पिछले दिनों अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर सीरिया के रासायनिक हथियारों के जखीरे को निशाना बनाया था...
फ्रांस सरकार सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल - असद से लीजन ऑफ ऑनर सम्मान वापस लेने पर विचार कर रही है। लीजन ऑफ ऑनर फ्रांस का सर्वाधिक प्रतिष्ठित सम्मान है।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे का कहना है कि अमेरिका के नेतृत्व में सीरिया पर हवाई हमलों में ब्रिटेन का शामिल होना नैतिक एवं कानूनी रूप से सही था। बीबीसी के मुताबिक, थेरेसा ने सोमवार को सांसदों को बताया कि डौमा में रासायनिक हमलों के पीछे असद सरकार का हाथ होने के स्पष्ट साक्ष्य हैं।
अमेरिका रूस पर और प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है और निकट भविष्य में इस पर फैसला लिया जाएगा। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने सोमवार को जारी बयान में कहा, "हम रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं और निकट भविष्य में इस पर जल्द फैसला लिया जाएगा।"
जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के पद से हटने के बाद ही सीरियाई संकट का समाधान होगा। चांसलर एंजेला मर्केल (सीडीयू) के आधिकारिक प्रवक्ता स्टेफन सेबर्ट ने सोमवार को कहा कि सीरियाई संघर्ष का दीर्घकालीन समाधान असद के बिना ही संभव है।
सीरिया में रासायनिक हथियार जांचकर्ताओं को जांच के लिए डौमा जाने की मंजूरी मिल गई है। सीरिया के डौमा में ही कथित तौर पर रासायनिक हमला किया गया था।
सीरिया पर अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की तरफ से हवाई हमले हो रहे हैं और इन्हीं हमलों के तहत दागी गई इजराइली मिसाइलों को सीरिया ने मार गिराया है...
सीरिया में मॉस्को की निजी सेना की मौजूदगी के बारे में लिखने वाले एक रूसी पत्रकार की पांचवीं मंजिल पर स्थित उनके फ्लैट से गिरकर मौत हो गई। हालांकि , जांच अधिकारियों ने कहा कि वे मौत को संदिग्ध नहीं मान रहे हैं।
रूस के विदेश मंत्रालय के अप्रसार एवं हथियार नियंत्रण विभाग के निदेशक व्लादिमीर यरमाकोव का कहना है कि रूस, अमेरिका के किसी भी तरह के दबाव के प्रयास का बखूबी जवाब देगा।
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के ट्रंप को ‘‘सीरिया में लंबे समय के बने रहने’’ के लिए मना लेने की बात कहने के कुछ घंटों बाद सारा ने यह बयान दिया...
रूस ने कर दिया तीसरे विश्वयुद्ध का 'ऐलान'?
सीरिया पर अमेरिका के नेतृत्व में हुए हवाई हमलों के खिलाफ देश के कई शहरों में लोग सड़कों पर उतर आए...
सीरिया की असद सरकार द्वारा अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाकर अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की सेनाओं ने सीरिया पर करारा हमला बोल दिया था...
सीरिया को लेकर अंतरराष्ट्रीय शक्तियों के टकराव और सऊदी अरब एवं ईरान के मध्य बढ़ते तनावों के बीच आज सऊदी अरब में एक शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है।
सीरियाई सेना ने घोषणा की है कि करीब दो महीने चली जबरदस्त कार्रवाई के बाद पूर्वी घोउटा से विद्रोहियों को खदेड़ दिया गया है। सरकारी समाचार एजेंसी ‘ सना ’ ने कल सेना के प्रवक्ता के हवाले से बताया , ‘‘ सभी आतंकवादी पूर्वी घोउटा के अपने आखिरी ठिकाने दूमा को छोड़कर चले गये हैं। ’’
हाल ही में रूस के टीवी चैनल रोसिया-24 ने आशंका जताई है कि जल्द ही तीसरा विश्व युद्ध होने वाला है। चैनल ने दर्शकों से कहा है कि वह बंकरों में खाने पीने का सामान रख लें।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने आज कहा कि अगर सीरिया फिर से रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है तो अमेरिका प्रतिक्रिया के लिए पूरी तरह तैयार है।
अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने मिलकर सीरिया पर दागी मिसाइल | अमेरिका ने रुस को भी दी चेतावनी
राष्ट्रपति बशर अल असद के अपने ही नागरिकों पर किए गए कथित रसायनिक हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त रूप से सीरिया पर हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि इस हमले में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की सेनाओं ने 100-120 मिलाइलें दागीं।
रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखरोवा ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगियों ने सीरिया पर ऐसे समय में सैन्य हमला किया है, जब...
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