अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए मुल्ला हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। मंत्रिमंडल में अमेरिका नीत गठबंधन और अफगान सरकार के सहयोगियों के खिलाफ 20 साल तक चली जंग में दबदबा रखने वाली तालिबान की शीर्ष हस्तियों को शामिल किया गया है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मुल्ला हसन अखुंद को नई सरकार में प्रधानमंत्री बनाने का ऐलान किया है।
तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए मुल्ला हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मुल्ला हसन अखुंद को नई सरकार में प्रधानमंत्री बनाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, मुल्ला बरादर को उप प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा की गई है।
पाकिस्तान के खिलाफ फूटा अफगानियों का गुस्सा, दरअसल पंजशीर में हुए पाकिस्तानी हमले से नाराज लोगों ने पाकिस्तान की एंबेसी के बाहर जबरदस्त नारेबाजी करते पाकिस्तान के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया
तालिबान जहां कल तक पंजशीर पर कब्ज़े की बात कह रहा था, वहीं अब खबर आ रही है कि संगठन ने कल बड़ा नुक्सान सहा है। आधी रात नॉर्थेर्न अलायन्स ने पंजशीर में तालिबान के पांच ठिकानों पर हवाई फायरिंग की है।
तालिबान ने कहा है कि उसका पंजशीर क्षेत्र पर कब्जा हो गया है, लेकिन पंजशीर में तालिबान का विरोध कर रही सेनाओं का नेतृत्व करने वाले नेता अहमद मसूद ने एक ऑडियो मैसेज के जरिए कहा कि तालिबान के साथ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। अहमद मसूद ने ये भी कहा कि पंजशीर में अकेले तालिबान नहीं पाकिस्तान भी जंग लड़ रहा है और वह तालिबान का साथ दे रहा है।
पंजशीर के मौजूदा हालात पर प्रधानमंत्री आवास में हाई लेवल मीटिंग हुई, इस मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , विदेश मंत्री एस जयशंकर , राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल समेत कई अन्य महत्वपूर्ण लोग मौजूद रहे
पंचशीर में NRF लीडर अहमद मसूद का एक ऑडियो मैसेज जारी हुआ है। संदेश में मसूद ने अफगानिस्तान को लोगों से तालिबान के खिलाफ जंग शुरू करने की बात कही है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह तालिबान के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
तालिबान की तरफ से दावा किया जा रहा है कि पंजशीर पर पूरी तरह से कब्जा हो गया है, NRF ने इस दावे को फर्जी बताया है, लेकिन उन्होंने करीब-करीब अपनी हार स्वीकार ली है।
तालिबान ने अफगानिस्तान में coeducation पर लगाया प्रतिबंध
पंजशीर पर कब्ज़े के बाद तालिबान के प्रवक्ता ने एक प्रेस कांफ्रेंस की जहां उन्होंने ने ये दावा किया कि पंजशीर के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा।
पंजशीर में तालिबान के लड़ाकों और अफगान रेजिस्टेंस फ्रंट की लड़ाई के परिणाम स्वरूप अब पंजशीर पर पूरी तरह से तालिबान का कब्ज़ा है। तालिबान ने पंजशीर के गवर्नर हाउस पर अपना झंडा भी लगा दिया है।
तालिबान की तरफ से दावा किया जा रहा है कि पंजशीर पर पूरी तरह से कब्जा हो गया है। Resistance Forces ने भी करीब-करीब अपनी हार मान ली है। दरअसल न्यूज एजेंसी AFP ने जानकारी दी है कि Resistance Forces ने बयान जारी कर तालिबान से लड़ाई रोकने और पीछे हटने के लिए कहा है। कहा जा रहा है कि पंजशीर में हुए संघर्ष में Resistance Forces को भारी नुकसान हुआ है।
संघ की तालिबान से हुई तुलना के मामले में RSS गंभीर है। सोमवार को RSS प्रमुख मोहन भागवत मुस्लिम बुद्धिजीवियों से बातचीत करने वाले हैं।
पंजशीर पर कब्जे के तालिबान के दावे को अहमद मसूद ने खारिज कर दिया था. अहमद मसूद की ओर से दावा किया गया था कि पंजशीर पर उनका नियंत्रण है
पंचशीर में NRF लीडर अहमद मसूदने तालिबान से बातचीत की पेशकश की है। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, "हम शांति चाहते हैं।"
अफगानिस्तान के पंजशीर में तालिबान और विद्रोही बलों यानी रेजिस्टेंस फोर्सेस के बीच खूनी संघर्ष जारी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजशीर के उत्तर-पूर्वी प्रांत में करीब 600 तालिबानी लड़ाके मारे गए हैं.
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अब आतंकवाद और ज्यादा बढ़ने की आशंका बनी हुई है। इन सबके बीच यह भी आशंका जताई जा रहा है कि अब तालिबान अब पाकिस्तान के इशारों पर चल सकता है। इन सभी मुद्दों पर देखिए आज की बड़ी बहस 'मुकाबला'।
कल तक जहां एक ओर तालिबान पंजशीर पर कब्ज़े की बात कर रहा था वहीं अब अफ़ग़ान रेजिस्टेंस फाॅर्स ने ये दावा किया है कि उसने 600 से ज़्यादा तालिबानी लड़ाके मार गिराए हैं।
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