वहीं इससे पहले कल शनिवार को एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने इस पूरे मामले पर माफी मांगी थी। साथ ही उन्होंने चालक दल के चार सदस्यों और एक पायलट के खिलाफ हुई कार्रवाई के बारे में जानकरी साझा की थी।
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने बुधवार को कहा कि एयर इंडिया के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। सरकार ने एयरलाइन में पूरी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का निर्णय किया है।
एन. चंद्रशेखर ने मंगलवार को समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के चेयरमैन का कार्यभार संभाल लिया। कहा- किसी के पीछे नहीं बल्कि सबसे आगे ग्रुप होगा।
एन चंद्रशेखर मंलवार को टाटा ग्रुप की बागडोर संभालने जा रहे हैं। टाटा ग्रुप के 150 साल के इतिहास में इस पद के लिए चुने जाने वाले वे पहले गैर-पारसी हैं।
संपादक की पसंद