे कम तापमान केलांग में शून्य से नीचे 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में दिन का तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस कम होने के कारण इन क्षेत्रों में पिछले दस दिनों से शीत दिवस (कोल्ड डे) की स्थिति बरकरार थी।
देश की राजधानी दिल्ली में कड़ाके की ठंड से अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों में पारा और भी नीचे गिर सकता है
दिल्ली में ठंड का 16 साल पुराना रिकॉर्ड सोमवार (16 दिसंबर) को टूट गया। IMD (भारत मौसम विभाग) के मुताबिक, 16 दिसंबर को पिछले 16 सालों के दौरान सबसे कम पारा दर्ज किया गया।
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