संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के तालिबान (Taliban) के समर्थन में दिए गए विवादित बयान के बाद अब वो बात सफाई देते नजर आए
दुनिया की नजर अफगानिस्तान पर बनी हुई है. तालिबान राज लौटते ही लोगों ने देश से भागना शुरू कर दिया है. इस समय काबुल एयरपोर्ट का हाल काफी बुरा है.
तालिबान ने वादा किया कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल किसी देश के खिलाफ नहीं होगा.किसी दूतावास, इंटरनेशनल संस्था को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा, शरिया कानून के तहत महिलाओं को अधिकार और आजादी मिलेगी...प्राइवेट मीडिया को काम की आजादी होगी.लेकिन अफगान मूल्यों का ख्याल रखना होगा
मुल्ला बरादर हो सकता है अफगानिस्तान का अगला राष्ट्रपति, 20 साल से चल रहे युद्ध का विजेता बनकर उभरा है बरादर,तालिबान संस्थापक मुल्ला उमर का रिश्तेदार है मुल्ला बरादर
अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा करने के बाद तालिबान ने मंगलवार को पहली बार राजधानी काबुल से पूरी दुनिया को संबोधित किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का वादा किया है, लेकिन कहा है कि ऐसा इस्लामी कानून के मानदंडों के भीतर ही किया जाएगा। उन्होंने साथ ही वादा किया कि तालिबान लड़ाके अफगानिस्तान की कमान संभालने के बाद देश की रक्षा करेंगे।
अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा करने के बाद तालिबान ने मंगलवार को पहली बार राजधानी काबुल से पूरी दुनिया को संबोधित किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का वादा किया है, लेकिन कहा है कि ऐसा इस्लामी कानून के मानदंडों के भीतर ही किया जाएगा।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के पैदा हुए अफरातफरी के माहौल के बीच आज भारतीय वायुसेना का सी-17 मालवाहक विमान काबुल से भारतीय दूतावास के राजदूत सहित 148 लोगों को भारत लेकर पहुंचा।
अफगानिस्तान में अब तालिबान का राज आ चुका है। अफगानिस्तान में लंबे समय से चले आ रहे युद्ध में रविवार को तालिबान के चरमपंथियों ने राजधानी काबुल में प्रवेश कर राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था, अफगानिस्तान में तालिबान के राज के साथ ही अब बड़ा सवाल ये है कि क्या तालिबान पर 'भरोसा' किया जा सकता है?
अफगानिस्तान में अब तालिबान का राज आ चुका है। तालिबान राज की शुरुआत होते ही काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल है।
संवैधानिक संशोधन, जिसका उद्देश्य पिछड़ी जातियों की पहचान करने के लिए राज्यों की शक्ति को बहाल करना है, सोमवार को निचले सदन में पेश किया गया। चूंकि यह एक संवैधानिक संशोधन है, इसलिए इसे दोनों सदनों में पारित करने की आवश्यकता है।
तालिबान को रविवार को भारी हताहतों का सामना करना पड़ा, जब वायु सेना ने शेबर्गन शहर में उनकी सभाओं और ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें आतंकवादी संगठन के 200 सदस्य मारे गए।
तालिबान कैसे आत्मघाती हमले करके अफगानों के बीच दहशत पैदा करने की कोशिश कर रहा है? कैसे अफगान सेना जमीनी, हवाई हमले करके तालिबान को आगे बढ़ने से रोक रही है? देखिए काबुल से इंडिया टीवी की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट।
अफगानिस्तान में तालिबान के रॉकेट अब काबुल के बाहर पहुंचने लगे हैं। इससे देश के हिन्दू और सिख इलाकों में डर का माहौल है। देखें इंडिया टीवी की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट।
बाइडेन ने इस धारणा के खिलाफ पीछे धकेल दिया कि अमेरिकी मिशन विफल हो गया है, लेकिन यह भी ध्यान दिया कि यह संभावना नहीं है कि सरकार अमेरिका के बाद पूरे अफगानिस्तान को नियंत्रित करेगी। पत्तियां। उन्होंने अफगान सरकार और तालिबान से शांति समझौते पर आने का आग्रह किया, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि युद्ध शुरू होने से पहले की तरह ही दुर्जेय बना हुआ है। नई वापसी की तारीख पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के प्रशासन द्वारा 1 मई तक अमेरिकी सैन्य मिशन को समाप्त करने के लिए तालिबान के साथ एक समझौते पर बातचीत के बाद आई है।
अफगानिस्तान ने अपने आर्मी चीफ को भारत भेजने का फैसला किया है और वह भारत आकर एक हाईलेवल डेलीगेशन के साथ मीटिंग करेंगे। इससे पहले भी अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट अंटोनी ब्लिंकेन ने पीएम मोदी, एस जयशंकर और अजित डोभाल के साथ मुलाक़ात की थी।
Standoff in Kabul hotel ends with Taliban attackers killed
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