ईरान और अमेरिका के बीच दूसरे दौर की परमाणु वार्ता भी रोम में संपन्न हो गई है। हालांकि अभी यह खुलकर नहीं बताया गया है कि इसमें दोनों देशों में क्या सहमति बनी। इस बीच तीसरे दौर की वार्ता के लिए भी भूमिका तैयार की जाने लगी है। मगर यह वार्ता क्यों हो रही है, अमेरिका के लिए क्यों महत्वपूर्ण है, आइये जानते हैं।
अमेरिका और ईरान के बीच दूसरे दौर की परमाणु वार्ता अब रोम में शुरू हो गई है। यह बैठक बंद कमरे में हो रही है। इस वार्ता को काफी ज्यादा सकारात्मक बताया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा निगरानी एजेंसी (आईएईए) ने ईरान और अमेरिका के बीच चल रही परमाणु वार्ता को महत्वूपूर्ण चरण में पहुंचने का दावा किया है।
बांग्लादेश अपनी दोस्ती पाकिस्तान और चीन के साथ लगातार बढ़ा रहा है। बांग्लादेश ने करीब 15 साल बाद पाकिस्तान के साथ सचिव स्तरीय वार्ता करके अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने की शुरुआत कर दी है। मगर इस दौरान बांग्लादेश ने एक मुद्दे पर पाकिस्तान से माफी मांगने को कहा है।
ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद जवाद जरीफ ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे तेहरान में तहलका मच गया है। उन्होंने अपना पद ऐसे समय में छोड़ा है, जब ईरान और अमेरिका के बीच अहम परमाणु वार्ता चल रही है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के बीच परमाणु वार्ता पर सहमति बनने के बाद दोनों देशों के अधिकारियों ने ओमान में वार्ता शुरू कर दी है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया है। इससे सरकार और इमरान के बीच छिड़ी जंग के थमने की उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं।
पाकिस्तान सरकार और पूर्व पीएम इमरान खान के बीच वार्ता को लेकर सहमति बन गई है। इसके बाद इमरान खान की पार्टी सरकार के साथ बातचीत को तैयार है। इमरान खान ने पीटीआई को सभी मांगें सरकार के सामने लिखित में रखने का निर्देश दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप की बंपर जीत के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर इस वक्त सबसे बड़ी खबर सामने आई है। रॉयटर्स ने क्रेमलिन के हवाले कहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से यूक्रेन युद्ध पर वार्ता करने को तैयार हैं। बशर्ते इसके लिए उनकी पूर्ववत शर्तें लागू रहेंगी।
ईरान पर इजरायली हमले की आशंका के बीच नेतन्याहू और बाइडेन के बीच आज फोन पर बातचीत हुई है। इस दौरान कई मुद्दों पर बड़ी चर्चा हुई।
क्या कभी आप सोच भी सकते हैं कि मरे हुए व्यक्तियों से बात करना संभव है, शायद नहीं...मगर अब विज्ञान और तकनीकि ने इसे भी संभव बना दिया है। अब कोई भी व्यक्ति अपने मर चुके पूर्वजों से वीडियो कॉलिंग पर बात कर सकेगा और उनका हालचाल जान सकेगा। हालांकि यह दावा आपको बेहद चौंकाने वाला लग सकता है। मगर एआइ की वजह से यह संभव है।
अमेरिका और चीन ने 5 वर्षों में पहली बार परमाणु वार्ता क्यों की। इस वार्ता के पीछे का असली मकसद क्या था? अमेरिका को क्यों लगता है कि चीन ताइवान पर परमाणु हमला कर सकता है। अमेरिकी अधिकारियों ने ताइवान जैसे छोटे देश से चीन के हारने की आशंका क्यों जाहिर की? इन सब सवालों का जवाब इस लेख में पढ़िये...
पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में भारत का दबदबा बढ़ता जा रहा है। भारत ने दुनिया के तमाम देशों पर भरोसे की नई नींव पैदा की है। यही वजह है कि अब इंडोनेशिया भी भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदीर को और अधिक मजबूत करने में जुटा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के एक शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार द्विपक्षीय मामलों पर बातचीत के लिए नई दिल्ली पहुंचे। उन्होंने भारतीय समकक्षों के साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।
चरम पर चल रहे वैश्विक तनावों के बीच अमेरिका और चीन ने अपने रिश्तों की कड़वाहट दूर करने के प्रयास के साथ ही वैश्विक समस्याओं के निदान पर भी फोकस किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति सी जिनपिंग की वैश्विक क्षेत्रीय मुद्दों पर अहम वार्ता हुई है।
इब्राहिम रईसी और पीएम मोदी 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इज़रायल पर हमला शुरू करने के बाद क्षेत्र में "सुरक्षा और मानवीय स्थिति के शीघ्र समाधान की आवश्यकता" पर सहमत हुए। इससे पहले, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल-हमास युद्ध पर चर्चा के लिए अपने ईरानी समकक्ष अमीरबदोल्लाहियन से बात की।
भारत और अमेरिका की दिल्ली में होने वाली "टू प्लस टू वार्ता" से पाकिस्तान और चीन में खलबली है। अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयल ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस वार्ता के लिए दिल्ली आ रहे हैं। वह भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक साथ वार्ता करेंगे।
कजाकिस्तान ने अपने एक ऐलान से सबको हैरान कर दिया है। कजाख विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह अब सीरिया वार्ता की मेजबानी नहीं करेगा। कजाकिस्तान की इस घोषणा को रूस ने चौंकाने वाला बताया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बातचीत की और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, रक्षा सह-उत्पादन और सह-विकास समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की गहरी इच्छा व्यक्त की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।
Ajit Doval in US: भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के बाद दोनों देशों के बीच अहम वार्ता होने जा रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन के साथ विशेष बातचीत करने वाले हैं। इससे भारत और अमेरिका के संबंधों को और अधिक मजबूती मिलने की उम्मीद है।
संपादक की पसंद