महाराष्ट्र में रविवार को दिनभर सियासी हलचल जारी रही। एनसीपी नेता अजित पवार डिप्टी सीएम बनाए गए। शरद पवार ने इससे पहले उन्हें मनाने की बहुत कोशिश की। जानिए पूरी सियासी पटकथा-
Maharashtra Political Crisis: एनडीए(NDA) सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार(Ajit Pawar) ने कहा कि यह फैसला हम सबने मिलकर लिया है। उन्होंने कहा कि आज हमने शपथ ली है लेकिन आने वाली दिनों में मंत्रीमंडल का और भी विस्तार होगा।'
महाराष्ट्र की राजनीति में हुई उठापटक के बीच अजित पवार NDA सरकार में शामिल हो गए हैं। डिप्टी सीएम की शपथ लेने के बाद अजित ने दावा किया है कि पार्टी के सभी विधायकों का उन्हें समर्थन है।
Super 50: भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग पर करीब 12 घंटे बाद काबू तो पा लिया गया है...लेकिन इसे अब पूरी तरह से बुझाया नहीं जा सका है...आग बुझाने में जुटी फायर ब्रिगेड टीम ने आग को बिल्डिंग में और फैलने से रोक लिया है...और अब कूलिंग का काम किया जा रहा है...जिससे कि ये आग आगे और कहीं न फैल सके...
शरद पवार ने अजित पवार को छोड़कर सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को NCP का कार्यकारी अध्यक्ष क्यों बनाया इसको लेकर उन्होंने कारण साफ किया है। इस दौरान पवार ने विपक्ष की मीटिंग को लेकर भी अहम बातें बताईं।
शरद पवार के NCP के अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस लेने के बाद पार्टी में एक और बड़ा फैसला लिया गया है। प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को NCP का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
Maharashtra Political News: जैसे ही शरद पवार ने इस्तीफा वापस लेने का एलान किया, तो जो कार्यकर्ता धरने पर बैठे थे. वो नाचतने लगे, वाई वी चव्हाण सेंटर के सामने ढोल ताशे बजे. NCP के कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया लेकिन अजीत पवार की गैरहाजिरी से लोगों के मन में आशंकाएं भी पैदा हुई.
शरद पवार की पार्टी एनसीपी की कमान कौन संभालेगा..इस पर सस्पेंस अभी बना हुआ है..अभी से थोड़ी देर पहले प्रफुल्ल पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया है कि शरद पवार ने अभी कोई फैसला नहीं किया है..
Sharad Pawar Resigns: NCP में पवार की जगह पार्टी अध्यक्ष कौन बनेगा... इसको लेकर अटकलों का दौर जारी है... NCP नेता प्रफुल्ल पटेल ने अभी-अभी एक बड़ा बयान दिया है...
Superfast 200: एक क्लिक में देखिए देश-दुनिया की 200 बड़ी खबरें NCP अध्यक्ष बने रह सकते हैं Sharad Pawar...कार्यकारी अध्यक्ष का बनाया जाएगा पद...इसके लिए पार्टी संविधान में होगा बदलाव Ajit pawar का बड़ा बयान..कहा- NCP के नए अध्यक्ष पर फैसला लेगी कमेटी...जो भी फैसला होगा पवार साहेब को होगा मान्य
एनसीपी सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पार्टी में एक्टिंग प्रेसिडेंट के लिए सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल के नाम की चर्चा है। शरद पवार के पद छोड़ने के बाद ये चर्चा है कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा?
शरद पवार के इस फैसले से कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ विरोधी पार्टी बीजेपी भी सकते में है। इसे लेकर बीजेपी की ओर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
एनसीपी के मुखिया पद से शरद पवार ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि एनसीपी का नया मुखिया कौन होगा। कहा जा रहा है शरद ने खुद नया नाम तय कर लिया है। जानें डिटेल्स-
एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने एक बयान देकर महाराष्ट्र की सियासत में खलबली ला दी है। सुले ने कहा है कि आने वाले 15 दिनों में दो बड़े राजनीतिक विस्फोट होने वाले हैं।
एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि शिवसेना की स्थापना बालासाहेब ठाकरे ने की थी और उनकी इच्छा थी कि पार्टी को उद्धव ठाकरे ही चलाएं, लेकिन यह फैसला उनकी इच्छा का अपमान है।
2019 में लगातार छठी बार लोकसभा में पहुंचे जिगाजिनागी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पिछली सरकार में जुलाई 2016 से मई 2019 तक केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्यमंत्री थे।
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। दीया जलाने के दौरान सुप्रिया सुले की साड़ी में आग लग गई। उस समय वहां मौजूद एक शख्स ने इशारा किया।
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने एनसीपी नेता और सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ विवादित बयान दिया था, जिसके बाद एनसीपी के कार्यकर्ता भड़क गए और उन्होंने सोमवार को सत्तार के बंगले के बाहर प्रदर्शन भी किया। इसी दौरान किसी ने पत्थर से उनकी खिड़की का कांच भी तोड़ दिया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आज आधिकारिक घोषणा कर दी गई है और शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद प्रफुल्ल पटेल को उपाध्यक्ष और सुनील तटकरे को मुख्य महासचिव चुना गया है।
Maharashtra Cabinet Expansion सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा, महिलाओं को आरक्षण देने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य था। दुर्भाग्य की बात है कि राज्य मंत्रिमंडल में 18 मंत्री हैं, लेकिन एक भी महिला नहीं।
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