स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर यह कहते हुए पाबंदी लगाने की मांग की थी कि उससे समाज के एक बड़े तबके का जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता है। रामचरितमानस पर विवादित बयान देने के बाद लखनऊ में एफआईआर दर्ज कराई गई।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति में कुल 42 लोगों को शामिल किया गया है। रविवार को जारी सूची में पार्टी ने आजम खान और हाल ही में रामचरित मानस पर बयान देकर विवादों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य को भी कार्यकारिणी में शामिल किया है।
समाजवादी पार्टी अब यूपी में जाति जनमणना की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन करने की तैयारी कर रही है। स्वामी प्रसाद मौर्या को अखिलेश यादव ने नए मिशन पर लगा दिया है।
आचार्य ने कहा कि 'साधु-संत भगवान के भक्त हैं, वो उनके कहने से आतंकवादी-जल्लाद नहीं हो जाएंगे। जिसकी जो मानसिकता होती है वो वही साधुओं के प्रति व्यक्त करता है। उनकी मानसिकता जल्लाद, राक्षस, पिशाच की है, इसी भाव से वे बोल रहे हैं।'
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने लखनऊ में कहा कि 'मैंने रामचरितमानस के चौपाई के कुछ अंशों की बात की थी, जिसमें स्त्रियों, आदिवासियों और पिछड़ी जातियों को नीच का दर्जा दिया गया है। गाली कभी धर्म का हिस्सा नहीं हो सकती। मैं जो बोल देता हूं कभी उसका खंडन नहीं करता।'
Ramcharitmanas Controversy: रामचरित मानस पर विवादित बोल देकर विवादों में फंसे Samajwadi Party के नेता Swami Prasad Maurya ने अब साधु-संतों के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि कुछ संतों ने उनका सिर काटने की धमकी दी है।
Ramcharitmanas Controversy: रामचरित मानस को लेकर नेताओं के अनाप शनाप बयान ..चमत्कार के बहाने हिंदू धर्म गुरूओं का अपमान..अब धार्मिक आतंकवाद की बात तक जा पहुंचा है...यही शब्द इस्तेमाल किए Swami Ramdev ने ....उन्होंने आज साफ साफ कहा....सनातन धर्म का ये अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
स्वामी प्रसाद ने ट्वीट कर लिखा, "भारत सरकार ने नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार देकर, नेताजी के व्यक्तित्व, कृतित्व एवं राष्ट्र के प्रति किये गये योगदान का उपहास उड़ाया है।"
Samajwadi Party के नेता लगातार Ramcharitmanas को बैन करने की मांग कर रहे हैं। अब AAP विधायक और खुलकर स्वामी प्रसाद मौर्या के समर्थन में आ गए हैं। #ramcharitmanas #swamiprasadmaurya #samajwadiparty
राम के सबसे पवित्र ग्रंथ पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाले समाजवादी पार्टी के नेता Swami Prasad Maurya के खिलाफ लखनऊ में FIR दर्ज कर ली गई है. स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान को लेकर लोगों में जबर्जस्त गुस्सा है. Lucknow के हनुमान मंदिर में Swami Prasad Maurya की नो एंट्री का पोस्टर टांग दिया गया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धारा 295 ए ,298, 504, 505(2),153a के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता के इस बयान से हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। रामायण को लेकर इस तरह की भाषा का कोई औचित्य नही है। ऐसे बयान से करोड़ो की भावनाएं आहत हुई हैं।
स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा, कोई मुसलमान और बड़ा मौलाना भी रामचरितमानस और गीता जैसे हिंदू धार्मिक ग्रंथों का विरोध नहीं करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की अनर्गल बयानबाजी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि तुलसीदास द्वारा रचित रामायण में कई जगहों पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है जिससे दलित समाज की भावनाएं आहत होती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को संवेदनशीलता दिखाते हुए प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।
Ramcharit Manas पर समाजवादी पार्टी नेता Swami Prasad Maurya ने विवादित बयान दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने तो कुछ चौपाइयों पर सवाल खड़े करते हुए उस पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर दी। #swamiprasadmaurya #ramcharitmanas
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि तुलसीदास द्वारा रचित रामायण में कई जगहों पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है जिससे दलित समाज की भावनाएं आहत होती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को संवेदनशीलता दिखाते हुए प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।
Swami Prasad Maurya: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अध्यक्ष मोहन भागवत ने पिछले दिनों कहा था कि, हमें वर्ण और जाति जैसी अवधारणाओं को पूरी तरह से त्याग देना चाहिए, क्योंकि अब जाति और वर्ण व्यवस्था की कोई प्रासंगिकता नहीं रह गई है।
Shrikant Tyagi News: मौर्य द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए नोटिस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश विधानमंडल के सदस्य ने 11.50 करोड़ रुपये के मानहानि मुआवजे का दावा भी किया है।
Shrikant Tyagi News: अब श्रीकांत त्यागी का नाम समाजवादी पार्टी के एक नेता के साथ जुड़ा है। यह नाम है स्वामी प्रसाद मौर्य का जिन पर आरोप है कि उन्होने त्यागी को विधायक और सचिवालय के स्टीकर उपलब्ध कराए थे।
Swami Prasad Maurya: पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को 'विचार शून्य पार्टी' करार दिया। उन्होंने कहा, "राजनीति, विचारधारा और भागीदारी की होती है। राजभर की कोई विचारधारा नहीं है और उनकी पार्टी विचार शून्य है।
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