अपनी क्रूरता के कारनामों के लिए तालिबानी दुनिया भर में बदनाम हैं। इस बार तालिबानियों ने 2 लोगों को इतनी खौफनाक सजा दी है कि वह फिर चर्चा में आ गए हैं। तालिबानियों ने किसी को यह भी नहीं बताया कि उन दोनों का आखिर अपराध क्या था?
तालिबान ने एक और नया फरमान जारी किया है। जिस कंधार से निकलकर पूरे मुल्क में तालिबान फैला। वहां शरीयत की आहट सुनाई दे रही है। नए फरमान के अनुसार कांधार में अधिकारी अब 'जिंदा चीजों' के फोटो या वीडियो नहीं ले पाएंगे।
भारत उन 10 क्षेत्रीय देशों में शामिल था, जिन्होंने सोमवार को काबुल में तालिबान द्वारा बुलाई गई राजनयिक प्रतिनिधियों की बैठक में भाग लिया। इस बैठक में भारत की तरफ से दो प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
एक ब्रिटिश भारतीय को स्पेन की अदालत ने विमान उड़ने की धमकी देने के मामले में बरी कर दिया है। आरोपी ने मजाक में अपने दोस्तों के पास विमान को उड़ाने की धमकी भेज दी थी। घटना 2022 की है। अब अदालत इस नतीजे पर पहुंची है कि उसके पास कोई विस्फोटक नहीं पाया गया। इससे जाहिर होता है कि उसका ऐसा इरादा नहीं था।
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार जब से आई है, महिलाओं के अधिकार और उनकी स्वतंत्रता का हनन हुआ है। इसी कड़ी में तालिबान ने प्रतिबंध का एक और फरमान जारी किया है। यह फरमान बिना पुरुषों के रहने वाली महिलाओं के लिए है।
तालिबानियों और पाकिस्तानी आर्मी के बीच झड़प और भीषण गोलीबारी की खबर है। यह गोलीबारी अफगानिस्तान के कुनार बाजौर सीमा पर हुई है। कुनार प्रांत में डूरंड लाइन पर तनाव व्याप्त है। इसी बीच तालिबानियों ने पाक आर्मी के कई सैनिकों को बंदी बना लिया है।
तालिबान ने हजारों अफगानी छात्राओं की जिंदगी को नर्क बना दिया है। छाठवीं पास करने के बाद ये छात्राएं अब तनाव में हैं। तालिबानी फरमान के मुताबिक अब ये छात्राएं आगे की पढ़ाई नहीं कर सकेंगी। इससे छात्राओं के हसीन सपने तालिबानियों के हाथों रौंदे जा रहे हैं।
पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने पंजाब प्रांत में टीटीपी के एक कमांडर को मार गिराने का दावा किया है। पाकिस्तान के अनुसार यह तालिबानी कमांडर आइएसआइ के भवन समेत कई आतंकी हमलों का जिम्मेदार था। पाकिस्तान को कई वर्षों से इसकी तलाश थी। यह बम धमाके करने में बड़ा माहिर था।
पाकिस्तान तालिबानियों को घातक हथियार देखकर घबरा गया है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से कहा है कि तालिबानी आतंकियों के पास इतने उन्नत और घातक हथियार कहां से आ गए, इसकी जांच कराई जानी चाहिए। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही टीटीपी आतंकियों ने पाकिस्तान पर कई बड़े हमले किए हैं।
अफगानिस्तान में तालिबानियों की सरकार को भारत मान्यता नहीं देता है और न ही आगे देगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कांबोज ने कहा कि तालिबान में समावेशी सरकार का गठन किया जाना चाहिए। तालिबानियों का शासन महिलाओं, बच्चों और अफगानी लोगों का कल्याण नहीं कर सकता।
भारत के पड़ोसी देश में महिलाओं की आबरू बिलकुल भी सुरक्षित नहीं रह गई है। महिलाओं और लड़कियों के साथ दुष्कर्म और अन्य लैंगिक हिंसा के मामले बढ़े हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं की सुरक्षा करने में नाकाम तालिबानी अधिकारी अफगानी महिलाओं को जेल भेज रहे हैं।
पाकिस्तान में हुए बड़े आतंकी हमले में 25 सैनिकों की मौत पर पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान ने इस संबंध में अफगानिस्तान के राजदूत को तलब कर खूब खरी खोटी सुनाई। साथ ही तालिबान को बड़ी चेतावनी भी दे डाली।
मलाला युसुफजई ने अफगानिस्तान पर जमकर भड़ास निकालते हुए महिलाओं के प्रति अफगानिस्तान में किए जा रहे भेदभाव पर दुनिया का ध्यान आकृष्ट किया। मलाला ने कहा कि जब से तालिबान सरकार आई है, महिलाओं के बुरे दिन शुरू हो गए थे।
आतंकियों की शरणस्थली बना पाकिस्तान अब खुद आतंकवाद की आग में जल रहा है। पाकिस्तान में एक के बाद एक लगातार आतंकवादी वारदातें हो रही हैं। ताजा मामले में पाकिस्तान पर टीटीपी और आइएसआइएस मिलकर बड़ा हमला करने वाले थे। मगर सुरक्षा बलों ने सर्च अभियान के दौरान 14 आतंकियों को दबोच लिया।
अफगानिस्तान भारत में फिर अपने दूतावास का कामकाज शुरू करेगा। पहले दूतावास बंद करने की खबरें आ रही थी। लेकिन यह दूतावास फिर काम करेा। दरअसल, अफगानिस्तान भारत से अपने संबंध और अच्छे करना चाहता है।
पाकिस्तान अपने देश से अफगानियों को निकालने के लिए पूरी तरह से जुटा हुआ है। 31 अक्टूबर की तय मियाद के बाद भी कई अफगान शरणार्थी पाकिस्तान नहीं जा सके हैं। इसके लिए अब पाकिस्तान ने नया कदम उठाया है।
पाकिस्तान से अफगान शरणार्थियों को जबरन अफगानिस्तान भेजा जा रहा है। इसके लिए 1 नवंबर की अंतिम समय सीमा रखी गई थी। इसके बाद इन अफगान शरणार्थियों संग क्रूर व्यवहार किया जा रहा है। इसकी निंदा यूएन और पश्चिमी देशों ने भी की है।
पाकिस्तान ने आतंक और दहशत से निजात पाने के लिए 17 लाख अफगान नागिरकों को बाहर निकालने का ऐलान किया है। इससे तालिबान के साथ उसकी दुश्मनी और बढ़ सकती है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बॉर्डर पर अफगानी शरणार्थियों को पाकिस्तान की पुलिस और नागरिक मिलकर मारपीट रहे हैं और बाहर भगा रहे हैं। इससे उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा।
अफगानिस्तान ने आज से अपना दूतावास भारत में बंद करने का फैसला किया है। अफगानिस्तान ने बताया है कि भारत से साझेदारी को ध्यान में रखते हुए सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद ही ये फैसला लिया गया है।
लंबे समय बाद अफगानिस्तान भारत में अपने दूतावास को बंद करने जा रहा है। अफगानिस्तान की ओर से मीडिया में यह खबर आई है। मगर भारत के पास अभी अफगानिस्तान की तरफ से कोई आधिकारिक संदेश नहीं आया है। ऐसे में इस दावे की भारत पड़ताल कर रहा है।
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