झारखंड की राजधानी रांची में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के लिए तबलीगी जमात के लोगों को जिम्मेदार ठहराने के साथ ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से भी सवाल किया कि क्या उसका गृह और विदेश मंत्रालय सोया हुआ था?
यदि तबलीगी जमात के लोगों ने वायरस के सुपर स्प्रेडर के रूप में काम नहीं किया होता, तो कोरोना से संक्रमण के ज्यादातर मामलों से बचा जा सकता था।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने के बाद कानपुर में पकड़े गए तबलीगी जमात से जुड़े 8 विदेशी जमातियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर अस्थायी जेल में भेज दिया है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के कोरोना संक्रमितों को प्लाज्मा देने की पेशकश करने की जानकारी सामने आने के बाद इस संगठन पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना फैलाने वाले खुद को कोरोना योद्धा बता रहे हैं।
मुंबई पुलिस ने तब्लीगी जमात से जुड़े 11 इंडोनेशियाई नागरिकों को वीजा रेगुलेशन एक्ट के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया है।
इंसानियत की मिसाल को कायम करते हुए कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए तब्लीगी जमात के लोग कर रहे हैं प्लाज्मा दान
दिल्ली के अलग-अलग क्वारंटीन सेंटर में तबलीगी जमात के लोग ब्ल्ड डोनेट कर रहे हैं। उनके ब्ल्ड से प्लाज्मा निकालकर कोरोना मरीज़ों का इलाज किया जाएगा। तबलीगी जमात के इन लोगों ने कोरोना को मात दी है।
तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की कोरोना वायरस रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब मौलाना साद क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकता है। मौलाना साद के वकील के अनुसार मौलाना साद की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आज तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के करीबियों से हवाला और फॉरेन फंडिंग को लेकर पूछताछ की।
30 दिनों के लॉकडाउन के लागू होने के बाद वायरस का प्रसार बहुत तेजी से नहीं हुआ है, लेकिन मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर जैसे हॉटस्पॉट्स में मामलों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है।
ठाणे पुलिस की अपराध शाखा ने दिल्ली में मार्च महीने में तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए 21 विदेशियों सहित 25 लोगों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया।
दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती 2 मरीज संदिग्ध हालातों में गायब हो गए।
पिछले महीने दिल्ली में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले 60 साल के एक व्यक्ति की उत्तर पश्चिम दिल्ली के सुल्तानपुरी में एक पृथकवास केंद्र पर मौत हो गयी। उसे कोरोना वायरस का संक्रमण होने का संदेह है।
यह घटना उस वक्त की है जब जमातियों को कोरोना वायरस स्क्रीनिंग के लिए एलएनजेपी अस्पताल लाया गया था।
सुन्नी मुस्लिम धर्म प्रचारक संगठन तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कंधालवी मार्च महीने में धारा-144 लगने के बावजूद दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीग के वैश्विक मरकज में एक बड़ा धार्मिक आयोजन करने के बाद विवादों में हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 16 विदेशी जमातियों सहित 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों के ऊपर टूरिस्ट वीजा के नाम पर धार्मिक उत्सव में शामिल होने के आरोप में मुकदमा दर्ज है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर 2871 तबलीगी जमातियों को चिह्नित करके उनकी जांच की गई है और 45 विदेशी जमातियों पर मुकदमा दर्ज करके 259 पासपोर्ट जब्त किये गये हैं।
कोरोना संकट से जूझ रहे देश के लिए दिल्ली में हुए तबलिगी जमात के मरकज़ ने आग में घी का काम किया।
इकबाल अंसारी ने तबलीगी जमात के जमातियों को देश का गद्दार तक कह दिया है और कहा है कि वे देश में बीमारी (कोरोना वायरस) को फैलाना चाह रहे हैं।
लखनऊ पुलिस ने सभी 23 विदेशी जमातियों को बीती रात कोर्ट में पेश किया गया। सभी 23 विदेशी जमातियों को क्वारांटीन पूरा होने के बाद जेल भेज दिया गया है।
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