अब जबकि अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बन गई है, पाकिस्तानी नेता और मंत्री खुले तौर पर कह रहे हैं कि वे अपने लोगों को भेजकर शासन चलाने में तालिबान की मदद करेंगे।
एक ओर तो पाकिस्तान तालिबान की सरकार के लिए दुनिया भर से सपोर्ट की अपील कर रहा है और दूसरी ओर धमकी भी दे रहा है कि अगर दुनिया अफगानिस्तान की सरकार को सपोर्ट नहीं करेगा तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात के लिए नव-घोषित कैबिनेट की सूची के अनुसार तालिबान ने खराब छवि के लोगों को छुपाने के लिए मंत्रालय में अच्छे लोगों की नियुक्ति की है।
9/11 हमले की बीसवीं बरसी पर आज तालिबान सरकार का शपथ ग्रहण..कंधार में पीएम तो बाकी मंत्री काबुल में ले सकते हैं शपथ
अफगानिस्तान के 3 हवाई अड्डों पर बार-बार क्यों उतर रहे हैं पाकिस्तानी सैन्य विमान? क्या तालिबान ने अफगान रेजिस्टेंस के नेता अमरुल्ला सालेह के भाई को बेरहमी से मार डाला? देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
कुरैशी ने कहा कि अफगानिस्तान को अलग-थलग करने के गंभीर परिणाम होंगे और वो अफगान जनता, क्षेत्र तथा दुनिया के लिए सहायक नहीं होंगे।
दरअसल दरअसल अफगानिस्तान से राष्ट्रपति अशरफ गनी के भागने और काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान के सेंट्रल बैंक की करीब साढ़े नौ अरब डॉलर यानी 706 अरब रुपये से ज्यादा की संपत्ति फ्रीज कर दी है।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने यह भी कहा कि एक समृद्ध और शांतिपूर्ण क्षेत्र के लिए सभी क्षेत्रीय हितधारकों के बीच करीबी सहयोग आवश्यक है।
पाकिस्तानी दुकानदारों ने कैमरे पर कबूल किया कि ये 'लूट का माल' है जिसे तालिबान ने अपने कब्जे में ले लिया था।
पंजशीर में तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई को गोली मारे जाने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबानियों ने पंजशीर में सालेह के भाई को गोली मार दी है। वहीं अमरुल्लाह सालेह का कुछ अता-पता नहीं है।
पंजशीर में तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई को गोली मारे जाने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबानियों ने पंजशीर में सालेह के भाई को गोली मार दी है। वहीं अमरुल्लाह सालेह का कुछ अता-पता नहीं है।
अफगानिस्तान पर अब तालिबान कब्ज़ा है और अब 9/11 की 20वीं बरसी पर तालिबान की नई सरकार का शपथ ग्रहण होने जा रहा है। आपको बता दें, इसी दिन अमेरिका के ट्विन टावरों पर हमला किया गया था।
तालिबान की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कल यानी 9/11 की 20वीं बरसी पर हो सकता है। 20 साल पहले कल ही के दिन अमेरिका के ट्विन टॉवर पर हमला हुआ था जिसे दुनिया 9/11 के नाम से जानती है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने बृहस्पतिवार को कहा कि तालिबान की अंतरिम सरकार अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अमेरिका की उम्मीदों के अनुरूप नहीं है।
तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि महिलाओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए, प्रवक्ता ने आगे कहा कि महिलाएं सिर्फ बच्चे पैदा करने पर ध्यान दें।
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया और कहा कि अमेरिका और इसके सहयोगियों का अफगानिस्तान से जाने से एक नया संकट पैदा हो गया है।
एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि तालिबान के 2 वरिष्ठ अधिकारियों ने विदेशी नागरिकों के प्रस्थान में मदद की और उसके अधिकारी एयरपोर्ट पर गश्त दे रहे हैं।
इस वीडियो में कम से कम 4 सुपर टुकानों फाइटर प्लेन्स दिख रहे हैं। एक एक प्लेन की कीमत 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा है लेकिन चूंकि उन्हें उडाने वाला कोई नही है, अफगानिस्तान एयरफोर्स के पायलट्स ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर रहे इसीलिए 8000 करोड़ से ज्यादा की कीमत वाले ये विमान अब झूला झूलने के काम आ रहे हैं।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला मुहम्मद हसन अखुन्द ने कहा कि हम पिछली सरकारों के अधिकारियों से देश लौटने की अपील करते हैं और हम उन्हें पूर्ण सुरक्षा देंगे।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में ऐसे भी नेता हैं जो उम्मीद कर रहे हैं कि तालिबान और पाकिस्तान मिलकर कश्मीर में हिंसा भड़काएंगे और मोदी सरकार को परेशान करेंगे।
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