पाकिस्तान को अब हिंदुस्तान से ज्यादा अफगानिस्तान से खतरा हो गया है. आज ही तालिबानियों ने पाकिस्तान को बहुत बड़ी चेतावनी दे दी है,, चेतावनी ये कि 2023 में वो पाकिस्तान को आजाद करवाकर यहां भी तालिबान सरकार बना लेंगे. देखिए इस खास रिपोर्ट में.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवाद निरोधी अभियान में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच सोमवार को हुई मुठभेड़ में एक ‘जूनियर कमीशंड अधिकारी’ (जेसीओ) सहित पांच सैन्य कर्मी शहीद हो गए। इस आतंकी घटना के बाद Captain Amarinder Singh ने इसे तालिबान से जोड़ा और कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद आतंकी घटनाएं बड़ी हैं...इसके अलावा आज की बात में आज क्या है खास जानने के लिए पूरा वीडियो देखें...
UN में एक बार फिर से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कश्मीर का राग अलापा है। जहां उन्होंने भारत को युद्ध की धमकी दी वहीं तालिबान की वकालत भी की।
आज सभी की निगाहें व्हाइट हाउस पर होंगी जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन से मुलाकात करने वाले हैं। क्या दोनों नेता पाकिस्तान और तालिबान में पनप रहे आतंकी समूहों के खिलाफ एक जॉइंट ऐक्शन प्लान को अंतिम रूप देंगे? देखें, 'कुरुक्षेत्र' में जोरदार बहस।
अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा स्थापित नई सरकार के सामने वैसे तो कई समस्याएं है लेकिन भुखमरी के जो हालात वहाँ पैदा हुए है उसका सबसे ज्यादा नुकसान आम गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है
क्या आप जानते है कि पाकिस्तान में एक ऐसा मदरसा है जहां से पढ़कर तालिबान के टॉप लीडर्स निकले हैं और यह खूखार तालिबानी नेता अब अफगानिस्तान में बनी नई सरकार के कैबिनेट में भी शामिल हैं...इस मदरसे का नाम है 'दारुल उलूम हक़्क़ानिया'.....
बगराम जेल अफगानिस्तान का वह जेल है जहां अमेरिका ने अल क़ायदा और ISIS के बड़े-बड़े आतंकियों को कैद कर रखा था। लेकिन तालिबान के सत्ता में आते ही ये सारे क़ैदी जेल से छूट गए। देखिए इंडिया टीवी पर बगराम जेल की एक्सक्लूसिव तस्वीरें।
भारत अभी दुनिया के सबसे बड़े मुद्दे अफगानिस्तान पर चर्चा कर रहा है, तो वहीं आज बीजेपी के भूपेंद्र पटेल गुजरात के नए सीएम भी बना दिए गए। ऐसा कहा जा रहा है कि पीएम मोदी सितंबर में कई बड़े फैसले भी ले सकते हैं। आखिर क्या है पीएम मोदी का सितंबर प्लान? जानिए इस रिपोर्ट में।
तालिबान के मसले पर एक मीटिंग चल रही है। इस पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बड़ी बात कही है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि भारत अफगानिस्तान को अनाज देने के तैयार है लेकिन उस पर तालिबान का कब्ज़ा नहीं होना चाहिए।
अफगानिस्तान के उप प्रधानमंत्री मुल्ला बरादर का एक ऑडियो संदेश सामने आया है जिसमें मुल्ला बरादर ने कहा है कि वह जिंदा है और घायल भी नहीं हुआ था। तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने अपने ट्विटर हेंडल से यह ऑडियो जारी किया है। देखिए कुरुक्षेत्र सौरव शर्मा के साथ।
9/11 हमले की बीसवीं बरसी पर आज तालिबान सरकार का शपथ ग्रहण..कंधार में पीएम तो बाकी मंत्री काबुल में ले सकते हैं शपथ
अफगानिस्तान के 3 हवाई अड्डों पर बार-बार क्यों उतर रहे हैं पाकिस्तानी सैन्य विमान? क्या तालिबान ने अफगान रेजिस्टेंस के नेता अमरुल्ला सालेह के भाई को बेरहमी से मार डाला? देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
पंजशीर में तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई को गोली मारे जाने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबानियों ने पंजशीर में सालेह के भाई को गोली मार दी है। वहीं अमरुल्लाह सालेह का कुछ अता-पता नहीं है।
अफगानिस्तान पर अब तालिबान कब्ज़ा है और अब 9/11 की 20वीं बरसी पर तालिबान की नई सरकार का शपथ ग्रहण होने जा रहा है। आपको बता दें, इसी दिन अमेरिका के ट्विन टावरों पर हमला किया गया था।
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया और कहा कि अमेरिका और इसके सहयोगियों का अफगानिस्तान से जाने से एक नया संकट पैदा हो गया है।
तालिबान की क्रूरता का एक वीडियो सामने आया है और बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में तालिबान के सैनिक एक अफगान सैनिक की बुरी तरह पिटाई कर रहे हैं। आपको बता दें कि इस सैनिक ने आत्मसमर्पण कर दिया था।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई है कि अफगानिस्तान में तालिबान एक अच्छी हुकूमत चलाएंगे और लोगों से इंसाफ करेंगे। उन्होंने कहा कि तालिबान को सभी के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
फॉक्स न्यूज़ के एक रिपोर्टर के मुताबिक पंजशीर में हुए तालिबानी हमले में पाकिस्तान का बहुत बड़ा हाथ है। दावा यह है कि पाकिस्तानी आर्मी तालिबान की मदद कर रही है।
कश्मीर के नेता फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने तालिबान की तारीफ की है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि उन्हें तालिबान से अच्छी सरकार की उम्मीद है।
अफगानिस्तान में आखिरकार तालिबान की सरकार का गठन हो गया। इस कैबिनेट जहां मुल्ला हसन अखुंद प्रधानमंत्री होंगे वहीं उनके साथ-साथ दो उपप्रधानमंत्री भी होंगे। देखिए पूरी रिपोर्ट।
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