तेलंगाना में बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा है। महबूबाबाद में बाढ़ के पानी में रेलवे ट्रैक बह गया, जिससे ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। यात्री फंसे रह गए। इसके अलावा आसपास की सड़कें भी बाढ़ के पानी से लबालब हो गई हैं।
हैदराबाद में हो रही बारिश के बीच कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। 0
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बीते दोनों से हो रही बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। वहीं पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश के कारण भयंकर बाढ़ आ गई है, निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और सड़क और रेल सेवाएं बाधित हो गई हैं। तेलुगु राज्यों में अगले 2-3 दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखकर सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। रेड्डी ने कहा उन्हें देश की न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा दृढ़ विश्वास है।
के कविता की जमानत पर तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने बयान दिया था। उन्होंने के कविता की जमानत को लेकर सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी की थी। इसे लेकर अब सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है। कोर्ट ने रेवंत रेड्डी को लेकर क्या कहा चलिए जानते हैं।
नोटिस से साफ है कि एक महीने के अंदर इस घर को गिरा दिया जाएगा। इससे पहले सीएम रेड्डी नागार्जुन का कन्वेंशन सेंटर टूटने के बाद चर्चा में आए थे। उन्होंने कहा था कि झीलों पर अतिक्रमण करने वाले किसी भी शख्स को सरकार नहीं बख्शेगी।
तेलंगाना में करीमनगर जिले के रहने वाले मोहम्मद शहजाद खान की सऊदी अरब में मौत हो गई। पता चला है कि खान की मौत रुब-अल खाली रेगिस्तान में फंसने के कारण हो गई।
हैदराबाद में तेलुगु स्टार नागार्जुन के एक कन्वेंशन सेंटर पर शनिवार को कार्रवाई करते हुए उसे गिरा दिया गया। वहीं इस कार्रवाई के अगल दिन रविवार को तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा है कि झीलों पर अतिक्रमण करने वाले किसी भी शख्स को सरकार नहीं बख्शेगी।
तेलुगु एक्टर नागार्जुन के एक कन्वेंशन सेंटर पर अधिकारियों ने बुलडोजर चला दिया। हालांकि इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए नागार्जुन ने कहा कि उन्हें इस कार्रवाई से पहले कोई नोटिस तक नहीं दिया गया।
डीयू के पूर्व प्रोफेसर ने नागपुर सेंट्रल जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जेल में लकवाग्रस्त होने के बावजूद उन्हें 9 महीने तक अस्पताल नहीं ले जाया गया। इसके अलावा उन्होंने पुलिस पर भी गलत तरीके से गिरफ्तार करने के आरोप लगाए हैं।
बीआरएस ने गुरुवार को पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस सरकार से कृषि ऋण माफी योजना को बिना शर्त लागू करने की मांग की।
यह वीडियो 15 अगस्त को बनाया गया था। यह मंगलवार को ऑनलाइन पोस्ट हुआ। जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया, जिनमें उपद्रव, खतरनाक ड्राइविंग और अन्य लागू धाराएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी उस बच्ची की मदद के लिए आगे गाए, जिसने चंदे के पैसों से अपनी मां का अंतिम संस्कार किया था। बच्ची के पिता का पहले ही निधन हो चुका है।
राव के भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा देने के कारण यह उपचुनाव कराया जा रहा है। राव ने भरोसा जताया था कि तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस को बहुमत हासिल होने के मद्देनजर उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार की जीत निश्चित है।
तेलंगाना के पूर्व मंत्री हरीश राव ने पुलिस प्रशासन से मदद मांगी है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की है। पूर्व मंत्री ने सीधे तौर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा हमले करने का आरोप लगाया है।
पहले चरण में 6,098.93 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिससे 11,50,193 किसानों को लाभ मिला, जबकि दूसरे चरण में 6,190.01 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिससे 6,40,823 किसानों को मदद मिली।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने पहले ही घोषणा की थी कि किसानों के 2 लाख रुपये तक के कर्ज को 15 अगस्त तक माफ कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बीआरएस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने 10 साल के कार्यकाल के दौरान राज्य पर 10 गुना आर्थिक बोझ बढ़ा दिया। रेड्डी ने कहा कि उनकी सरकार ऋण का पुनर्गठन करने का प्रयास कर रही है।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने कहा कि कांग्रेस ने बीआरएस के बारे में अफवाहें और आधी-अधूरी सच्चाई फैलाई, जिससे राज्य का कर्ज बढ़ गया, लेकिन अब यह सभी तरह के रिकॉर्ड तोड़ रही है।
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