तेज प्रताप यादव ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर अपने मामा साधु यादव यानी राबड़ी देवी के भाई पर जमकर निशाना साधा है। विधायक और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने मामा साधु यादव को ललकारा है। तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप ने अपने ट्वीट में साधु यादव का नाम नहीं लिया है, लेकिन बिहार आकर 'गरदा उड़ाने' की धमकी दे दी है।
पटना में RJD नेता तेज प्रताप यादव ने कहा कि 'बिहार में संपूर्ण शराबबंदी कहां है? राज्य के बॉर्डर पर प्रशासन शराब में लिप्त है। प्रशासन के लोग, सिपाही, हवलदार सभी जगह होम डिलीवरी कर रहे हैं। जिस तरह पिज्जा की होम डिलीवरी होती है उसी तरह से IPS, IAS घरों में शराब की होम डिलीवरी कर रहे हैं।'
इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में लालू यादव ने कहा कि 'दोनों बेटे हमारे हैं, दोनों एक साथ हैं कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है, हम आए हैं, आते रहते हैं तेज प्रताप, उनकी नाराजगी आती होगी तो हम उसको ठीक कर देंगे अब मामला सुलझ गया है।'
हवाई अड्डे पर अपने पिता को लेने पहुंचे तेज प्रताप और उनके छोटे भाई तेजस्वी के बीच दूरियां मिटती हुई दिखीं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद सीधे अपने पत्नी के आवास 10 सर्कुलर गए, जहां बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे।
तेज प्रताप यादव कल रात से इस जिद पर अड़े हुए हैं कि प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को पार्टी से बाहर किया जाए। तेज प्रताप ने कल रात ये आरोप लगाया था कि जगदानंद सिंह ने एयरपोर्ट पर उनके साथ धक्का-मुक्की की।
लालू प्रसाद अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ आखिरकार उनकी मांग को पूरा करने के लिए तेज प्रताप यादव के आवास पर गए। लालू के घर पहुंचने के बाद तेज प्रताप ने उनके पैर धोए और अपने पिता का आशीर्वाद लिया।
तेज प्रताप यादव ने कहा, "प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मुझे एयरपोर्ट पर धक्का दिया। जगदानंद सिंह को जब तक पार्टी से निकाला नहीं जाता तब तक पार्टी से मेरा कोई मतलब नहीं है।" तेज प्रताप ने कहा, "युवा राजद के गुंडों ने मेरी गाड़ी रोकी। जल्द ही बड़ा स्टेप लूंगा।"
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे ने बिहार में होने वाले उपचुनाव को लेकर बड़ा फैसला लिया है। तेजप्रताप ने कांग्रेस उम्मीदवार को अपना समर्थन देने का फैसला लिया है।
रिपोर्टरों के सवाल के जवाब देते दिए हुए तेज प्रताप ने कहा, "मैं अपने पिताजी को बताऊंगा कि पार्टी में क्या चल रहा है। उन्हें आने दीजिए।" हालांकि तेज प्रताप ने ये नहीं बताया कि वो किस परेशानियों के बारे में बाते कर रहे हैं।
परिवार और पार्टी की उपेक्षा से परेशान तेजप्रताप यादव अपनी जनशक्ति यात्रा के जरिये चले तो थे अपनी ताकत दिखाने के लिये लेकिन अब इसी यात्रा के एक वीडियो की वजह से वे अपने विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं।
बता दें कि बिहार में उप चुनाव के लिए आरजेडी ने जो स्टार प्रचारकों की लिस्ट तैयार की है उसमें न तो तेज प्रताप का नाम है न राबड़ी देवी का और न हीं उनकी बहन मीसा भारती का।
परिवार और पार्टी में अलग-थलग पड़े लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव आज जनशक्ति यात्रा निकालेंगे। तेजप्रताप की ये यात्रा पटना के गांधी मैदान से शुरू होकर जेपी आवास तक जाएगी। तेजप्रताप पैदल होंगे और नंगे पांव चलेंगे।
संजय यादव की तेजस्वी से मुलाकात के बाद चुनाव न लड़ने की घोषणा की जानकारी जब तेज प्रताप यादव को हुई तो वो भौखला गए। उन्होंने ट्विटर के जरिए अपनी भड़ास निकाली। हालांकि उन्होंने सीधे अपने भाई तेजस्वी पर हमला न बोलकर उनके सलाहकार पर हमला बोला।
बता दें कि आरजेडी के स्टार प्रचारकों की सूची में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, अब्दुलबारी सिद्दीकी, श्याम रजक, तनवीर हसन, वृषिण पटेल, मनोज कुमार झा, भरत मंडल समेत कुल 20 नेताओं का नाम शामिल है।
इस उपचुनाव में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी चुनाव प्रचार करेंगे लेकिन उनके साथ उनके बड़े बेटे तेजप्रताप नहीं रहेंगे बल्कि लालू यादव के साथ उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव हर चुनावी सभा मे मौजूद रहेंगे।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि लालू यादव को बंधक बनाकर दिल्ली में रखा गया है, उन्हें पटना नहीं आने दिया जा रहा है। तेजप्रताप ने नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं लेकिन वो उनका सपना पूरा नहीं होने देंगे।
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर बहुत ही गंभीर आरोप लगा है.तेजस्वी यादव पर लोकसभा चुनाव में टिकट के बदले 5 करोड़ रुपए लेने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है
बिहार में लालू यादव के बेटे तेजप्रताप यादव ने छात्र जनशक्ति परिषद नाम से नया सामाजिक संगठन बनाने का ऐलान किया है।
तेज प्रताप के करीबी माने जाने वाले आकाश को ऐसे पोस्टर लगाने पर जिनमें तेजस्वी यादव की तस्वीर नहीं थी, पद से हटा दिया गया था।
बिहार में उठे राजनीतिक तूफान से दूर तेज प्रताप यादव फिर आध्यात्म की शरण में आ गए हैं। वह तीर्थनगरी मथुरा के धार्मिक दौरे पर है।
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