पश्चिम बंगाल में सियासी माहौल गर्माया हुआ है। इस बार बंगाल में ममता बनर्जी को भारतीय जनता पार्टी से बड़ी चुनौती मिल रही है। भाजपा पर पलटवार करने के लिए ममता बनर्जी ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया। ममता बनर्जी ने भाजपा के नेता शुभेंदु अधिकारी के गढ़ नंदीग्राम में रैली में यहां से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
इस बार बंगाल में ममता बनर्जी को भारतीय जनता पार्टी से बड़ी चुनौती मिल रही है। भाजपा पर पलटवार करने के लिए ममता बनर्जी ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया।
भाजपा नेता शुभेन्दु अधिकारी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में बुधवार को याचिका दायर कर पश्चिम बंगाल पुलिस को उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्देश दिए जाने का आग्रह किया।
सुवेंदु के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शायद अधिकारी परिवार पर भरोसा नहीं रहा। यही वजह है कि पहले सौमेंदु को प्रशासक के पद से हटाया और मंगलवार को सुवेंदु के पिता शिशिर अधिकारी को दीघा शंकरपुर विकास प्राधिकरण (डीएसडीए) के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया।
उन्होंने कहा, "देखिए मोदी जी, योगी जी, अटल जी बहुत बढ़िया लीडर हैं, नमन है। मेरा उनके साथ मेल करना ठीक नहीं है। मैं 1987 से छात्र राजनीति से जुड़ा हुआ था। मैं चलते-चलते पूरा का पूरा राजनीति में डेडिकेटेड हो गया। मेरे एऱिया में तीन फ्रीडम फाइटर हैं। लेट सतीश सामंतो, लेट सुशील धारा, लेट अजय मुखर्जी। ये तीन बहुत बढ़िया स्वतंत्रात सेनानी थे। ये तीनों अन-मैरिड थे। मैं इन तीनों को फॉलो करते हुए अन-मैरिड रहकर डेडिकेटेड द पीपुल।"
कभी ममता बनर्जी के राइट हैंड माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी, प्रशांत किशोर और अभिषेक बनर्जी पर जमकर निशाना साधा और सीएम कैंडिडेट बनाए जाने को लेकर भी अपनी बात रखी।
पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले ही राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को झटका देकर भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को इंडिया टीवी के साथ विशेष बातचीत में खुलकर अपनी बात रखी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नौ जनवरी को बंगाल दौरे से एक दिन पहले पार्टी की ओर से शुक्रवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में मेगा रैली कर शक्ति प्रदर्शन किया गया।
सुवेंदु अधिकारी ने उत्तर 24 परगना में एक मेगा रोड शो किया। विद्रोही टीएमसी नेता के समर्थन में भारी भीड़ थी। ममता को यह दिखाने के लिए पर्याप्त हो सकता है कि भाजपा पश्चिम बंगाल में टीएमसी को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है |
भाजपा नेता एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु को पूर्व मेदिनीपुर जिले में कांठी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है।
पश्चिम बंगाल में साल 2021 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं | एक तरफ जहां ममता बनर्जी केंद्र की एनडीए सरकार के खिलाफ मोर्चेबंदी में जुटी हैं तो वहीं बीजेपी ममता के किले में सेंध लगाने के लिए अपनी सेना मजबूत कर रही है |
तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि यह ‘स्वत:स्फूर्त विरोध’ ‘दलबदलुओं के खिलाफ जनाक्रोश’ को दर्शाता है। पुलिस ने बताया कि यह घटना उस समय घटी, जब दोनों नेता कोलकाता के हेस्टिंग्स इलाके में अपनी कार में थे।
पश्चिम बंगाल में अगले विधानसभा चुनाव जीतने पर राज्य में विकास का गुजरात मॉडल लागू करने के बीजेपी द्वारा बार-बार किए जा रहे दावे पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि लोग ऐसा नहीं होने देंगे।
तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।
महीनों से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।
ममता बनर्जी की पार्टी TMC छोड़ने वाले पश्चिम बंगाल के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह की रैली में भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा।
ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बगावत करनेवाले पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं के नाम एक खुली चिट्टी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने टीएमसी पर जनादेश के अपमान का आरोप लगाया है और कहा है कि पार्टी में भाई-भतीजावाद हावी है।
सूत्रों के मुताबिक आज शुभेंदु अधिकारी अमित शाह की रैली में भाजपा का दामन थाम सकते हैं। मिदनापुर शुभेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है।
देश के गृह मंत्री अमित शाह के शनिवार से शुरू हो रहे पश्चिम बंगाल के दौरे से पहले सूबे की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में खलबली मची हुई है।
पश्चिम बंगाल के विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस के विधायक शुभेंदु अधिकारी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है।
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