तेलंगाना के महबूबनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13,500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इसके साथ ही वहां मौजूद एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कई अन्य भी ऐलान किए।
तेलंगाना में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए कुछ दिनों में ही चुनाव आयोग चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर देगा। उससे पहले पीएम मोदी का यह आखिरी दौरा माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अक्टूबर को 13,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर ताबड़तोड़ रैलियां करनेवाले हैं। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी अगले सप्ताह एक अक्टूबर को तेलंगाना जाकर राज्य में इस वर्ष के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव अभियान का शुभारंभ करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में सीएम उम्मीदवार का चेहरा प्रोजेक्ट किए बिना अगले विधानसभा चुनावों में उतरेगी।
तेलंगाना विधानसभा चुनावों से पहले भारत राष्ट्र समिति को बड़ा झटका देते हुए विधायक हनुमंत राव ने पार्टी और विधायकी दोनों से इस्तीफा दे दिया है। वह आगमी चुनावों के लिए अपने बेटे को टिकट न मिलने से नाराज थे।
तेलंगाना की सरकार ने मुस्लिम समुदाय के धोबियों को हर महीने 250 यूनिट मुफ्त बिजली देने का एलान किया है। यह सुविधा सूबे में पिछड़े वर्ग के धोबियों को दोने का एलान पहले ही हो गया था।
हैदराबाद में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बाद एक जनसभा में सोनिया गांधी ने जनता से 6 बड़े वादे किए हैं। उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि कांग्रेस पार्टी की यहां सरकार बने और वह जनता के सभी वर्गों के लिए काम करे।
असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि आज कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों के लिए ही हम दिक्कत बन गए हैं, क्योंकि हम अपने हक़ के लिए बात करते हैं। मुझसे आप कुछ भी कहिए, लेकिन मैं अपने लोगों के लिए आवाज उठाना जारी रखूंगा।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से पहले हैदराबाद के सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है। दरअसल भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के समर्थकों ने ऐसे पोस्टर लगाए हैं, जिन्हें देखकर कांग्रेस नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें नजर आ सकती हैं।
हैदराबाद में सीडब्ल्यूसी की होने वाली बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के कविता ने बड़ा बयान दिया है। के कविता ने कहा कि बीआरएस न तो भाजपा के साथ है और न ही कांग्रेस के साथ है। जबकि कांग्रेस द्वारा लगातार यह कहा जाता रहा है कि बीआरएस और भाजपा के बीच सीक्रेट गठबंधन है।
बीजेपी नेता जी किशन रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना में विधानसभा समय पर ही होंगे। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर अभी कमिटी का गठन हुआ है और कमिटी की रिपोर्ट आने के बाद ही उसपर फैसला लिया जाएगा।
कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस द्वारा घोषित ‘पांच गारंटी’ को कांग्रेस की सफलता में अहम माना जाता है। अब पार्टी यहां भी यही रणनीति अपनाएगी।
आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 119 में से 115 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के बाद भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख की यह पहली सार्वजनिक सभा थी।
बीआरएस नेता ने केंद्र को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि महिला आरक्षण पर केंद्र ने न तो कोई ड्राफ्ट बिल तैयार किया है और न ही अन्य दलों के साथ कोई चर्चा की है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें बीआरएस पार्टी के नेता टिकट न मिलने पर रोते हुए दिखाई दिए। वीडियो में वह हाथ जोड़कर जमीन पर लेटे हुए हैं और रो रहे हैं।
तेलंगाना चुनाव इस साल के अंत में होने हैं। उससे पहले भारत राष्ट्र समिति प्रमुख और राज्य के सीएम चंद्रशेखर राव ने पार्टी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। मुख्यमंत्री दो सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने कहा कि अगर हमने गलती की तो हैदराबाद की स्थिति 100 साल पीछे चली जाएगी। उन्होंने कहा कि केसीआर की वापसी 'हैट्रिक मुख्यमंत्री' के तौर पर होनी चाहिए।
तेलंगाना में चंद महीने में विधानसभा चुनाव है। इसे लेकर BRS उम्मीदवारों की पहली लिस्ट एक या दो दिन में जारी कर सकती है। पहली लिस्ट में 87 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किए जाने की संभावना है।
बीजेपी के प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने तेलंगाना की बीआरएस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चाहे जमीन से जुड़ा घोटाला हो या परियोजनाओं से जुड़ा घोटाला, यह सरकार ‘घोटालेबाज’ सरकार बन गई है।
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