पंजशीर पर कब्ज़े के बाद तालिबान के प्रवक्ता ने एक प्रेस कांफ्रेंस की जहां उन्होंने ने ये दावा किया कि पंजशीर के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा।
'सामना' के संपादकीय में उनकी टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कहा गया है, "भले ही जावेद अख्तर एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं और कट्टरता के खिलाफ बोलते हैं, लेकिन उनका आरएसएस की तुलना तालिबान से करना पूरी तरह से गलत है।"
पंजशीर में तालिबान के लड़ाकों और अफगान रेजिस्टेंस फ्रंट की लड़ाई के परिणाम स्वरूप अब पंजशीर पर पूरी तरह से तालिबान का कब्ज़ा है। तालिबान ने पंजशीर के गवर्नर हाउस पर अपना झंडा भी लगा दिया है।
तालिबान की तरफ से दावा किया जा रहा है कि पंजशीर पर पूरी तरह से कब्जा हो गया है। Resistance Forces ने भी करीब-करीब अपनी हार मान ली है। दरअसल न्यूज एजेंसी AFP ने जानकारी दी है कि Resistance Forces ने बयान जारी कर तालिबान से लड़ाई रोकने और पीछे हटने के लिए कहा है। कहा जा रहा है कि पंजशीर में हुए संघर्ष में Resistance Forces को भारी नुकसान हुआ है।
AFP ने जानकारी दी है कि Resistance Forces ने बयान जारी कर तालिबान से लड़ाई रोकने और पीछे हटने के लिए कहा है। कहा जा रहा है कि पंजशीर में हुई संघर्ष में Resistance Forces को भारी नुकसान हुआ है।
संघ की तालिबान से हुई तुलना के मामले में RSS गंभीर है। सोमवार को RSS प्रमुख मोहन भागवत मुस्लिम बुद्धिजीवियों से बातचीत करने वाले हैं।
पंजशीर पर कब्जे के तालिबान के दावे को अहमद मसूद ने खारिज कर दिया था. अहमद मसूद की ओर से दावा किया गया था कि पंजशीर पर उनका नियंत्रण है
अफगानिस्तान में तालिबान आतंकवादियों ने एक प्रांतीय शहर में एक पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी है।
पंचशीर में NRF लीडर अहमद मसूदने तालिबान से बातचीत की पेशकश की है। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, "हम शांति चाहते हैं।"
अफगानिस्तान के पंजशीर में तालिबान और विद्रोही बलों यानी रेजिस्टेंस फोर्सेस के बीच खूनी संघर्ष जारी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजशीर के उत्तर-पूर्वी प्रांत में करीब 600 तालिबानी लड़ाके मारे गए हैं.
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अब आतंकवाद और ज्यादा बढ़ने की आशंका बनी हुई है। इन सबके बीच यह भी आशंका जताई जा रहा है कि अब तालिबान अब पाकिस्तान के इशारों पर चल सकता है। इन सभी मुद्दों पर देखिए आज की बड़ी बहस 'मुकाबला'।
कल तक जहां एक ओर तालिबान पंजशीर पर कब्ज़े की बात कर रहा था वहीं अब अफ़ग़ान रेजिस्टेंस फाॅर्स ने ये दावा किया है कि उसने 600 से ज़्यादा तालिबानी लड़ाके मार गिराए हैं।
जहां कल तक तालिबान पंजशीर पर कब्ज़े का दावा कर रहा था, वहीं एक वीडियो सामने आया है जिसमें तालिबान के लड़ाके भागते नज़र आ रहे हैं।
तालिबान के लड़ाकों ने शुक्रवार रात देश भर में हवा में गोलियां चलाईं, जिसमें अफगानिस्तान के आसपास 70 से अधिक लोग मारे गए।
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान ने भले ही अपना कब्ज़ा जमा लिया हो लेकिन उसकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। तालिबान सरकार के गठन की तारीख एक बार फिर से टाल दी गई है।
केरल बीजेपी चीफ के सुरेंद्रन ने कहा कि राज्य में नेता दूध और शहद देकर धार्मिक उग्रवाद का पोषण कर रहे हैं।
तालिबान के शासन तले अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किए जाने की आशंका के बीच समूह ने कहा है कि उसे कश्मीर समेत हर कहीं मुस्लिमों के पक्ष में बोलने का अधिकार है। हालांकि उसने कहा कि उसकी किसी भी देश के खिलाफ ‘सशस्त्र अभियानों’ को अंजाम देने की नीति नहीं है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने शनिवार को कहा कि तालिबान एक ऐसी सरकार बनाने के लिये संघर्ष कर रहा है जो समावेशी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्वीकार्य हो। तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर काबिज होने के बाद दूसरी बार, काबुल में नयी सरकार के गठन की घोषणा स्थगित की है। मुजाहिद ने कहा, ''नयी सरकार और कैबिनेट सदस्यों के बारे में घोषणा अब अगले सप्ताह की जाएगी।''
तालिबान ने अपनी सरकार के गठन को फिलहाल कुछ दिनों के लिए टाल दिया है। हालांकि यह तय हो गया है कि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर अफगानिस्तान की सरकार का नेतृत्व करेंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पॉलिटिको ने संवेदनशील लेकिन गैर खुफिया संदेश तथा अन्य लिखित दस्तावेज प्राप्त किए हैं।
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