अब जबकि अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बन गई है, पाकिस्तानी नेता और मंत्री खुले तौर पर कह रहे हैं कि वे अपने लोगों को भेजकर शासन चलाने में तालिबान की मदद करेंगे।
अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात के लिए नव-घोषित कैबिनेट की सूची के अनुसार तालिबान ने खराब छवि के लोगों को छुपाने के लिए मंत्रालय में अच्छे लोगों की नियुक्ति की है।
तालिबान की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कल यानी 9/11 की 20वीं बरसी पर हो सकता है। 20 साल पहले कल ही के दिन अमेरिका के ट्विन टॉवर पर हमला हुआ था जिसे दुनिया 9/11 के नाम से जानती है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने बृहस्पतिवार को कहा कि तालिबान की अंतरिम सरकार अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अमेरिका की उम्मीदों के अनुरूप नहीं है।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला मुहम्मद हसन अखुन्द ने कहा कि हम पिछली सरकारों के अधिकारियों से देश लौटने की अपील करते हैं और हम उन्हें पूर्ण सुरक्षा देंगे।
‘ इस प्रशासन से कोई नहीं, न तो राष्ट्रपति और न ही राष्ट्रीय सुरक्षा दल से कोई यह मानेगा कि तालिबान वैश्विक समुदाय का सम्मानित एवं महत्त्वपूर्ण सदस्य है। उन्होंने किसी भी तरह से अपनी साख ऐसी नहीं बनाई है और न ही हमने ऐसा कभी कहा है।
इससे पहले तालिबान ने अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत पर कब्जे का दावा किया था । गवर्नर हाउस पर झंडा लगाते एक वीडियो भी जारी किया गया था लेकिन 24 घंटे के अंदर तालिबान पर बड़े हमले की खबर है
तालिबान के लड़ाकों ने शुक्रवार रात देश भर में हवा में गोलियां चलाईं, जिसमें अफगानिस्तान के आसपास 70 से अधिक लोग मारे गए।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने शनिवार को कहा कि तालिबान एक ऐसी सरकार बनाने के लिये संघर्ष कर रहा है जो समावेशी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्वीकार्य हो। तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर काबिज होने के बाद दूसरी बार, काबुल में नयी सरकार के गठन की घोषणा स्थगित की है। मुजाहिद ने कहा, ''नयी सरकार और कैबिनेट सदस्यों के बारे में घोषणा अब अगले सप्ताह की जाएगी।''
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, तालिबान का कहना है कि अमरुल्लाह सालेह पंजशीर घाटी के कुछ कमांडरों के साथ भाग गए लेकिन सालेह का कहना है कि वो पंजशीर में रहकर तालिबानी ताकत का विरोध कर रहे हैं।
तालिबान सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि नई सरकार का गठन मुल्ला बरादर के नेतृत्व में होगा। सूत्रों के मुताबिक तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का बेटा मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर महमूद अब्बास इस सरकार में सीनियर पोजिशन संभालेंगे।
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि जो लोग तालिबान के पुनरुत्थान की खुशी मना रहे हैं, उन्हें खुद से सवाल करना चाहिए कि क्या वे अपने धर्म में सुधार करना चाहते हैं या पुरानी बर्बरता के साथ रहना चाहते हैं
साथ ही ब्लिंकन ने कहा कि अफगानिस्तान में मौजूद और वहां से निकलने की इच्छा रखने वाले अमेरिकियों की संख्या 100 के करीब होगी। सोमवार को निकासी अभियान समाप्त होने की पेंटागन की घोषणा के कुछ देर बाद विदेश मंत्री ने कहा कि काबुल में अमेरिकी दूतावास बंद रहेगा और खाली भी रहेगा।
अब्दुल गनी बरादर न केवल एशिया बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के एक नए खौफनाक चेहरे के रूप में उभर कर सामने आया है।
अमेरिका ने भले ही अफगानिस्तान छोड़ दिया हो लेकिन तालिबान को बेहद खतरनाक बनाकर गया है। अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी ने कहा है कि बायडेन सरकार की गलती की वजह से तालिबान को 85 बिलियन डॉलर कीमत के अमेरिकी सेना के हथियार मिल गए हैं।
सूत्रों ने जानकारी दी है कि फिलहाल हामिद करजई और अब्दुल्ला अब्दुल्ला पूरी तरह से तालिबान की दया पर निर्भर हैं।
तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट के पास अपने लड़ाकों की तैनाती बढ़ा दी है और 15 घंटे से भारत के उड़ान भरने का इंतजार कर रहे 140 हिंदुओं और सिखों को वहां से लौटने के लिए कहा है।
बैशलेट ने कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन की खबरों की जांच के लिए कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और युद्धग्रस्त देश पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए।
तालिबान ने अफगानिस्तान के अपदस्थ राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति अशरफ गनी और अमरुल्ला सालेह को अपनी माफी दी है, जिससे दोनों अगर चाहें तो अफगानिस्तान लौट सकते हैं।
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने खुलासा किया है कि काबुल हवाईअड्डे पर एक दीवार के ऊपर से गुजरते हुए देखा गया एक बच्चा परिवार के साथ फिर से मिल गया है।
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