अफगानिस्तान के कुल 34 प्रान्तों में से पंजशीर अकेला ऐसा प्रान्त है जो अब तक तालिबानी आतंकियों के कब्जे से बाहर है l लेकिन बौखलाए तालिबान ने पंजशीर प्रान्त में इंटरनेट, कॉल और मैसेज सर्विस बंद कर दी है l
राकेश टिकैत ने किसानों के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज को लेकर कहा कि जिसने सिर फोड़ने का आदेश दिया वो तालिबान कमांडर है और पुलिस की ताकत से सरकार इस देश पर कब्जा करना चाहती है।
अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता के आने के बाद आंतकवाद को पालने वाला पाकिस्तान अब खुलकर इसका समर्थन कर रहा है, वहीं इस मुद्दे पर चीन का भी दोहरा चरित्र दुनिया के सामने आ चुका है l ड्रैगन भी अब खुलकर तालिबान का समर्थन कर रहा है l
भारत की क्षमता होने के बाद भी भारत ने किसी भी पड़ोसी देश पर आक्रमण नहीं किया है और ना ही किसी पड़ोसी देश की एक इंच ज़मीन पर कब्ज़ा किया है, ऐसा भारत का इतिहास रहा है। हम लोगों ने पूरी दुनिया को अपना परिवार माना है: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, तमिलनाडु
भारत की इंटेलिजेंस एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में एक आतंकी हमले की आशंका जताई है। सूत्रों के अनुसार तालिबान से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर ने मुलाक़ात की है।
जानिए, काबुल हमले को अंजाम देने वाले ISIS (K) का पाकिस्तान कनेक्शन। अमेरिका की गलत प्लानिंग के कारण तालिबान के हाथों में कैसे पड़ गए अरबों डॉलर के हेलिकॉप्टर, प्लेन । देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए बम धामकों में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है, अबतक 170 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट के बाहर एक के बाद एक 3 सीरियल ब्लास्ट हुए थे। हमले में मारे गए लोगों में 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं।
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने काबुल हवाई अड्डे पर फिदायीन हमलों की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि अब्दुल रहमान अल-लोगरी इस हमले के फिदायीन हमलावरों में से एक है। इन हमलों में 60 अफगान समेत 13 अमेरिकी सुरक्षाबलों के जवान मारे गए हैं।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार को हुए आतंकी हमले पर भारत ने कड़ी निंदा जताई है। साथ ही भारत ने यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में कहा कि इस आतंकी हमले ने दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरुरत को मजबूत किया है।
आज मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जहां सभी पार्टियों के नेताओं को अफ़ग़ानिस्तान के मौजूदा हालत के बारे में जानकारी दी गई। क्या भारत के पास वाकई तालिबान रोको प्लान है? देखिए बड़ी बहस कुरुक्षेत्र में पंकज भार्गव के साथ।
अफगानिस्तान से भारत आना चाह रहे 140 हिंदू और सिखों को तालिबान ने रोक दिया है। तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट के पास अपने लड़ाकों की तैनाती बढ़ा दी है और 15 घंटे से भारत के उड़ान भरने का इंतजार कर रहे 140 हिंदुओं और सिखों को वहां से लौटने के लिए कहा है।
अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद भारत सरकार का क्या रुख होगा इसको लेकर गुरुवार को दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान सरकार की तरफ से कुछ संकेत दिए गए हैं। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार की तरफ से सर्वदलीय बैठक में कहा गया है कि अफगानिस्तान के मामले पर पूरी दुनिया फिलहाल Wait and Watch की नीति पर चल रही है और भारत भी इसी नीति पर आगे बढ़ रहा है।
अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से पंजशीर प्रांत इकलौता ऐसा राज्य है, जहां तालिबान अपना नियंत्रण स्थापति नहीं कर सका है।
ज्ञात अमेरिकी रक्षा अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि इस इनपुट के बाद हवाई अड्डे की सुरक्षा के बारे में अमेरिका की चिंताएं बढ़ गई हैं।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से मची अफरा-तफरी के बीच विभिन्न देश अपने नागरिकों को काबुल से सुरक्षित निकालने में जुटे हुए हैं। इस बीच इंडियन एयरफोर्स का एक विमान ने 24 भारतीय और 11 नेपाली नागरिकों को लेकर काबुल से उड़ान भरने के बाद गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतर गया है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारतीय एयरफोर्स का विमान काबुल से 24 भारतीय और 11 नेपाली नागरिकों को लेकर दिल्ली पहुंचा है।
कैसे भारत विरोधी हक्कानी नेटवर्क के नेता अब तालिबान सरकार में शीर्ष पदों पर आ गए हैं? जनरल बिपिन रावत ने क्यों कहा, अफगानिस्तान से निकलने वाले आतंकवाद से निपटने के लिए भारत तैयार। देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ
तालिबान के खिलाफ NSA डोभाल की क्या योजना है? उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे पर रूस और चीन से बात की है। अधिक जानने के लिए देखें एक्सक्लूसिव रिपोर्ट।
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में जो कुछ भी हुआ है, उसकी उम्मीद थी, मगर यह अंदाजा नहीं था कि यह इतनी जल्दी हो जाएगा।
तालिबान के 40 सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता के लिए पंजशीर घाटी में प्रतिरोध बलों के साथ मुलाकात की।
ब्रिटेन के PM Boris Johnson ने अफगानिस्तान की स्थिति पर बातचीत के लिए बुलाई G7 की बैठक, आज होने वाली इस मीटिंग में अफगानिस्तान संकट पर चर्चा की जाएगी और वहां की त्रासदी पर मंथन किया जाएगा
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