दिल्ली हाईकोर्ट बैंच ने आज तबलीगी जमात के कांउन्सिल द्वारा जो दो पिटीशन फाइल की थी उसे डिसपोज कर दिया है। हाईकोर्ट ने ये पिटीशन इस डायरेक्शन के साथ डिस्पोज की है कि सभी जमातियों को क्वारंटाइन जोन से 9 निर्धारित जगहों पर शिफ्ट किया जाए।
दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, तबलीगी जमात की धार्मिक सभा के सिलसिले में क्राइम ब्रांच आज साकेत कोर्ट में 536 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 12 नए आरोप पत्र दायर करेगी।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नियमों का उल्लंघन करने वाले विदेशी जमातियों पर कार्रवाई की।
तबलीगी जमात के विदेशियों पर बड़ा खुलासा सामने आया है। तबलीगी जमात में आए सैकड़ों विदेशियों के पासपोर्ट गायब हैं। दिल्ली पुलिस के दस्तावेज के मुताबिक 943 में से उसे कुल 746 विदेशी पासपोर्ट या पहचान पत्र अब तक मिले हैं।
क्राइम ब्रांच अधिकारी ने आगे कहा, "बुधवार को जो 20 चार्जशीट 82 विदेशी आरोपियों के खिलाफ दाखिल की गयी हैं, यह सभी आरोपी 20 अलग अलग देशों के हैं।"
दिल्ली क्राइम ब्रांच आज तबलीगी जमात के मरकज में आए 83 विदेशी जमातियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दाखिल करेगी। साकेत कोर्ट में ये चार्जशीट दाखिल होगी। इनमें 20 देशों के नागरिक हैं। इस बीच क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के 5 करीबियों के पासपोर्ट जब्त कर लिए है।
तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के 5 करीबियों के पासपोर्ट क्राइम ब्रांच ने जब्त कल लिए है। अबत जबतक मामले की जांच चल रही है तब तक कोई भी आरोपी इनमें से देश के बाहर नहीं जा पाएगा।
जयपुर का रहने वाला पीयूष सिंह नामक एक शख्स 20 मार्च को लापता हो गया था। उसे हाल ही में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में पाया गया, जहां तबलीगी जमात की लिस्ट में उसका नाम मोहम्मद अली के नाम से रजिस्टर्ड था।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी राज कुमार ने बताया कि एकांतवास अवधि 28 दिनों तक जा सकती है और इन लोगों को अधिक समय तक रहना पड़ा, क्योंकि जिला प्रशासन उनकी रिहाई के बारे में दिशानिर्देशों की प्रतीक्षा कर रहा था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तबलीगी जमात पर कार्रवाई करने पर लगे अल्पसंख्यक विरोधी होने को लेकर लगे आरोपो पर कहा कि मैं राजनीति भी करूं और लोगों के कहने पर बुरा भी मानूं तो विरोधाभास होगा, अगर मैं राजनीति में हूं तो मुझे आरोप प्रत्यारोप झेलने की सामर्थ्य भी रखनी पड़ेगी।
मध्य प्रदेश पुलिस ने वीजा नियमों का उल्लंघन करके भारत में तबलीगी जमात की धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए 60 से अधिक विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
क्राइम ब्रांच ने 150 तबलीगी जमात के सदस्यों के बयान दर्ज किए। उनमें से कुछ ने पुलिस को बताया है कि उन्हें मौलाना साद द्वारा मरकज़ में रहने के लिए कहा गया था। मौलाना को सरकारी अस्पताल से कोरोनोवायरस टेस्ट करवाना बाकी है।
तबलीगी जमात से संबंधित सभी व्यक्तियों को तत्काल रिहा करने की मांग को लेकर आज यानी गुरुवार (14 मई) को दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई।
दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है जिसमें तब्लीगी जमात के लगभग 3,300 सदस्यों को रिहा करने की मांग की गई है, जिन्हें लगभग 40 दिनों के लिए विभिन्न संगरोध केंद्रों में भेजा गया है और नेगेटिव रिपोर्ट के बावजूद रिहा नहीं किया गया है।
तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद पर शिकंजा कसता ही जा रहा है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक, मौलाना साद और निजामुद्दीन में स्थित मरकज से जुड़े कुल 32 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है।
शामली जिले के कैराना शहर में पुलिस को सूचना दिए बिना एक मस्जिद में रहने के लिए कर्नाटक और असम के तबलीगी जमात के कुल 24 सदस्यों पर मामला दर्ज किया गया।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए तबलीगी जमात के उन सभी लोगों को घर जाने की अनुमति दे दी है, जिन्हें प्रशासन की ओर से क्वारंटाइन में रखा गया था।
स्थानीय सूरजपुर थाना पुलिस ने पांच तबलीगी जमातियों को गिरफ्तार किया है। यह सभी दिल्ली के निजामुद्दीन बस्ती स्थित मरकज तबलीगी जमात मुख्यालय गए थे।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक तबलीगी जमात के कार्यक्रम में 3 नहीं बल्कि 15 हजार लोगों ने शिरकत की थी।
लॉकडाउन उल्लंघन के आरोपी 17 विदेशियों सहित 18 आरोपियों के लिए खेलगांव स्थित पृथक-वास केंद्र अब कैंप कारागार बन गया है।
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