ताइवान को अब नया राष्ट्रपति मिल गया है। अब तक उपराष्ट्रपति रहे लाई चिंग ते ने ताइवान के नए राष्ट्रपति का पदभार संभाला है। लाई चिंग ते को चीन का प्रखर विरोधी माना जाता है। उन्होंने अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेते ही चीन को कड़ा संदेश दिया है। ताइवान ने कहा है कि चीन उसे धमकियां देना बंद करे।
ताइवान की संसद में सांसदों ने जमकर हंगामा किया। पार्लियामेंट में सांसद आपस में ही भिड़ गए। हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन चीन के दौरे पर हैं। लेकिन, ऐसे समय में ताइवान ने रूस और चीन को आड़े हाथों लिया है। ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने चीन और रूस को लेकर बड़ी टिप्पणी की है।
ताइवान में एक महीने के अंदर 1000 से ज्यादा झटके महसूस किए गए हैं। इसी महीने की शुरुआत में यहां 7.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके कारण 17 लोगों की मौत हुई थी।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र से लेकर दक्षिण-चीन सागर तक चीन अपनी दादागिरी पर उतारू है। इससे ताइवान से लेकर वियतनाम, फिलीपींस , मलेशिया, ब्रुनेई जैसे कई देशों के साथ तनाव बढ़ रहा है। अमेरिका ने इन चुनौतियों का सामना करने के लिए चीन के साथ चर्चा की है।
ताइवान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। कहा जा रहा है कि सोमवार की रातभर करीब 80 बार भूकंप के झटके महसूस होते रहे। जानिए क्या रही भूकंप की तीव्रता? देखें भूकंप का वीडियो-
ताइवान में 3 दिन पहले आए भूकंप के बाद अब भी लगातार भूकंप के झटके आ रहे हैं। शनिवार को 5.2 तीव्रता के झटके महसूस किए गए है। इससे लोगों में दहशत का माहौल हो गया है। इस बीच ताइवान की झुकी इमारत को गिराने का काम रोक दिया गया है।
ताइवान में भूकंप के 3 दिन बीत जाने के बाद भी 600 से ज्यादा लोग जिंदगी और मौत के बीच फंसे हैं। कई जगहों पर चट्टानें खिसक गई हैं और रास्तों से लोग कट गए हैं। ऐसे में उन तक राहत नहीं पहुंच पा रही है। अब तक ताइवान के भूकंप में 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
ताइवान और इंडोनेशिया के बाद अब अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी में भी भूकंप आया है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई है। हालांकि अभी तक किसी नुकसान की सूचना नहीं है।
ताइवान में आए भूकंप के बाद सैकड़ों लोग अब भी लापता है। दो भारतीय नागरिकों के भी लापता होने की बात सामने आई थी। लेकिन, अब विदेश मंत्रालय ने लापता भारतीयों के बारे में अहम जानकारी दी है।
ताइवान में बुधवार को आए भूकंप के बाद बचाव कार्य जारी है। बचावकर्मी ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए लोगों की तलाश कर रहे हैं। राष्ट्रीय दमकल एजेंसी के मुताबिक करीब 150 लोग लापता हैं।
ताइवान में बुधवार 25 साल में सबसे अधिक तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप की वजह से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है। इस कठिन समय में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताइवान के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई है।
ताइवान दुनिया के सबसे परिष्कृत कंप्यूटर चिप्स और अन्य उच्च-प्रौद्योगिकी वस्तुओं का अग्रणी निर्माता है जो भूकंपीय घटनाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हैं। बिजली ग्रिड के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया गया, जिससे संभवतः आपूर्ति शृंखला में बाधा उत्पन्न हुई और वित्तीय नुकसान हुआ।
ताइवान में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद दो कोयला खदानों में 70 मजदूरों के फंसे होने की खबर सामने आ रही है। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार ताइवान के अधिकारियों का कहना है कि द्वीप में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद एक खदान में 64 और दूसरी में 6 मजदूर फंसे हैं।
ताइवान में आए भूकंप की वजह से करीब 50 यात्रियों से भरी बस नेटवर्क टूटने से लापता हो गई है। बस में सवार यात्रियों के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। इससे सुरक्षा एजेंसियां परेशान हैं। अभी काफी संख्या में लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
ताइवान दो टेक्टोनिक प्लेट्स के करीब स्थित है। यहां पर भूकंप आना सामान्य बात है। ताइवान में साल 1900 से अब तक 96 बार जानलेवा भूकंप आ चुके हैं। यहां हर साल हजारों की संख्या में भूकंपीय गतिविधियां दर्ज की जाती हैं।
ताइवान में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर ताइवन में आए भूकंप की तीव्रता 7.2 मापी गई है। कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच फोन पर बातचीत हुई है। दोनों नेताओं के बीच ताइवान, आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा हुई। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आने वाले हफ्तों में चीन की यात्रा भी करेंगे।
चीन ने एक बार फिर ताइवान पर दादागिरी दिखाई है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि ताइवान के आसपास 32 चीनी युद्धक विमानों का पता चला है।
भारतीयों पर टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ने के बाद ताइवान के श्रम मंत्रालय ने भी ह्सु के कमेंट्स को लेकर माफी मांगी और कहा कि मंत्री की टिप्पणी का अभिप्राय भेदभाव से नहीं था। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने भी मंगलवार को एक बयान में भारतीय श्रमिकों की भर्ती के संबंध में ताइवान की सरकारी एजेंसियों की टिप्पणी के लिए माफी मांगी।
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