आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी चीन पर हमला बोलते हुए सरकार से सवाल पूछा है। केजरीवाल ने कहा कि हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद कर देते हैं।
India-China Clash: विपक्षी दलों के वॉकआउट और विपक्ष की चर्चा की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि जब पूरी दुनिया के देश भारत के साथ खड़े हैं, उस समय देश के अंदर ही ये लोग मोदी की आलोचना करते-करते देश की आलोचना करने लग गए हैं।
एक टीवी शो के दौरान पैनलिस्ट ने कहा कि चीन चाहता था कि वो भारतीय पोस्ट उखाड़ दे लेकिन भारतीयों इसे नाकाम कर दिया। उन्होंने बहुत ही जबर्दस्त तरीके से चीनी फौज को रोका, पत्थरबाजी भी हुई जिसमें भारतीय और चीनी समेत कई लोग जख्मी हुए और फिर भारतीय फौज ने चीन को भगा दिया।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प की घटना पर अमेरिका की प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिका ने कहा कि खुशी है कि दोनों पक्ष जल्द अलग हो गए।द्विपक्षीय बातचीत के जरिए विवादों का हल निकाला जा सकता है।
India's Navy CNS visits Shrilanka After Tawang: चीन नेपाल से लेकर श्रीलंका तक और बांग्लादेश से लेकर पाकिस्तान के रास्ते भारत की घेराबंदी कर रहा है। मगर चीन की हर हरकतों पर भारत की भी पैनी नजर है। चीन के साथ भारत की स्थिति तू डाल, डाल और मैं पात, पात की है।
Arunachal Pradesh CM Pema Khandu on Tawang clash: अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित तवांग सेक्टर में 9 और 11 दिसंबर को हुई चीन के सैनिकों से हिंसक झड़प के बाद से पूरे देश में आक्रोश है। भारत से चीन को यह संदेश दिया जा रहा है कि "यह 1962 नहीं है,2022 का भारत है।
Satellite Pictures of Arunachal Border Tell the reason for Tawang Clash: अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सेना और भी अधिक चौकस हो गई है। इस दौरान अरुणाचल के बॉर्डर से सामने आई कई सैटेलाइट तस्वीरों ने चीनी साजिश की पोल खोल दी है।
9 दिसंबर को करीब 300 चीनी सैनिक एक सुनियोजित साजिश के तहत 17,000 फुट ऊंचे पहाड़ की चोटी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए LAC के पास पहुंचे थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया।
India Vs China Tawang: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में 9 दिसंबर को चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) भारतीय भूभाग पर एक तरफा कब्जा करने की नीयत से आई थी। इसके लिए चीन के सैनिक वर्षों से प्लानिंग कर रहे थे। मगर भारतीय सैनिकों ने उनकी योजना को विफल करते हुए वहां से खदेड़ दिया।
Violent Clash Between India and China in Tawang: वास्तविक नियंत्रण रेखा के तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को हुई भारतीय और चीनी सैनिकों की हिंसक झड़प के चलते सेना प्रमुख का दौरा टल गया है। सेना के अनुसार इस बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय तवांग दौरे पर जाने वाले थे।
भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश में LAC के पास 17 हजार फीट की ऊंचाई पर थांग ला में चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया है। इस झड़प में कम से कम 20 चीनी सैनिकों के घायल होने की खबर है। चीनी सैनिक LAC को पार करके हमारे इलाके में कुछ स्ट्रक्चर बनाने की फिराक में थे और उस योजना को विफल कर दिया गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुछ लोगों के लिए देश से ज्यादा अपनी राजनीति जरूरी है, इसलिए मैं ऐसे लोगों पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगा।
India-China Clash: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध नहीं रख पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों के बारे में सभी को पता है, लेकिन चीन के साथ भी हम अच्छे संबंध स्थापित नहीं कर पा रहे हैं।
भारतीय वायुसेना ने चीन की ड्रोन वाली साजिश को नाकाम कर दिया है। चीनी ड्रोन को भारतीय सीमा के पास उड़ान भरते हुए देखा गया। वायुसेना के विमानों ने चीनी ड्रोन को खदेड़ दिया।
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक चीन का कहना है झड़प की खबरों के बाद भारत से लगती सीमा पर हालात स्थिर हैं।
चीन के सैनिक अपने साथ मोटी गांठ वाली रस्सी, झटका देने वाली पिस्टल और कीलों वाला मोटा डंडा भी लेकर आए थे। इस इलाके में अपना दबदबा कायम करने के लिए चीनी सैनिकों की पूरी प्लानिंग को भारतीय सैनिकों ने फेल कर दिया।
यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय सेना ने बहादुरी से रोका और उन्हें अपनी पोस्ट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। रक्षा मंत्री ने कहा इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई हुई और कुछ सैनिक मामूली रूप से घायल हुए।
कार्यवाही शुरू होने पर सदन ने 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और तवांग सेक्टर में झड़प का विषय उठाते हुए कहा कि इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
पूरे साजो-सामान से लैस होकर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तारबंदी के उद्देश्य से पहुंचे चीन के जवानों को भारतीय सैनिकों ने खदेड़ दिया। चीन के जवान अपने साथ घातक हथियार लेकर आए थे। इस झड़प में 8 भारतीय सैनिक घायल हुए हैं जबकि चीन के सैनिकों के घायल होने की संख्या ज्यादा है।
India China Tawang: भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक बार फिर झड़प हुई है। इस बार ये झड़प अरुणाचल प्रदेश के तवांग में बेहद संवेदनशील स्थान पर हुई है।
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