अमेरिका ने ताइवान की राष्ट्रपति से मुलाकात की। इससे चीन काफी बौखला गया है। चीन ने इस मुलाकात से पहले धमकी भी दी थी कि ताइवानी राष्ट्रपति से मुलाकात करके अमेरिका आग से खेल रहा है। लेकिन अमेरिका पर इन धमकियों का कोई असर नहीं पड़ा।
एक डिप्लोमैटिक मिशन पर सेंट्रल अमेरिका रवाना होने से पहले साई इंग-वेन ने कहा कि ताइवान को दुनिया से जुड़ने का पूरा हक है।
विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि यह तनाव आने वाले समय में जंग में बदल सकता है। ऐसे में 'फोर्ब्स' की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार ताइवान पर अमेरिका का चीन से हुआ युद्ध तो विस्फोटकों का जखीरा 1 हफ्ते में खत्म हो जाएगा।
अमेरिका और चीन के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच सकता है। दरअसल अमेरिका के स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने यूएस में ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग वेन से मिलने की योजना बनाई है। सूत्रों का कहना है कि साई इंग-वेन आने वाले हफ्तों में मैकार्थी से मिलने का इरादा रखती हैं।
ताइवान के रक्षा मंत्री चियू कूओ चेंग ने कहा कि चीन की सेना अपने क्षेत्र के नजदीक स्थित ताइवानी इलाकों में 'अचानक घुसपैठ' कर सकती है और हमें इसके लिए अलर्ट रहना होगा।
ताइवान को लेकर चीन ने अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी है। चीन के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि ताइवान का सवाल चीन का आंतरिक मामला है। अमेरिका के लिए समय आ गया है कि वह किनारे पर चलना बंद करे, रणनीति का इस्तेमाल बंद करे और ताइवान पर भ्रम पैदा करना व दुनिया को गुमराह करने की कोशिश न करे।
चीन के 34 सैन्य विमानों और 9 जंगी जहाजों की तैनाती के बीच ताइवान और अमेरिका की चिंता बढ़ गई। इसी कारण जवाब में ताइवान ने भी अपनी ओर से कमर कस ली है। ताइवान ने अपने लड़ाकू विमानों को उतारते हुए अपनी नौसेना को सचेत कर दिया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद इजरायल-ईरान युद्ध भी शुरू हो चुका है और अब अब ताइवान-चीन युद्ध की आशंकाएं भी बढ़ गई हैं। अभी दो दिन पहले ही जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने चीन द्वारा ताइवान पर हमले की आशंका जताई थी। किशिदा का यह अंदेशा 48 घंटे के अंदर ही सच होता दिख रहा है।
यूरोप में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद अब एशिया में ताइवान-चीन युद्ध भी देखने को मिल सकता है। इस भारी आशंका के मद्देनजर अमेरिका समेत यूरोपीय देशों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद अब एशिया में ताइवान-चीन के बीच युद्ध की आशंका जाहिर की है।
America Warns China: ताइवान पर कब्जा जमाने की फिराक में जुटे चीन को अमेरिका ने कड़ी चेतावनी दी है। शी जिनपिंग ताइवान को चीन का हिस्सा बताते हैं और यह कह चुके हैं कि वह अपने इस क्षेत्र का विलय कराने को प्रतिबद्ध हैं, इसके लिए यदि सैन्य ताकत का इस्तेमाल भी करना पड़ा तो वह नहीं चूकेंगे।
चीन बार-बार हमले की धमकी दे रहा है लेकिन ड्रैगन की धमकियों का ताइवान पर कोई असर नहीं हो रहा है। ताइवान की सेना चीन के खतरों का मुकाबला करने के उद्देश्य से अभ्यास कर रही है।
US-Japan Alliance: चीन की विस्तारवादी नीति सिर्फ ताइवान और भारत के लिए ही नहीं, बल्कि जापान के लिए भी खतरा बन रही है। लिहाजा जापान अभी से सतर्क हो गया है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से शांत अवस्था में बैठा जापान पहली बार हरकत में नजर आ रहा है।
America on China-Taiwan Tension: कोरोना की भीषण आग में जलते रहने के बावजूद चीन जबरन विस्तारवादी नीति से बाज नहीं आ रहा। शी जिनपिंग ताइवान से लेकर, भारत, फिलीपींस और जापान तक को घेरने में जुटे हैं। चीनी सेना कभी भारत के गलवान और तवांग में घुसपैठ का प्रयास करती है तो कभी ताइवान को घुड़की दिखाती है।
China Taiwan Conflict: ताइवान ने इस विधेयक का स्वागत करते हुए कहा कि यह स्वशासित द्वीप के प्रति अमेरिका के समर्थन को प्रदर्शित करता है।
China-Taiwan Conflict: ताइवान (Taiwan) और चीन (China) के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। ताइवान ने बताया कि चीन के 36 लड़ाकू और बमवर्षक विमानों ने देश के आसपास उड़ान भरी है।
ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने चीन द्वारा बढ़ाए जा रहे दबाव के बीच कहा है कि उनका देश इससे दबने वाला नहीं है।
Taiwan Reaction On China: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से ताइवान पर बल प्रयोग की धमकी को लेकर ताइवानी राष्ट्रपति के कार्यालय से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। ताइवान ने बिना डरे चीन को उसी लहजे में कहा कि वह जिनपिंग की धमकियों से अपनी संप्रभुता से पीछे नहीं हटने वाले हैं।
China's threat to Taiwan:चीन की सत्ता में रिकॉर्ड तीसरी बार और संभवत: आजीवन रहने को तैयार राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को आगाह किया कि ताइवान को मुख्य भूभाग में फिर से मिलाने के लिए चीन ‘बल प्रयोग करने का विकल्प नहीं छोड़ेगा।
Xi Jinping on Hong Kong-Taiwan: चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का 20वां अधिवेशन आज से शुरू हो गया है। जिसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि अब हांगकांग पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया गया है।
Taiwan-China Tension:चीन और ताइवान के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। चीन कई बार ताइवान पर सैन्य कार्रवाई करने और हमले की धमकी भी दे चुका है, लेकिन ताइवान इससे जरा भी भयभीत नहीं है। अमेरिका भी ताइवान को पूरा समर्थन दे रहा है।
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