रूस ने तालिबानियों को बतौर सरकार मान्यता देने का मार्ग और भी अधिक प्रशस्त कर दिया है। रूस की संसद के निचले सदन ने एक ऐसे विधेयक को मंजूरी दी है, जो तालिबान को अफगानिस्तान में आतंकियों की सूची से हटाने की राह खोल सकता है।
पाकिस्तान में लगातार हो रही आतंकी घटनाओं से सेना भी आजिज आ चुकी है। पाक सेना प्रमुख ने टीटीपी के आतंकियों के प्रति अपनी झल्लाहट व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि खवारिज आतंकियों का केंद्र बन गया है।
अफगानिस्तानी महिलाओं पर तालिबान लगातार जुर्म ढा रहा है। अब एक तालिबानी फरमान में अफगानिस्तान में ऊंची आवाज में नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
अफगानिस्तान में तालिबान शासन के बाद से लगातार अजीबोगरीब फरमान जारी किए जाते रहे हैं। हालात यह हैं कि अब पोलियो के वैक्सीनेशन के अभियान को भी तालिबान सरकार ने रोक दिया है।
मध्य अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने शिया बहुल इलाके में साल का सबसे बड़ा हमला किया है। इस दौरान आतंकियों ने 14 शिया मुसलमानों को मौत के घाट उतार दिया है।
अफगानिस्तान में तालिबान राज चल रहा है। तालिबान राज में लड़कियों का हाल सबसे बुरा है। अफगानिस्तान में 80 प्रतिशत लड़कियां शिक्षा से दूर हैं। यहां तालिबान शासन के तीन साल भी पूरे हो गए हैं।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सौनिकों की वापसी के बाद तालिबान नें सत्ता संभाली थी। अफगानिस्तान में तालिबान को शासन चलाते हुए तीन साल हो गए हैं। इन वर्षों में अफगानिस्तान में काफी कुछ बदला है।
अफगानिस्तान की राजनयिक स्थिति में अहम बदलाव देखने को मिल रहा है। इस बदलाव से उसकी अंतरराष्ट्रीय स्थिति और मान्यता पर प्रभाव पड़ना तय है। जानिए तालिबान ने क्या किया है।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकवादियों ने मजदूरों को अगवा कर लिया था। अब एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें ये मजदूर पंजाब की मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर उनकी सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने का अनुरोध कर रहे हैं।
पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन अज्म-ए-इश्तेहकाम’ शुरू किया है। इसी क्रम में अब पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने बड़ी बात कह दी है। ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि अफगानिस्तान में स्थित टीटीपी की पनाहगाहों को निशाना बनाया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों पर चलाए जा रहे तालिबानी हंटर पर बेहद खफा हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने अब तालिबान को सबक सिखाने के लिए ठान लिया है। यूएन ने कह दिया है कि ऐसी स्थिति में तालिबान को सरकार के तौर पर मान्यता नहीं दी जा सकती।
इजरायल-हमास युद्ध में अब नया मोड़ आ गया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से ईरान समर्थित हिजबुल्ला के खिलाफ सीधी जंग के ऐलान के बाद अब इस युद्ध में तालिबान भी कूद गया है। अफगानिस्तान की ओर से 1000 से अधिक तालिबानी लड़ाके इजरायल के खिलाफ जंग में हिजबुल्ला का साथ देने रवाना हो चुके हैं।
पाकिस्तान को तालिबान के हथियारों से डर लग रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि इतने खतरनाक हथियार तालिबान कैसे और कहां से हासिल कर रहा है। टीटीपी से घबराए पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से इसके खिलाफ विशेष अभियान चलाने की अपील की है।
अफगानिस्तान में तालिबानियों ने अपने ही नागरिकों पर अत्याचार करना जारी रखा हुआ है। बीते दिन यूएन ने बताया कि 12 अफगान महिलाओं समेत कई लोगों पर तालिबानियों ने सरेआम कोड़े बरसाए हैं।
तालिबान ने पत्रकारों और विशेषज्ञों को चेतावनी दी है। तालिबान ने रहा है कि पत्रकार और विशेषज्ञों अफगानिस्तान इंटरनेशनल टीवी के साथ काम ना करें।
खैबर पख्तूनख्वा में इसी साल 26 मार्च को एक आत्मघाती हमला हुआ था। इस हमले में पांच चीनी इंजीनियर्स की मौत हो गई थी। हमले का ठीकरा पाकिस्तान ने अफगानों पर फोड़ा है। अब जवाब तालिबान ने भी दिया है।
रूस अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान आतंकी संगठन को आतंकियों की सूची से हटाने पर विचार कर रहा है। कुछ विशेषज्ञों की ओर से इस तरह का दावा किया जा रहा है। अभी तक तालिबान को किसी भी देश ने देश के तौर पर मान्यता नहीं दी है।
अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति और भयावह होने वाली है। तालिबान के सुप्रीम लीडर मुल्ला हिबातुल्लाह अखुंदजादा का एक ऑडियो मैसेज सामने आया है। अखुंदजादा ने कहा है कि हम अफगानिस्तान में शरिया वापस लाकर रहेंगे।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस मामले पर बोलते हुए यह भी कहा कि मैंने 2 या 3 फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें अफगान रंगरूटों को निष्कासित किया गया।
अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत से भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस मुलाकात से पाकिस्तान के होश उड़ गए। इस दौरान भारत द्वारा भेजी गई मानवीय मदद पर तालिबान ने आभार जताया। जानिए इस मुलाकात में किन मुद्दों पर बातचीत हुई।
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