डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की। एक समय वो नेहरू सरकार में मंत्री ने लेकिन फिर उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने जनसंघ की स्थापना की।
जम्मू एवं कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के लाल चौक में उस समय एक नया इतिहास लिखा जाएगा जब गृह मंत्री अमित शाह डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की याद में बनाए जाने वाले बलिदान स्तंभ की आधारशिला रखेंगे।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि राज्य के बिजली एवं गैर पारंपरिक ऊर्जा मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय कोलकाता के दक्षिणी हिस्से में कोरातला श्मशान में मुखर्जी की आवक्ष प्रतिमा पर श्रद्धाजंलि अर्पित करेंगे।
जेटली ने जहां एक तरफ 1951 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को 'अखंड भारत' का समर्थन करने से रोकने के लिए कांग्रेस को निशाने पर लिया, वहीं संविधान में संशोधन करने के लिए भी पार्टी की आलोचना की...
जम्मू-कश्मीर में 23 जून को बीजेपी मनाएगी श्यामा प्रसाद मुख़र्जी की जयंती
Syama Prasad Mukherjee's bust vandalised in Kolkata; six detained
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