आज अफगानिस्तान में सिख समुदाय के जहां गिने-चुने लोग रह गए हैं, वहीं कुछ दशक पहले ही इस मुल्क में उनके हजारों परिवार आबाद थे।
ये वक्त उन लोगों की मदद करने का, उन्हें पनाह देने का है जो तालिबान के जुल्म से खुद को बचाने के लिए अफगानिस्तान से निकल आए हैं।
‘वॉशिंगटन पोस्ट’ ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से अपनी खबर में बताया कि CIA के निदेशक विलियम जे. बर्न्स ने सोमवार को काबुल में बरादर के साथ एक गुप्त बैठक की।
भारत को धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा, "पूरे अफगानिस्तान की ओर से, मैं भारत के प्रति अपना अत्यंत आभार व्यक्त करना चाहती हूं और मैं आपको धन्यवाद कहना चाहती हूं। इन वर्षों में हमने महसूस किया है कि हमारे पड़ोस में एकमात्र अच्छा मित्र भारत है।"
पंजशीर में मौजूद अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि तालिबान ने अंदराब घाटी में खाने और फ्यूल की सप्लाई रोक दी है। अंदराब घाटी पंजशीर घाटी से सटा हुआ इलाका है।
रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर पोखरण से लगभग 36 किलोमीटर दूर जैसलमेर जिले के भनियाना गांव में युवकों के एक समूह ने 'तालिबान' नामक अपनी टीम के साथ एक स्थानीय क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लिया।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल जेल से तालिबान द्वारा रिहा किए गए पाकिस्तानी जैश के आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के रावलकोट और पाकिस्तान के अन्य इलाकों में पहुंच चुके हैं।
पाकिस्तान के मंत्री शेख राशिद का ने बयान दिया है कि अफगान तालिबान ने सरकार को आश्वस्त किया है कि प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान (TTP) पाकिस्तान (टीटीपी) को पाकिस्तान के खिलाफ अफगानिस्तान में काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कतर में सुहैल शाहीन ने एक इंटरनेशनल चैनल को दिए इंटरव्यू में तलिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने 31 अगस्त की डेडलाइन तय की थी और कहा था कि वह 31 अगस्त तक पूरी तरह से अफगानिस्तान छोड़ देगा, लेकिन अगर उन्होंने डेडलाइन को बढ़ाया तो इसका मतलब होगा कि अफगानिस्तान पर अपने कब्जे को बढ़ा रहे हैं।
अहमद मसूद की सेना नॉर्दन अलायंस ने दावा किया है कि उन्होंने 300 तालिबानियों को मार गिराया है। ये इलाका अब तक तालिबान से अछूता रहा है लेकिन अब तालिबान इस इलाके पर कब्जा करना चाहता है
तालिबान ने अफगानिस्तान के अपदस्थ राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति अशरफ गनी और अमरुल्ला सालेह को अपनी माफी दी है, जिससे दोनों अगर चाहें तो अफगानिस्तान लौट सकते हैं।
अफगानिस्तान से भारत लौटे सिख सांसद खालसा ने कहा, 'मुझे रोना आ रहा है। सबकुछ बर्बाद हो गया। देश को छोड़ने का फैसला बहुत मुश्किल और दुखदायी है। सबकुछ छीन गया है। सबकुछ बर्बाद हो गया है।'
अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद उत्पन्न हुई स्थिति स्थिति को लेकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को कहा कि मानवीय संकट रोकने के लिए इंटरनेशनल कम्यूनिटी एक साथ काम करे। अफगान लोगों की 20 साल की मेहनत सुरक्षित करने में सभी सहयोग करें। लोगों के लिए सेफ इवैक्युएशन सुनिश्चित होना चाहिए।
हांगकांग के 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' के एक लेख में कुछ पाकिस्तानी विश्लेषकों के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान अक्सर कहता रहा है कि अफगानिस्तान में उसका कोई पसंदीदा सहयोगी नहीं है, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तानी सरकार तालिबान की वापसी से स्पष्ट रूप से सहज नजर आ रही है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद मची अफरा-तफरी के बीच काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निकट एकत्र हुई लोगों की भीड़ में शामिल सात अफगान नागरिकों की मौत हो गई है।
अफगानिस्तान में आठवें दिन भी बैंक बंद रहने से अफगानी लोगों में डर बढ़ता जा रहा है, क्योंकि उनके पास जमा पूंजी खत्म होने वाली है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत के निकासी अभियान के तहत रविवार तक करीब 300 भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से स्वदेश लाए जाने की उम्मीद है।
पेंटागन ने कहा कि छह अमेरिकी सैन्य सी-17 विमान और 32 चार्टर उड़ानें पिछले 24 घंटों में काबुल हवाईअड्डे से रवाना हुईं। सैन्य विमानों में सिर्फ 1,600 लोग ही सवार हो पाए।
सिरसा ने कहा कि गुरुद्वारे के अंदर और आसपास की जगहों पर जो लोग रुके हैं, वे बिल्कुल सुरक्षित हैं और मैं निरंतर उनसे संपर्क में हूं।
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