Violent Clash Between India and China in Tawang: वास्तविक नियंत्रण रेखा के तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को हुई भारतीय और चीनी सैनिकों की हिंसक झड़प के चलते सेना प्रमुख का दौरा टल गया है। सेना के अनुसार इस बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय तवांग दौरे पर जाने वाले थे।
भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश में LAC के पास 17 हजार फीट की ऊंचाई पर थांग ला में चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया है। इस झड़प में कम से कम 20 चीनी सैनिकों के घायल होने की खबर है। चीनी सैनिक LAC को पार करके हमारे इलाके में कुछ स्ट्रक्चर बनाने की फिराक में थे और उस योजना को विफल कर दिया गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुछ लोगों के लिए देश से ज्यादा अपनी राजनीति जरूरी है, इसलिए मैं ऐसे लोगों पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगा।
India-China Clash: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध नहीं रख पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों के बारे में सभी को पता है, लेकिन चीन के साथ भी हम अच्छे संबंध स्थापित नहीं कर पा रहे हैं।
भारतीय वायुसेना ने चीन की ड्रोन वाली साजिश को नाकाम कर दिया है। चीनी ड्रोन को भारतीय सीमा के पास उड़ान भरते हुए देखा गया। वायुसेना के विमानों ने चीनी ड्रोन को खदेड़ दिया।
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक चीन का कहना है झड़प की खबरों के बाद भारत से लगती सीमा पर हालात स्थिर हैं।
चीन के सैनिक अपने साथ मोटी गांठ वाली रस्सी, झटका देने वाली पिस्टल और कीलों वाला मोटा डंडा भी लेकर आए थे। इस इलाके में अपना दबदबा कायम करने के लिए चीनी सैनिकों की पूरी प्लानिंग को भारतीय सैनिकों ने फेल कर दिया।
यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय सेना ने बहादुरी से रोका और उन्हें अपनी पोस्ट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। रक्षा मंत्री ने कहा इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई हुई और कुछ सैनिक मामूली रूप से घायल हुए।
कार्यवाही शुरू होने पर सदन ने 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और तवांग सेक्टर में झड़प का विषय उठाते हुए कहा कि इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
पूरे साजो-सामान से लैस होकर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तारबंदी के उद्देश्य से पहुंचे चीन के जवानों को भारतीय सैनिकों ने खदेड़ दिया। चीन के जवान अपने साथ घातक हथियार लेकर आए थे। इस झड़प में 8 भारतीय सैनिक घायल हुए हैं जबकि चीन के सैनिकों के घायल होने की संख्या ज्यादा है।
India China Tawang: भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक बार फिर झड़प हुई है। इस बार ये झड़प अरुणाचल प्रदेश के तवांग में बेहद संवेदनशील स्थान पर हुई है।
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विपक्ष की मांग है कि तवांग में जो कुछ भी हुआ है उस पर प्रधानमंत्री पूरी जानकारी देश को दें। हालांकि विपक्ष ने भारतीय सेना के जवानों के एक्शन का समर्थन कर रहा है। वहीं सरकार के काम पर सवाल जरूर उठा रहा है।
India China Tawang: चीन ने एक बार फिर तवांग पर बुरी निगाहें डाली हैं। वह इस जगह को काफी समय से कब्जाने की कोशिश करता रहा है।
भारत और चीन के बीच फिर तनातनी शुरु हो गई है। गलवान के बाद ये दूसरी घटना है जब भारत और चीन के सैनिक आमने सामने आए हैं। भारतीय सैनिकों ने करारा जवाब दिया और काउंटर अटैक करके चीनी सैनिकों को वहां से भगा दिया।
Violent Clash Between India and China Army in Tawang: वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों में फिर से हिंसक झड़प हो गई है। इस झड़प में भारत की तरफ से अब तक 8 और चीन के 20 से अधिक सैनिक घायल हुए हैं। पिछले कई महीनों से चीन एलएसी के विवादित क्षेत्रों में दखलंदाजी कर रहा है।
तवांग में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में सात सैन्यकर्मियों की मृत्यु होने के दो दिन बाद इन सैनिकों का शव कथित तौर पर प्लास्टिक की बोरियों में लपेटे होने और कार्डबोर्ड में बंधे होने की तस्वीरें आज सामने आईं।
Tawang Chopper Crash: Images of soldiers' bodies in cartons spark row
गौरतलब है कि एमआई-17 वी5 सेना का ट्रांसपोर्ट चॉपर है। इससे पहले पिछले हफ्ते ही हैदराबाद में वायुसेना का ट्रेनी विमान क्रैश हो गया था। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं थी।
गौरतलब है कि 1962 के अलावा भी भारत-चीन की सेनाओं में मुठभेड़ की नौबत कई बार आई है। ऐसे ही 1987 में अरुणाचल प्रदेश के सुमदोरोंग चू इलाके में मुठभेड़ की स्थिति बनी थी। ये आख़िरी मौका था, जब बड़ी तादाद में करीब 200 भारतीय सैनिकों को वहां तैनात किया गया था
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