Former Afghan MP on Taliban: फाहिद ने कहा, ‘महिलाओं और लड़कियों का मौत का रास्ता चुनना इस बात का संकेत है कि अफगानिस्तान में उनके लिए जीवन कितना कठिन है। वे तालिबान के शासन में रहने के बजाय मौत को गले लगाना बेहतर विकल्प मान रही हैं।’
US Defense Aid to Pakistan: जिस अमेरिका ने पाकिस्तान को कुछ वर्ष पहले दो अरब डॉलर की रक्षा सहायता देने से साफ इंकार कर दिया था, जिस अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाक को साफ शब्दों में कह दिया था कि वह आतंकवादी संगठनों तालिबान और हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल रहा है।
Afghanistan Blast: अफगानिस्तान के हेरात में शुक्रवार को एक भीड़भाड़ वाली मस्जिद में हुए विस्फोट से 18 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 21 लोग घायल हो गए। तालिबान का एक प्रमुख मौलवी मुल्ला मुजीब भी इस धमाके में मारा गया।
Taliban Military Parade: तालिबान के सैकड़ों लड़ाके अमेरिका में बनी एम-4 राइफल के साथ परेड में दिखाई दिए। इसके साथ ही तालिबान ने इंटरनेशल M1124 मैक्स प्रो एंटी माइन एंबुश प्रोटेक्ट वेहिकल की पूरी फ्लीट का प्रदर्शन किया। दरअसल अमेरिकी सेना जल्दबाजी में बीते साल अगस्त महीने में अफगानिस्तान से निकली थी।
Taliban Parade: यह कार्यक्रम काबुल के उत्तर में बगराम एयर बेस पर आयोजित किया गया था। अफगानिस्तान में संचालित दो दशकों के दौरान बगराम एयरफील्ड अमेरिकियों का सबसे बड़ा सैन्य मुख्यालय था। इसका उपयोग तालिबान के खिलाफ सैन्य अभियानों की योजना बनाने और समन्वय करने के लिए किया गया था।
India at UN on Taliban:भारत ने तालिबान शासित अफगानिस्तान में आतंवादियों की मौजूदगी को लेकर यूएन के सामने वो कड़वी बात कह दी है कि जिसे सुनकर सभी देश दंग रह गए। अन्य देश ऐसा कहने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाएंगे।
Pakistan Taliban: पाकिस्तान और तालिबान के रिश्ते इन दिनों ठीक नहीं चल रहे हैं। अमेरिका ने काबुल में छिपे अल जवाहिरी को अपने रीपर ड्रोन की मदद से मार गिराया था। इसके लिए हेलफायर मिसाइल का इस्तेमाल हुआ। उस वक्त जवाहिरी तालिबान के गृह मंत्री शिराजुद्दीन हक्कानी के संरक्षण में यहां रह रहा था।
US Afghanistan: कर्नल ने उन शरणार्थियों को भी अनुमति नहीं दी, जिनके पास अमेरिकी पासपोर्ट था, यह कहते हुए कि दस्तावेज जाली हो सकते हैं। बसों में मौजूद शरणार्थियों की जिंदगी बचाने की अंतिम कोशिश के रूप में उत्तरी कैरोलिना के सीनेटर थॉम टिलिस को फोन लगाया गया।
Afghanistan News: 37 फिल्में और डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित होने के लिए लाइन में हैं, लेकिन आतिफा मोहम्मदी एकमात्र महिला अभिनेत्री हैं, जिन्होंने हाल ही में बनी इन फिल्मों में से एक में भूमिका निभाई है।
India Taliban: एक साल पहले जब 15 अगस्त को अफगानिस्तान की सरकार गिर गई थी और वहां तालिबान का शासन स्थापित हुआ था, तब भारत ने अपने राजदूत को वापस बुला लिया था। अधिकारी आधी रात को दूतावास छोड़कर काबुल से नई दिल्ली आ गए थे।
Afghanistan News: तालिबान ने भारत के दूतावास का कामकाज शुरू करने की सराहना की। साथ ही सुरक्षा का पूरा आश्वासन दिया।
Afghanistan: तालिबान ने घोषणा की है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ शरिया के अनुसार ही अपनी राजनीतिक साझेदारी आगे बढ़ाएगा। तालिबान के सर्वोच्च नेता हैबतुल्लाह अखुंदज़ादा ने घोषणा की है कि इस्लामिक अमीरात की विदेश नीति में शरिया का एक विशेष स्थान होगा।
Taliban News: दो महीने पहले काबुल के करते परवान गुरुद्वारे पर इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) का हमला हुआ था। जिसमें इस पवित्र इमारत को काफी नुकसान पहुंचा। 40 लाख अफगानी रुपये की राशि से इस समय अफगान कारीगर दीवारों पर पेंटिंग करने, फर्श की टाइलें बिछाने और मुख्य हॉल को अंतिम रूप दे रहे हैं।
Afghanistan: आज हिंदुस्तान की आवाम जहां एक ओर आजादी के जश्न में सरावोर है, वहीं अखंड भारत का कभी पड़ोसी देश रहा अफगानिस्तान के लोग आज तालिबानी कब्जे का एक साल परा होते देख रहे हैं।
One Year of Taliban: स्कूल का नया सत्र शुरू होने से पहले मार्च में उम्मीदें जगीं थीं जब तालिबान के शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की कि सभी को स्कूल जाने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन, 23 मार्च को फिर से स्कूल खोलने के दिन निर्णय अचानक उलट गया।
Taliban News: तालिबान के अफगानिस्तान में एक साल पूरे होने पर ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा कि तालिबान ने एक साल पहले अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से मानवाधिकारों और महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने के सारे वादे तोड़े हैं।
टीटीपी ने पुष्टि की है कि उसका एक अन्य कमांडर उकाबी बजौरी भी पाकिस्तानी सेना के हमले में मारा गया है। इस हमले के बाद पहली बार बयान जारी करते हुए टीटीपी ने कहा कि इस हमले के पीछे हमारे दुश्मन हैं।
अमेरिका के ऐनालिस्ट यह दावा कर रहे हैं कि जो बायडेन ने अगले चुनाव में अपनी रेटिंग सुधारने के लिए जवाहिरी को मारने का ग्रीन सिग्नल दिया।
तालिबान ने शुरुआत में इस हमले को अमेरिका की ओर से दोहा समझौते का उल्लंघन करने वाला दिखाने की कोशिश की। समझौते में यह भी कहा गया है कि अमेरिका पर हमले की मंशा रखने वाले को तालिबान शरण नहीं देगा।
पाकिस्तान ही अकेला ऐसा देश है, जो अमेरिका के किलर ड्रोन को यहां से गुजरने के लिए रास्ता दे सकता है। यहां ये बात इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पाकिस्तान और तालिबान का रिश्ता इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहा है।
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