रिपोर्ट में कहा गया है कि पॉलिटिको ने संवेदनशील लेकिन गैर खुफिया संदेश तथा अन्य लिखित दस्तावेज प्राप्त किए हैं।
काबुल में तालिबान ने पंजशीर घाटी में जीत का जश्न मानाने के लिए अंधाधुन हवाई फायरिंग की। लेकिन इस फायरिंग में 3 लोगों की मौत हो गई और कई बच्चे भी घायल हो गए।
देखिए देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरें एक साथ l Super 100 में हम आपको देश-दुनिया की उन खबरों से रूबरू करा रहे हैं जो सुर्खियों में हैं l Saturday, September 4, 2021
अफगानिस्तान में तालिबान के सरकार के गठन से पहले उसका कश्मीर एजेंडा सामने आ गया है। तालिबान के प्रवक्ता के अनुसार तालिबान कश्मीर के मुस्लिमों के लिए आवाज़ उठाने की तैयारी कर रहा है।
विदेश सचिव ने कहा, "उनके साथ (तालिबान) हमारी बातचीत बहुत सीमित रही है। ऐसा नहीं है कि हमारी कोई ठोस बातचीत हुई है। लेकिन अभी तक जो भी बातचीत हुई है उसमें कम से कम तालिबान यह संकेत देते दिखाई दिया है कि वे इससे निपटने में व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएंगे।"
अफ़ग़ानिस्तान में नई सरकार के गठन से पहले तालिबान ने पंजशीर पर कब्ज़े का दावा किया है। हालांकि अमरुल्ला सालेह ने इन दावों का खंडन किया है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, तालिबान का कहना है कि अमरुल्लाह सालेह पंजशीर घाटी के कुछ कमांडरों के साथ भाग गए लेकिन सालेह का कहना है कि वो पंजशीर में रहकर तालिबानी ताकत का विरोध कर रहे हैं।
राना के वकील ने पीठ के समक्ष दलील दी कि उनके खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता क्योंकि यह उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और आपराधिक मामला दर्ज करके इसे दबाया नहीं जा सकता है।
तालिबान ने काबुल में नई सरकार का ऐलान एक हफ्ते कि लिए क्यों टाला, जानिए वजह । पंजाब विधानसभा के अंदर नजर आई सिद्धू-कैप्टन के बीच की दरार, सदन में अलग बैठे सिद्धू समर्थक । देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
भारत की मेजबानी में डिजिटल तरीके से यह बैठक हुई जिसमें भारत ने सीमापार आतंकवाद तथा लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों की गतिविधियों का मुद्दा भी उठाया जिन्हें राजकीय समर्थन प्राप्त है एवं जो शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।
तालिबान के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि समूह, काबुल में ईरानी नेतृत्व की तर्ज पर सरकार गठन का ऐलान करने के लिए तैयार है जिसमें समूह के शीर्ष धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्लाह अखुनजादा अफगानिस्तान में सर्वोच्च प्राधिकारी होंगे। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को दो सप्ताह से ज्यादा का समय हो गया है।
इस बीच बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान में मुल्ला बरादर की अगुवाई में नई सरकार का गठन होगा। अरब न्यूज में प्रकाशित खबर के मुताबिक तालिबान सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि नई सरकार का गठन मुल्ला बरादर के नेतृत्व में होगा।
जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान में तांबे की समृद्ध खदानें हैं, जो चीनियों की मदद से वापस संचालित हो सकती हैं।
तालिबान सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि नई सरकार का गठन मुल्ला बरादर के नेतृत्व में होगा। सूत्रों के मुताबिक तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का बेटा मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर महमूद अब्बास इस सरकार में सीनियर पोजिशन संभालेंगे।
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के करीब दो हफ्ते बाद आज अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने जा रही है। ख़बरों के मुताबिक आज जुमे की नमाज के बाद तालिबान अफगानिस्तान में अपनी सरकार का ऐलान करने वाला है।
अफगानिस्तान में पिछले दो दशकों में अमेरिकी मिशन न केवल विफल रहा, बल्कि एक तबाही भी था। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने गुरुवार को यह टिप्पणी की।
अफगानिस्तान में आज तालिबान सरकार बनने जा रही है। सरकार का गठन ईरान मॉडल पर किया जाएगा और मुल्ला अखुंदज़ादा सुप्रीम लीडर बनाया जाएगा।
दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा है कि मुसलमान होने के नाते, हमें कश्मीर या किसी अन्य देश में मुसलमानों के लिए अपनी आवाज उठाने का अधिकार है।
अमेरिका से बाहर निकलने के बाद देश पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करने के लिए तालिबान को बधाई देते हुए अल-कायदा ने कश्मीर पर भी बयान दिया था।
अहमद मसूद की सेना का कहना है कि अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में चल रहे संघर्ष के बीच हमले के लिए आक्रामक आतंकी संगठन अल-कायदा तालिबान में शामिल हो गया है।
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