सुरक्षा परिषद ने तालिबान से इन प्रतिबंधों को वापस लेने की अपील करते हुए कहा कि यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। सुरक्षा परिषद ने कहा कि इसके सदस्य इन रिपोर्टों से "बेहद चिंतित" हैं कि तालिबान ने महिलाओं और लड़कियों के लिए यूनिवर्सिटीज तक पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया है।
Pakistan Vs TTP: आतंकवाद की फैक्ट्री चला रहा पाकिस्तान अब आतंकवादियों से ही परेशान हो चुका है। तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) नामक आतंकी संगठन ने पाकिस्तानी सरकार को घुटनों पर ला लिया है। पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में टीटीपी लगातार पुलिस और सरकार की चुनौती दे रहा है।
तालिबान ने महिलाओं के विश्वविद्यालयों में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है जिसके बाद कई इस्लामी देशों ने भी उसके इस कदम की निंदा की है। वहीं, महिलाओं ने काबुल में तालिबान के इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया।
Afghanistan Taliban Punishment: अफगानिस्तान में पुरुषों और महिलाओं को कोड़े मारने की सजा दी गई है। यहां 19 लोगों को कोड़े मारे गए हैं। इन पर चोरी करने से लेकर घर से भागने तक आरोप लगे हैं।
Afghanistan Pakistan Fight: पाकिस्तान की अफगानिस्तान में मौजूद तालिबान सरकार से बिलकुल नहीं बन रही है। दोनों देशों की सीमा पर लंबे वक्त से तनाव बना हुआ है। यहां गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिसके बाद सीमा क्रॉसिंग को बंद करना पड़ा है।
Mothers Selling Children: बल्ख प्रांत में रहने वाली इस महिला का कहना है कि उसे अत्यधिक गरीबी के कारण अपने बच्चे को मजबूरन बेचने का फैसला लेना पड़ा है। उसके पास खाने तक के लिए कुछ नहीं है।
UN General Assembly approves resolution against Taliban:अफगानिस्तान में जब तालिबानी तांडव कर रहे थे और पूरी दुनिया के सामने लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा था तो सभी देश चुप थे। इसी का फायदा उठाकर तालीबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान में सरकार भी बना ली और चुनी हुई सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया।
History of 9 October: साल का हर दिन किसी ना किसी कारणवश याद किया जाता है। आज आपको बताएंग कि 9 अक्टूबर को भारत समेत पड़ोसी देशों में क्या हुआ था। आपको बता दें कि 09 अक्टूबर का दिन इतिहास में 15 साल की एक किशोरी पर तालिबान के घातक हमले के लिए याद किया जाता है।
Talibani Prisoner US: नूरजई के साथ तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने भी संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। मुत्तकी ने इस अदला-बदली का स्वागत करते हुए कहा कि यह अमेरिका और तालिबान के संबंधों का ‘नया युग’ है।
Afghanistan Taliban regime: अफगानिस्तान में तालीबानी आतंकियों का शासन वहां की लड़कियों पर जुल्म ढा रहा है। तालिबान अफगानी लड़कियों के पढ़ने पर पाबंदी लगा दी है।
तालिबान के शिकार मुरादी ने एक स्थानीय मिलिशिया का भी नेतृत्व किया था जिसने 2020 और 2021 में तालिबान से लड़ाई लड़ी थी।
Former Afghan MP on Taliban: फाहिद ने कहा, ‘महिलाओं और लड़कियों का मौत का रास्ता चुनना इस बात का संकेत है कि अफगानिस्तान में उनके लिए जीवन कितना कठिन है। वे तालिबान के शासन में रहने के बजाय मौत को गले लगाना बेहतर विकल्प मान रही हैं।’
TTP Pakistan: मुफ्ती नूर वाली ने कहा कि वार्ता सफल होने पर भविष्य की कार्रवाई की घोषणा बाद में की जाएगी। पाकिस्तान और प्रतिबंधित टीटीपी के बीच बातचीत में कई गतिरोध हैं। शांति समझौते के तहत टीटीपी द्वारा हथियार डालने के मुद्दे पर भी गतिरोध बना हुआ है।
Taliban Military Parade: तालिबान के सैकड़ों लड़ाके अमेरिका में बनी एम-4 राइफल के साथ परेड में दिखाई दिए। इसके साथ ही तालिबान ने इंटरनेशल M1124 मैक्स प्रो एंटी माइन एंबुश प्रोटेक्ट वेहिकल की पूरी फ्लीट का प्रदर्शन किया। दरअसल अमेरिकी सेना जल्दबाजी में बीते साल अगस्त महीने में अफगानिस्तान से निकली थी।
Taliban Parade: यह कार्यक्रम काबुल के उत्तर में बगराम एयर बेस पर आयोजित किया गया था। अफगानिस्तान में संचालित दो दशकों के दौरान बगराम एयरफील्ड अमेरिकियों का सबसे बड़ा सैन्य मुख्यालय था। इसका उपयोग तालिबान के खिलाफ सैन्य अभियानों की योजना बनाने और समन्वय करने के लिए किया गया था।
Pakistan Taliban: पाकिस्तान और तालिबान के रिश्ते इन दिनों ठीक नहीं चल रहे हैं। अमेरिका ने काबुल में छिपे अल जवाहिरी को अपने रीपर ड्रोन की मदद से मार गिराया था। इसके लिए हेलफायर मिसाइल का इस्तेमाल हुआ। उस वक्त जवाहिरी तालिबान के गृह मंत्री शिराजुद्दीन हक्कानी के संरक्षण में यहां रह रहा था।
US Afghanistan: कर्नल ने उन शरणार्थियों को भी अनुमति नहीं दी, जिनके पास अमेरिकी पासपोर्ट था, यह कहते हुए कि दस्तावेज जाली हो सकते हैं। बसों में मौजूद शरणार्थियों की जिंदगी बचाने की अंतिम कोशिश के रूप में उत्तरी कैरोलिना के सीनेटर थॉम टिलिस को फोन लगाया गया।
India Taliban: एक साल पहले जब 15 अगस्त को अफगानिस्तान की सरकार गिर गई थी और वहां तालिबान का शासन स्थापित हुआ था, तब भारत ने अपने राजदूत को वापस बुला लिया था। अधिकारी आधी रात को दूतावास छोड़कर काबुल से नई दिल्ली आ गए थे।
Taliban News: दो महीने पहले काबुल के करते परवान गुरुद्वारे पर इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) का हमला हुआ था। जिसमें इस पवित्र इमारत को काफी नुकसान पहुंचा। 40 लाख अफगानी रुपये की राशि से इस समय अफगान कारीगर दीवारों पर पेंटिंग करने, फर्श की टाइलें बिछाने और मुख्य हॉल को अंतिम रूप दे रहे हैं।
One Year of Taliban: स्कूल का नया सत्र शुरू होने से पहले मार्च में उम्मीदें जगीं थीं जब तालिबान के शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की कि सभी को स्कूल जाने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन, 23 मार्च को फिर से स्कूल खोलने के दिन निर्णय अचानक उलट गया।
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