इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम स्वास्थ्य सम्मेलन में रविवार को महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने राज्य में फैलते कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 15 दिन के लॉकडाउन लगाने पर जोर दिया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को संकेत दिया कि कोरोना मामलों में राज्य में सख्त लॉकडाउन की संभावना को खतरनाक रूप दिया गया। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इंडिया टीवी के साथ एक विशेष बातचीत में इस मुद्दे पर खुलकर बात की।
इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम स्वास्थ्य सम्मेलन में रविवार को महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने राज्य में फैलते कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 15 दिन के लॉकडाउन लगाने पर जोर दिया है।
डॉक्टर गुलेरिया का मानना है कि वैक्सीन कोई सॉल्यूशन नहीं है, इसे लगाने के बाद भी लोग संक्रमित हो सकते हैं। उन्हें नॉर्मल फ्लू जैसी स्थिति हो सकती हैं लेकिन उनकी मौत की संभावना बेहद कम हो जाएगी।
कार्यक्रम में दिल्ली स्थित AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी हिस्सा लिया और कई अहम बातें बताईं। उन्होंने बताया कि इस महीने के अंत तक रूस की वैक्सीन स्पूतनिक मार्केट में आ सकती है। उन्होंने बताया कि स्पूतनिक कंपनी ने आवेदन किया हुआ है। कैडिला वैक्सीन भी भारत में बनेगी उसको भी अनुमति कुछ समय में मिल जानी चाहिए। ये दोनों वैक्सीन भारत में ही बनेंगी।
डायरेक्टर AIIMS रणदीप गुलेरिया ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा कि इस बार जनवरी फरवरी में जो हमारे केस कम हुए थे तो वैक्सीन लगना शुरू हो गई थी तो लोगों ने लापरवाही शुरू कर दी, लेकिन वायरस हमारे यहां था और उसे मौका मिल गया फैलने के लिए। दूसरा वायरस के भी वेरिएंट बदल रहे हैं, यूके वेरिएंट बहुत तेजी से फैलता है और पुराने वेरिएंट के मुकाबले 30-60 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है। इसी वजह से हमारे देश में तेजी से केस बढ़े हैं।
"उदयपुर में टेस्टिंग के बाद हर 3 में से 2 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं, इसी लिए वहां पर शाम 6 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है, इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। "- रघु शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री, राजस्थान
देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने प्रचंड रफ्तार पकड़ ली है। कोरोना की दूसरी लहर में महाराष्ट्र, यूपी, मध्य प्रदेश सहित तकरीबन सभी राज्यों का बुरा हाला है। ज्यादातर राज्यों में कोरोना के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। इसबीच विभिन्न राज्यों व केंद्र सरकार की कोरोना की इस दूसरी लहर पर ब्रेक लगाने के लिए क्या रणनीति हैं और कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर विभिन्न सरकारों ने क्या प्लान बनाया है, इसको लेकर आज इंडिया टीवी पर डिजिटल स्वास्थ्य सम्मेलन का आयोजन किया है।
कोरोना वैक्सीनेशन की पहल देश के अंदर शुरू हो गई है। सरकार की तरह से ज्यादा उम्र के लोगों को इसके लिए वरीयता दी जा रही है, यानी जिनकी उम्र ज्यादा है उन्हें पहले वैक्सीन लगाई जाए।
मनोहर लाल खट्टर ने आगे बताया कि हरियाणा के पास वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है। उन्होंने कहा कि आज भी 6-7 दिन का स्टॉक बाकी है, हमें हर 2-3 दिन में सप्लाई मिल रही है, हमने अपने डिस्ट्रिब्यूशन के इंप्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया है। अगर किसी राज्य में कमी देखने को मिल रही है तो वह सिर्फ डिस्ट्रिब्यूशन की वजह से हो रहा है। उन्होंने कहा कि 16 जनवरी से 28 फरवरी तक हमारे यहां सिर्फ 3 लाख लोगों को वैक्सीन लगी थी और अब यह तेजी से आगे बढ़ रही है, हो सकता है आने वाले दिनों में हम रोजाना 2 लाख या 3 लाख लोगों को वैक्सीन लगाएं। भविष्य में जहां जहां आवश्यकता होगी वहां वैक्सीन लगाएंगे।
मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने इंडिया टीवी के डिजिटल स्वास्थ्य सम्मेलन में कहा कि लॉकडाउन को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फैसला लेंगे लेकिन राज्य में लॉकडाउन जैसी स्थिति नहीं है और मुख्यमंत्री भी संपूर्ण लॉकडाउन के पक्षधर नहीं है। उन्होंने कहा कि देशभर में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है, ऐसे में जरूरी है कि समाज स्वंय अनुशासित होते हुए खुद को संक्रमित होकर बचाए।
इंडिया टीवी के स्वास्थ्य सम्मेलन में मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हमारे यहां कोरोना की स्थिति फरवरी 2021 में खत्म होने के करीब थी लेकिन मार्च की शुरुआत से ही यह तेजी से बढ़ने लगा, देश के दूसरे राज्यों में जिस तरह से स्थिति बिगड़ी है उसी तरह से हरियाणा में भी बिगड़ी है। उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश में रोजाना 100 ही मामले आ रहे थे लेकिन आज की स्थिति में लगभग 2500-3000 लोग आ रहे हैं, यही वजह है एक्टिव केस लगभग 18-19 हजार तक पहुंच गई है जो चिंताजनक है।
कोरोना वैक्सीन को लेकर मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि रोजाना लगभग 1 लाख लोगों को वैक्सीन लग रही है और जितनी जरूरत है उतनी वैक्सीन मिल भी रही है। रविवार और सोमवार को डेढ़ लाख तक भी वैक्सिनेशन हो रहा है।
हमारे यहां स्थिति थोड़ी चिंतित हुई है। हर दिन दो ढाई हजार केस आ रहे हैं। एक्टिव केस 18-19 तक पहुंच गए हैं।- मनोहर लाल खट्टर
पूरी दुनिया की स्टडी कहती है कि मास्क लगाने पर 90 प्रतिशत तक मास्क और बीमारी से बच सकते हैं। नाक और मुंह से ही कोरोना संक्रमित ड्रॉपलेट शरीर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देश भर में कहर बन कर लौटी है। कोरोना संक्रमण की संख्या और मौतों के आकंड़े पिछले रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ते नजर आ रहे हैं।
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