Chinese Suicide Drone: चीन के इस ड्रोन को सुसाइड ड्रोन भी कहा जाता है। यह काले रंग का है और हाइपरसोनिक गति से उड़ान भरता है। ड्रोन को बनाते समय वैज्ञानिकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती इसकी गति थी, लेकिन कई टेस्ट के बाद वह आखिरकर इस मुश्किल से बाहर आ गए थे।
Taiwan-China Conflict: चीन और ताइवान के बीच लगातार तनाव बढ़ता ही जा रहा है। ताइवान सेना ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चीन के सैनिक और उसके ड्रोन ताइवान के सीमा में घुसने का प्रयास करते हैं तो उन्हें मार गिराया जाएगा।
China Taiwan War: चीन तभी से ताइवान के आसपास युद्धाभ्यास कर रहा है, जब से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान के दौरे पर आई थीं। जिससे चीन आगबबूला हो गया। ताइवान जिन द्वीपों के समूहों को नियंत्रित करता है, वहां अकसर चीनी ड्रोन उड़ते हुए देखे जाते हैं।
Tension between America and China over Taiwan: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंनी पेलोसी की अगस्त माह में हुई ताइवान यात्रा के बाद से ही अमेरिका और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच ताइवान स्ट्रेट में अमेरिका ने अपना सातवां बेड़ा भेज दिया है।
China Taiwan: नैंसी पेलोसी की हाल की ताइवान यात्रा से खफा चीन ने ताइवान जलडमरूमध्य और ताइवान के जलक्षेत्र में कई युद्धपोत और इसके हवाई क्षेत्र के पास कई चीनी लड़ाकू विमान भेजे हैं। चीन ने लंबी दूरी की मिसाइल भी दागी हैं।
China America: एक के बाद एक अमेरिकी अधिकारियों और राजनेताओं की ताइवान यात्रा ने चीन और अमेरिका के बीच एक नए सिरे से तनाव को जन्म दिया है।
Unrecognised Countries: ताइवान को दुनिया के महज 15 देशों से मान्यता मिली हुई है। हालांकि ताइवान ही अकेला ऐसा देश नहीं है, जो अपने हक के लिए लड़ रहा है। बल्कि दुनिया में और भी ऐसे देश हैं, जिन्हें या तो बिल्कुल मान्यता नहीं मिली है, या फिर कुछ देशों से ही मान्यता मिली हुई है।
China US News: महातिर मोहम्मद ने कहा है कि अमेरिका प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की हालिया यात्रा के जरिये चीन को नाराज करने का काम कर रहा है।
चीन ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा मानता है और वह ताइवान के साथ किसी भी खुले राजनयिक संबंधों का विरोध करता है। अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से चीन बुरी तरह बौखलाया हुआ है। इस बौखलाहट में कभी वह अमेरिका को धमकियां दे रहा है तो कभी ताइवान पर अपना जोर दिखाने की कोशिश कर रहा
Subhas Chandra Bose: कई इतिहासकारों का मानना है कि नेताजी की मौत 18 अगस्त, 1945 को ताइवान में प्लेन क्रैश में हुई थी। विमान में बम धमाका हुआ था। नेताजी के निधन के वक्त कई जापानी लोग भी उनके साथ थे। इस मामले में 1956 में जापान में एक विस्तृत रिपोर्ट आई थी।
Taiwan Freedom: संयुक्त राष्ट्र के एक निर्णय ने इस बात को तो हल किया कि कौन सी इकाई संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश के रूप में चीन का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम थी, लेकिन ताइवान पर संप्रभुता का सवाल अनुत्तरित ही रह गया।
China Vs Taiwan: अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से चीन बुरी तरह बौखलाया हुआ है। इस बौखलाहट में कभी वह अमेरिका को धमकियां दे रहा है तो कभी ताइवान पर अपना जोर दिखाने की कोशिश कर रहा है।
China-Taiwan: चीन ने अपनी "राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा" के लिए सोमवार को ताइवान के आसपास दोबारा व्यापक सैन्य अभ्यास किया। चीन ने यह अभ्यास ऐसे समय किया है, जब अमेरिकी कांग्रेस का एक नया डेलिगेशन ताइवान के दौरे पर है।
China Taiwan US: पैलोसी के ताइवान के दौरे के बाद चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने चार से सात अगस्त तक ताइवान में युद्ध की घोषणा की। बाद में, चीन की सेना ने ताइवान के आसपास युद्ध अभ्यास को बढ़ा दिया।
China Taiwan War: चीन अब ताइवान को लेकर एक समान मूड में दिख रहा है। यही वजह है कि सैन्य अभ्यास खत्म होते ही चीनी प्रशासन ने श्वेत पत्र जारी कर ताइवान को दी गई स्वायत्तता की पेशकश को वापस ले लिया है।
China vs Taiwan:ताइवान की मुख्य विपक्षी पार्टी ने क्षेत्र में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा सैन्य अभ्यास के कारण जारी तनाव के बावजूद चीन के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है।
China Vs Australia: शियाओ ने धमकी भरे लहजे में कहा, हमें उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलियाई पक्ष चीन-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को गंभीरता से लेगा।
China Taiwan News: मुश्किल स्थिति का सामना कर रहे ताइवान ने मंगलवार को आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया और द्वीपीय देश के आसपास चीन के सैन्य अभ्यास का मुकाबला करने के लिए अपना सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया
China's military exercise: चीन के सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ की खबर के अनुसार, पीपुल्स लिबेरशन आर्मी (पीएलए) की पूर्वी थिएटर कमान ने सोमवार को कहा कि वह ताइवान द्वीप के नज़दीक अपना सैन्य अभ्यास जारी रखेगी जिसका जोर पनडुब्बी रोधी कार्रवाई और हवा से पोत पर हमला करने पर है।
ये द्वीप ताइवान की संप्रभुता के तहत आता है। ये तभी से ताइवान के अधीन है, जब 1949 में माओत्से तुंग के कम्युनिस्टों ने चियांग काई-शेक के नेशनलिस्ट सैनिकों को मुख्यभूमि से निष्कासित कर दिया था।
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