टाटा टेक्नोलॉजीज के CEO ने कहा कि उन्होंने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग बाजार स्थितियों से निपटना सीख लिया है। यूरोप, उत्तरी अमेरिका से बहुत अलग है। चीन में जो हो रहा है वह भारत से बहुत अलग है।
Tata Capital IPO : नवंबर, 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज की लिस्टिंग के बाद हाल के वर्षों में यह टाटा ग्रुप का दूसरा आईपीओ होगा। यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक की लिस्टिंग जरूरतों को पूरा करने के प्रयास का हिस्सा है।
व्हिसलब्लोअर ने अपने आरोपों में कहा था कि सिम्युलेटर इंस्ट्रक्टर पायलट अपने कर्तव्यों का ठीक से निर्वहन करने में नाकाम रहा है। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि कंपनी ने व्हिसलब्लोअर द्वारा लगाए गए इन आरोपों की विस्तृत जांच की और साक्ष्यों की समीक्षा में पाया कि पायलट के खिलाफ लगाए गए आरोप सही हैं।
मुख्यमंत्री ने समापन समारोह के बाद कहा, ‘‘हमारे अधिकारियों ने सभी प्रस्तावों की जांच की और सिर्फ उन्हीं प्रस्तावों पर आगे बढ़े जिन पर अगले तीन-चार साल में कदम उठाए जा सकते हैं।’’ उन्होंने कहा कि असम सरकार मात्रा की तुलना में गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान देती है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2024-2025 के लिए टाटा कैपिटल को गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के रूप में वर्गीकृत किया था। RBI के नियमों का पालन करने के लिए, कंपनी को सितंबर 2025 तक बाजार में लिस्ट होना जरूरी है। इसी को देखते हुए अब आईपीओ लाने की मंजूरी दी गई है।
शांतनु के पिता वेंकटेश नायडू भी टाटा मोटर्स के कर्मचारी रह चुके हैं और कंपनी के लिए कई सालों तक काम किया है। शांतनु ने अपने पिता को लेकर लिंक्डइन पर लिखा, ''मुझे याद है जब मेरे पिता टाटा मोटर्स प्लांट से सफेद शर्ट और नेवी पैंट पहनकर घर आते थे और मैं खिड़की पर उनका इंतजार करता था। अब ये चक्र पूरा हो गया है।''
एयर इंडिया के खिलाफ जुर्माना लगाने का आदेश तब आया जब 13 दिसंबर 2024 को एयर इंडिया के ऑपरेशन हेड और रोस्टरिंग चीफ सहित अन्य अधिकारियों को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस का जवाब ‘असंतोषजनक’ पाया गया।
टाटा मोटर्स के शेयरों की दुर्दशा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज इसने 684.25 रुपये का इंट्राडे लो टच कर दिया, जो इसका नया 52 वीक लो भी बन गया है।
आज हफ्ते के आखिरी दिन, टीसीएस के शेयर खबर लिखे जाने तक 4236.55 रुपये के इंट्राडे हाई और 4172.15 रुपये के इंट्राडे लो तक पहुंच चुके थे। आज की इस तेजी के साथ, कंपनी के शेयरों का भाव इसके 52 वीक हाई के करीब पहुंच गए हैं।
चंद्रशेखरन ने कहा कि मेरी प्रतिबद्धता एयर इंडिया को दुनिया की शीर्ष श्रेणी की एयरलाइन बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने की है। ऐसा हार्डवेयर, उड़ान अनुभव, ग्राहक अनुभव, तकनीक और हर लिहाज से होगा।
मंगलवार को जहां एक तरफ एलआईसी के शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए तो वहीं दूसरी तरफ, टाटा पावर के शेयर बड़ी गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। बताते चलें कि हफ्ते के दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार में भयानक गिरावट दर्ज की गई।
विस्तारा की आखिरी फ्लाइट‘UK115’ दिल्ली से सिंगापुर के लिए निर्धारित है, जो सोमवार को रात 11.45 बजे उड़ान भरेगी। बताते चलें कि एयर इंडिया और विस्तारा दोनों ही टाटा ग्रुप की एयरलाइन कंपनी हैं।
विस्तारा ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए पहले ही कई तरह के जरूरी और महत्वपूर्ण इंतजाम कर दिए थे। यही वजह है कि जिन यात्रियों ने विस्तारा की टिकट बुक की थी, उन्हें उसी सुविधा के साथ एयर इंडिया के विमान में सफर कराया जाएगा।
टाटा द्वारा एयर इंडिया को अब तक दिए गए वित्तपोषण के आधार पर "एसआईए का अतिरिक्त पूंजी निवेश 3,194.5 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है।
टाटा मोटर्स ने बताया कि दूसरी तिमाही में जैगुआर-लैंड रोवर की आमदनी भी 5.6 प्रतिशत घटकर 6.5 अरब पाउंड रह गई। कंपनी ने बताया कि एल्युमीनियम सप्लाई में अस्थाई बाधा और अतिरिक्त गुणवत्ता नियंत्रण जांच के लिए 6,029 गाड़ियों पर रोक लगने के कारण उसका मुनाफा प्रभावित हुआ।
एयरलाइन ने अपने बेड़े में शामिल विमान के अंदरूनी हिस्सों को बेहतर बनाने के लिए टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ सहयोग किया है।
साल 2021 में, भारत के रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के पुराने हो चुके Avro-748 एयरक्राफ्ट को बदलने के लिए 56 C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की सप्लाई के लिए एयरबस डिफेंस एंड स्पेस, स्पेन के साथ 21,935 करोड़ रुपये की डील पर हस्ताक्षर किए थे।
कुछ रिपोर्टों में उल्लेख किया गया है कि रतन टाटा ने माया टाटा को उनके भाई-बहन लीह और नेविल के साथ टाटा समूह के भविष्य के लिए एक प्रमुख नेता के रूप में समर्थन दिया था।
बुधवार, 16 अक्टूबर को टीसीएस के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई थी। बुधवार को बीएसई पर टीसीएस के शेयर 22.70 रुपये (0.55%) की गिरावट के साथ 4094.80 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘ यदि हम विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सृजन नहीं कर सकते तो हम विकसित भारत के लक्ष्यों को हासिल नहीं कर सकते, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि हर महीने 10 लाख लोग कार्यबल में आ रहे हैं।’’
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