देश के युवाओं को संदेश देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21 वीं सदी के दिव्य भव्य भारत के लिए विकास और प्रगतिवान का जनआंदोलन खड़ा करें। स्वामी विवेकानंद के 155वें जन्मदिन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट शेयर किया
गुलाम भारत में जो बातें स्वामी विवेकानंद ने अपने प्रवचनों में कही थी उन पर देश के लाखों युवा फिदा हो गए थे...
विवेकानंद हिन्दुस्तान के एक ऐसे संन्यासी रहे हैं, जिनके संदेश आज भी लोगों को उनका अनुसरण करने को मजबूर कर देते हैं लेकिन उनके जीवन से जुड़ी एक घटना शायद आप नहीं जानते होंगे...
यदि सरकार भारत के हितों के खिलाफ मुख्य आर्थिक सहलाकार की कोशिश के बावजूद उनको देशभक्त मानती है तो वह उन्हें हटाने की मांग को टाल देंगे।
सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले विवेकानंद का जिक्र जब कभी भी आएगा उनके अमेरिका में दिए गए यादगार भाषण की चर्चा जरूर होगी। यह एक ऐसा भाषण था जिसने भारत की अतुल्य विरासत और ज्ञान का डंका बजा दिया था।
बेहद कम उम्र में अपने ज्ञान का लोहा मनवाने वाले और देश के युवाओं को आजाद भारत का सपना दिखाने वाले स्वामी विवेकानंद की आज जयंती है। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था।
नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर छपी होती है लेकिन अब इन नोटों पर भीमराव आंबेडकर और स्वामी विवेकानंद की फोटो छापे जाने पर विचार किया जा रहा है।
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