ताइवान को चीन अपना हिस्सा मानता है जबकि अमेरिका उसे 1979 में ही अलग देश की मान्यता दे चुका है। ताइवान में पूरी तरह से स्वतंत्र सरकार चलती है और चीन रह रहकर ताइवान को धमकाता रहता है।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ताइवान और चीन के पुन: एकीकरण की जोरदार वकालत करते हुए पिछले सप्ताह कहा था कि ‘ताइवान का मुद्दा’ सुलझाया जाएगा और ‘शांतिपूर्ण एकीकरण’ दोनों पक्षों के हितों में है।
शी ने एक आधिकारिक उत्सव के मौके पर बीजिंग के ग्रेट हॉल में कहा कि चीन के पुन:एकीकरण के रास्ते में ‘ताइवन स्वतंत्रता’ बल मुख्य बाधक है।
ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में इतने विमानों की आवाजाही के बाद अमेरिका भड़क गया है और उसने चीन को चेतावनी दे दी है। अमेरिका ने इस मामले पर चीन से उसकी उकसाने वाली सैन्य गतिविधियों को रोकने के लिए कहा है।
चीन ने अपनी ताकत दिखाने के लिए गुरुवार को ताइवान की ओर 19 लड़ाकू विमान भेजे। इससे पहले स्वशासित द्वीप ने ऐलान किया था कि उसकी मंशा 11 सदस्यीय प्रशांत व्यापार समूह में शामिल होने की है, जिसमें सम्मिलित होने के लिए चीन ने भी आवेदन किया है।
चीन ने लिथुआनिया से कहा था कि यदि उसने कार्यालय खोलने की अनुमति दी तो उसे इसका अंजाम भुगतना पड़ सकता है।
अमेरिका और ताइवान तटरक्षक बलों के अधिकारियों ने चीन द्वारा स्व-शासित द्वीप के लोकतंत्र को अलग-थलग करने के प्रयासों के बावजूद सहयोग और संचार में सुधार पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की।
लिथुआनिया द्वारा देश में ताइवान को उसके नाम से प्रतिनिधि कार्यालय खोलने की इजाजत देने से भड़के चीन ने मंगलवार को वहां से अपने राजदूत को वापस बुला लिया।
चीन ने मंगलवार को ताइवान की तरफ 28 लड़ाकू विमान भेजे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि चीन के लड़ाकू विमान पिछले साल से लगभग रोजाना ही ताइवान की तरफ उड़ान भर रहे हैं।
चीन ने बुधवार को हाल ही में ताइवान स्ट्रेट से होकर अमेरिकी नौसेना के एक जहाज के गुजरने का विरोध किया और इसे उकसावे वाला कदम करार दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और जापानी प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के बीच वार्ता के दौरान अमेरिकी-जापान गठजोड़ के प्रदर्शन पर पलटवार करते हुए चीन ने इसे ‘विभाजन का विडंबनापूर्ण प्रयास’ करार दिया।
व्हाइट हाउस ने कहा कि जो बाइडन प्रशासन चीन के साथ धैर्य के साथ आगे बढ़ रहा है और उसे कोई जल्दबाजी नहीं है।
ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा कि अगर चीन हमला करता है तो उनका देश ‘‘आखिरी दिन तक’’ अपनी रक्षा करेगा।
चीन ताइवान की लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकार को मान्यता नहीं देता है और चीनी नेता शी जिनपिंग ने कहा है कि दोनों के ‘एकीकरण’ को अनिश्चितकाल के लिए नहीं टाला जा सकता है।
पूर्वी ताइवान में शुक्रवार को एक ट्रेन के पटरी से उतरने से कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 72 लोग घायल हो गए।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को अमेरिका के बाइडन प्रशासन को चेतावनी दी कि वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ताईवान का समर्थन करने के ‘खतरनाक चलन’ को वापस लें।
अमेरिका के सातवें बेड़े ने एक बयान में कहा कि मंगलवार के अभ्यास का उद्देश्य कमान और नियंत्रण क्षमताओं के बीच सामंजस्य बढ़ाना है।
चीन ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसने ताइवान जलडमरूमध्य में गुरुवार की सुबह अपने 2 नौसैन्य पोतों के जरिए ‘शक्ति का प्रदर्शन’ किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने ताइवान के लिए एक अरब डॉलर से अधिक के उन्नत हथियारों की बिक्री को मंजूरी दे दी है। अमेरिका के इस कदम से वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव और अधिक बढ़ गया है। जवाबी कार्रवाई करते हुए चीन ने अमेरिका की तीन बड़ी हथियार निर्माता कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
पिछले छह महीनों के दौरान लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास भारत के खिलाफ चीन की आक्रामकता ने इस क्षेत्र में अपनी विदेश नीति और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के शासन के प्रति दृष्टिकोण की समीक्षा के लिए नई दिल्ली को एक प्रकार से मजबूर किया है।
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