व्यापारियों के गढ़ सूरत, अहमदाबाद, वड़ोदरा और राजकोट में BJP को मिली इस भारी जीत से लग रहा है कि GST से व्यापारी उतने परेशान नहीं है जितने बताए जा रहे थे
छह विधानसभा क्षेत्रों- ओल्पड, मांडवी, महुआ, व्यारा, कामरेज और मंगरोल की ईवीएम कॉलेज के स्ट्रांग रूम में रखी हुई है...
पीएम मोदी ने कहा कि मणिशंकर का बयान गुजरात का अपमान है। गुजरात के बेटे के लिए उन्होंने नीच शब्द का इस्तेमाल किया। उनमें मुगल संस्कार है...
पाटीदारों एवं कारोबारियों की ‘नाराजगी’ को देखते हुए कांग्रेस को इस बार भाजपा से कुछ सीटें छीनने की उम्मीद है, जबकि दूसरी ओर भाजपा को विश्वास है कि वह लंबे समय से उसका गढ़ रहे सूरत में अपनी पकड़ बनाये रखेगी क्योंकि उसके नेताओं का दावा है कि कांग्रेस ज
मौसम विज्ञान विभाग के एक आधिकारिक बयान के मुताबिक चक्रवात ओखी ‘‘गहरे दबाव’’ के क्षेत्र में तब्दील हो चुका है और आज देर रात दक्षिण गुजरात में ‘‘दबाव’’ क्षेत्र के तौर पर दस्तक दे सकता है। गहरे दबाव का क्षेत्र सूरत से 240 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम म
गुजरात में छिड़े सियासी घमासान के बीच कल सूरत की सड़कों पर फिल्म शोले के गब्बर, ठाकुर और कालिया उतर आए। गब्बर सिंह और कालिया घोड़े पर बंदूक के साथ घूमते नजर आए तो ठाकुर गाड़ी पर सवार थे...
पुलिस औऱ आरएएफ ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत करने की भरसक कोशिश की लेकिन हंगामा बढ़ता ही जा रहा था जिसके बाद लोगों को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी घायल भी हो गए। लाठीचार्ज के बाद भी जब प्रदर्शनकारी नहीं हटे
बता दें कि दो दिन पहले ही इसी इलाके में महिलाएं बड़ी तादात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में जुलूस निकाल कर खुले आम ऐलान कर चुकी हैं कि पीएम मोदी उनके भाई हैं और उनका वोट भाजपा को जाएगा। अब ये बैनर कांग्रेस के लिए मुसीबत बन रहा है।
सूरत के लिंबायत इलाके में निकले जुलूस में मुस्लिम महिलाओं की ज़बान पर सिर्फ पीएम मोदी के नाम का नारा था। इन महिलाओं का कहना है कि मोदी उनके भाई हैं और वो अपने भाई के लिए सडकों पर उतरी हैं। सूरत की 12 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम वोट गेम चेंजर का काम करत
गुजरात में पाटीदारों को लेकर सियासी पारा गर्म है. पाटीदारों के समर्थन और विरोध को लेकर अब सड़कों पर जंग होने लगी है. सूरत में बीजेपी के कार्यकर्ता और हार्दिक पटेल के समर्थकों में झड़प हो गई.
नवसृजन यात्रा के तीसरे चरण में राहुल भरूच, तापी, वलसाड, नवसारी और सूरत की जनता से रैलियों और नुक्कड़ सभाओं के जरिये जनता का दिल जीतने की कोशिश में हैं। भरुच राहुल के दादाजी फिरोज गांधी का गृह जिला है। फिरोज गांधी का बचपन भी भरुच में ही बीता था। वो यह
जानकारी के मुताबिक पकड़े गए दोनों आतंकी गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान अहमदाबाद में किसी बड़े हमले की साजिश रच रहे थे। यहूदियों के धार्मिक स्थल इन दोनों के निशाने पर थे। दोनों आतंकी अहमदाबाद के खाडिया में मौजूद बहाई मंदिर को निशाना बनाने वाले थे और इ
6 हजार करोड़ रुपए के टर्नओवर वाली कंपनी के मालिक होते हुए भी सावजी ने अपने बेटे हितार्थ को इसलिए काम करने के लिए बाहर भेजा ताकि वह जिंदगी के उतार-चढ़ाव को बखूबी समझ सके। न्यूयार्क से बीबीए कर लौटे हितार्थ को उन्होंने सिर्फ 500 रुपए देकर हैदराबाज भेजा
आरोप है कि आचार्य शांतिसागर महाराज ने रेप के बाद छात्रा को धमकी देते हुए कहा था कि वह बाहर जाकर इस बारे में किसी को नहीं बताए, वरना उसके साथ कुछ भी हो सकता है। छात्रा के पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराते ही जैन मंदिर में और इस समाज से जुड़े लोग एकत्र
मध्य प्रदेश के नीमच जिले के करोड़पति कारोबारी परिवार के बेटे के बाद उनकी बहू अनामिका ने भी तमाम विरोधों को दरकिनार करते हुए सोमवार को गुजरात के सूरत में दीक्षा ले ली।
सूरत में एक ऐसा श्मशान घाट है जो एयरपोर्ट की शक्ल का है। इस अनोखे शमशान घाट का नाम है मोक्षधाम एयरपोर्ट। सूरत में शुरू हुए इस अनोखे श्मशान घाट में दो डमी एयरोप्लेन भी रखे हुए हैं। आखिर क्यों एक शमशान घाट को एयरपोर्ट का रूप दे दिया गया?
गुजरात में 12वीं कक्षा की परीक्षा में 99.99 पर्सेंटाइल हासिल करने वाले अहमदाबाद के 17 वर्षीय वर्शिल शाह अब जैन संत बन गए हैं। अब वो सादा जीवन बिताएंगे। वर्षिल के पिता सरकारी कर्मचारी हैं। वर्षिल दो सप्ताह पहले आये गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक श
गुजरात में 12वीं कक्षा की परीक्षा में 99.99 पर्सेंटाइल हासिल करने वाले अहमदाबाद के 17 वर्षीय वर्शिल शाह ने अब जैन संत बनने का रास्ता चुना है। वर्षिल के पिता सरकारी कर्मचारी हैं। वर्षिल दो सप्ताह पहले आये गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्
सूरत के हीरा कारोबारी लक्ष्मीदास वेकारिया फिर से एक बार चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने अपने 125 कर्मचारियों को तोहफे में स्कूटी दी है।
IRCTC ने तत्काल टिकट बुक करने के दौरान भुगतान के लिए मोबिक्विक के साथ साझेदारी की है। कंपनी का दावा है कि अब ई-कैश ट्रांजैंक्शन पहले से ज्यादा सफल होंगे।
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