भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने अन्य मुद्दों के साथ ही चीन मामले पर केंद्र सरकार को घेरा। चीन मामले पर उनके बयान पर बीजेपी ने करारा जवाब दिया है। असम के सीएम से लेकर अन्य बीजेपी नेताओं ने उन पर जोरदार हमला बोला है।
Rahul Gandhi On India, China Border Clash | Tawang Clash | India, China Border Issue: Narendra Modi के खिलाफ सच में ढाई फ्रंट खुलेगा। दो फ्रंट तो सब जानते हैं। एक फ्रंट China ने खोल रखा है। एक फ्रंट Bilawal Bhutto ने खोल दिया है और बाकी बचा फ्रंट PM Modi के सियासी दुश्मनों ने खोल दिया है।
पैंगोंग झील दुनिया की सबसे ऊंची खारे पानी की झील है, जिसका दो-तिहाई हिस्सा चीन में है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) पैंगोंग झील, लद्दाख के पास भी लगातार घुसपैठ करती रहती है।
India-China Border Clash Tawang: अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे तवांग क्षेत्र में वर्ष 2022 बीतते-बीतते चीन ने युद्ध की चिंगारी भड़का दी है। वैसे तो भारत और चीन के बीच सीमा का विवाद 72 वर्ष पुराना है। मगर ताजे युद्ध का धुआं जून 2020 से उठ रहा है।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हाल ही में हुई तवांग झड़प को लेकर करारा हमला बोला है। राहुल ने कहा कि चीन का जो खतरा है, सरकार उसे छुपाने की कोशिश कर रही है।
भारतीय सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि तवांग में चीन की सेना ने घुसपैठ की कोशिश की लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें रोक दिया। फिलहाल तवांग में हालात कंट्रोल में है।
तवांग में जारी टेंशन के बीच एलएसी पर भारतीय सेना और वायुसेना पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। ड्रैगन को तवांग से खदेड़ने के बाद आज से ईस्टर्न सेक्टर में वायुसेना ने बड़ी एक्सरसाइज़ शुरू कर दी है। युद्धाभ्यास में वायुसेना के सभी घातक लड़ाकू विमान शामिल हैं।
इस युद्धाभ्यास का मकसद भारतीय वायुसेना की समग्र युद्धक क्षमता और इस क्षेत्र में सैन्य तैयारियों को परखना है। भारत और चीन की सेनाओं के बीच ताजा गतिरोध के बहुत पहले इस इसकी योजना बना ली गई थी।
पूर्व सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा, पीएलए की एक दीर्घकालिक रणनीति रही है- आगे बढ़ते रहो, किसी भी संभावित कमजोरी को लेकर हमारी जांच करते रहो और अगर पता चल जाए तो वो वहां बैठेंगे और कहेंगे कि यह हमेशा ऐसा ही था।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक इंडियन आर्मी की चौकियों पर कब्जा करना चाहते थे, और उन्होंने इसकी पूरी प्लानिंग कर रखी थी।
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी चीन पर हमला बोलते हुए सरकार से सवाल पूछा है। केजरीवाल ने कहा कि हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद कर देते हैं।
India-China Clash: विपक्षी दलों के वॉकआउट और विपक्ष की चर्चा की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि जब पूरी दुनिया के देश भारत के साथ खड़े हैं, उस समय देश के अंदर ही ये लोग मोदी की आलोचना करते-करते देश की आलोचना करने लग गए हैं।
एक टीवी शो के दौरान पैनलिस्ट ने कहा कि चीन चाहता था कि वो भारतीय पोस्ट उखाड़ दे लेकिन भारतीयों इसे नाकाम कर दिया। उन्होंने बहुत ही जबर्दस्त तरीके से चीनी फौज को रोका, पत्थरबाजी भी हुई जिसमें भारतीय और चीनी समेत कई लोग जख्मी हुए और फिर भारतीय फौज ने चीन को भगा दिया।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प की घटना पर अमेरिका की प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिका ने कहा कि खुशी है कि दोनों पक्ष जल्द अलग हो गए।द्विपक्षीय बातचीत के जरिए विवादों का हल निकाला जा सकता है।
India's Navy CNS visits Shrilanka After Tawang: चीन नेपाल से लेकर श्रीलंका तक और बांग्लादेश से लेकर पाकिस्तान के रास्ते भारत की घेराबंदी कर रहा है। मगर चीन की हर हरकतों पर भारत की भी पैनी नजर है। चीन के साथ भारत की स्थिति तू डाल, डाल और मैं पात, पात की है।
Arunachal Pradesh CM Pema Khandu on Tawang clash: अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित तवांग सेक्टर में 9 और 11 दिसंबर को हुई चीन के सैनिकों से हिंसक झड़प के बाद से पूरे देश में आक्रोश है। भारत से चीन को यह संदेश दिया जा रहा है कि "यह 1962 नहीं है,2022 का भारत है।
तवांग सेक्टर में चीनी सैनिकों की घुसपैठ पर भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। चीनियों ने एक बार फिर लद्दाख की तरह धोखे से LAC पर घुसपैठ करने की नापाक कोशिश की लेकिन भारतीय सेना से मुंह की खाकर वापस लौट गए।
Satellite Pictures of Arunachal Border Tell the reason for Tawang Clash: अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सेना और भी अधिक चौकस हो गई है। इस दौरान अरुणाचल के बॉर्डर से सामने आई कई सैटेलाइट तस्वीरों ने चीनी साजिश की पोल खोल दी है।
9 दिसंबर को करीब 300 चीनी सैनिक एक सुनियोजित साजिश के तहत 17,000 फुट ऊंचे पहाड़ की चोटी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए LAC के पास पहुंचे थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया।
India Vs China Tawang: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में 9 दिसंबर को चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) भारतीय भूभाग पर एक तरफा कब्जा करने की नीयत से आई थी। इसके लिए चीन के सैनिक वर्षों से प्लानिंग कर रहे थे। मगर भारतीय सैनिकों ने उनकी योजना को विफल करते हुए वहां से खदेड़ दिया।
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