Noida Supertech Twin Towers Demolition Cost: दोनों टावर कुतुब मीनार से भी ऊंचे हैं और इन्हें 15 सेकंड से भी कम समय में ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक से ढहा दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि ये भारत में अब तक की सबसे ऊंची संरचनाएं होंगी जिन्हें ध्वस्त किया गया है।
Noida Twin Towers Demolition Live Updates: नोएडा का ट्विन टावर गिरा दिया गया है। चारों तरफ धूल का गुबार नजर आ रहा है।
Noida Twin Tower Demolition: ये सावल बहुत सारे लोगों के मन में आया होगा कि दो इमारतों को गिराने के लिए इतना सारा ताम-झाम क्यों किया जा रहा है। क्यों दो ऊंची इमारतों को विस्फोटकों की मदद से ढहाया जा रहा है?
Noida Twin Tower Blast: नोएडा में सेक्टर 93-ए स्थित सुपरटेक का ट्विन टॉवर अब ध्वस्त होने के बाद इतिहास बन जाएगा। सिर्फ नौ सेकेंड में भीषण बारूदी विस्फोट से यह 100 मीटर ऊंची बिल्डिंग पूरी तरह जमींदोज हो जाएगी। मगर ध्वस्तीकरण का दंश आमजनों को लंबे समय तक झेलना पड़ सकता है।
न्यायालय ने नोएडा के सेक्टर 93ए के एमराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट में स्थित Supertech Twin Tower को गिराने का आदेश दिया है और इस भवन को 28 अगस्त को तोड़ा जाना है।
Supertech Twin Tower Demolition: एडिफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता ने बताया कि वह ट्विन टावर के ब्लास्ट का फाइनल बटन दबाएंगे और उनके साथ जो ब्रिक्समैन और 6 लोग 100 मीटर के दायरे में उस दौरान मौजूद रहेंगे।
Supertech Twin Tower: नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावर को 28 अगस्त को गिराया जाएगा। इस इमारत को गिराने में लगभग 3,700 किलोग्राम विस्फोटक लगेगा। इस टावर की ऊंचाई दिल्ली के कुतुब मीनार से भी अधिक है। ये टावर भारत की अब तक की सबसे ऊंची इमारतें गिराने वाली बन जाएगी।
Supertech Twin Tower: सुपरटेक के ट्विन टावर यानी एपेक्स और सियान टावर के ध्वस्त होते ही धूल का गुबार उठेगा। इससे वायु प्रदूषण पांच गुना तक बढ़ सकता है। इसके कारण अगले 7 से 90 दिनों तक लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
ट्विन टावर के गिराए जाने को लेकर उसके आसपास रहने वाले लोगों की सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक मैनेजमेंट आदि बातों और व्यवस्थाओं का जायजा लेने गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर मौके पर पहुंचे। उन्होंने ट्विन टावर गिराने वाली कंपनी एडीफिस के डायरेक्टर और जेट डिमोलिशन के इंजीनियर के साथ मौके पर विजिट किया।
Noida Twin towers demolition: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नोएडा में सुपरटेक कंपनी के दोनों टावर अब ध्वस्तीकरण के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इन्हें गिराने के लिए विस्फोटक लगाए जाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।
Supertech Twin Towers: सुपरटेक एमेरल्ड कोर्ट में रहने वाले प्रताप चक्रवर्ती का फ्लैट ट्विन टावर से 9 मीटर की दूरी पर भी नहीं है। उन्होंने अपनी जिंदगी की गाढ़ी कमाई लगाकर 90 लाख में 2018 में यह प्रॉपर्टी खरीदी थी। तब से उनके परिवार का सुखचैन खो चुका है।
Supertech Twin Towers: ध्वस्तीकरण साइट के आसपास की मुख्य सड़कों से लेकर अंदरुनी सड़क पर वाहनों के साथ पैदल लोगों की आवाजाही भी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी।
Supertech Twin Towers: डीसीपी (यातायात) गणेश प्रसाद साहा ने कहा कि विस्फोट में कुछ सेकेंड लगेंगे और उसके बाद लगभग 10-15 मिनट तक धूल फैले रहने की आशंका है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों से अतिरिक्त समय रखा गया है व धूल छंटते ही एक्सप्रेस-वे को खोल दिया जाएगा।
UP News: दोनो टावरों को ध्वस्त करने के लिए नौ हजार 800 छेद किए गए हैं। इन छेदों में करीब 3700 किलो विस्फोटक का उपयोग किया जाएगा। विस्फोटक लगाने के दौरान पुलिस, एडिफिश, और जेट डिमोलिशियन कंपनी के लोगों को ही परिसर में जाने की अनुमति है। 28 अगस्त को इन दोनों टावरों पर में विस्फोट किया जाना है।
Supertech Twin Tower: अब से 15 दिनों तक रोजाना 325 किलोग्राम विस्फोटक लाकर इन दोनों टॉवरों में लगाया जाएगा। इस दौरान 1 दर्जन पुलिसकर्मी विस्फोटकों की सुरक्षा के लिए लगे रहेंगे।
Noida Twin Tower: सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा की एमराल्ड परियोजना से जुड़े सुपरटेक (Supertech) के 40 मंजिला ट्विन टावर को ढहाने के लिए शुक्रवार को 28 अगस्त की तारीख तय की है।
Supertech Twin Towers: केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) ने एडफिस इंजीनियरिंग को नोएडा के सेक्टर-93-ए स्थित सुपरटेक के दोनों टावर (एपेक्स-सियान) को ध्वस्त करने की मंजूरी दे दी है। इसके बाद नोएडा प्राधिकरण ने दावा किया है कि टावरों को 28 अगस्त को गिराया जाएगा।
Supertech Twin Towers: क्लीयरेंस मिलने की डेट के बाद एडिफिस कंपनी को पूरी तरीके से इन ट्विन टावर में विस्फोटक लगाने में करीब 17 दिन लगेंगे।
Supertech Twin Tower: ''सुपरटेक ट्विन टावर को गिराने की संभावित तारीख अब 21 अगस्त कर दी गई है। माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गई समय सीमा 28 अगस्त तक है। बफर अवधि बनाने के लिए निर्णय लिया गया है ताकि किसी भी हालत में 28 अगस्त तक काम पूरा हो सके।''
सुपरटेक और डिमोलिशन एजेंसी एडिफिस इंजीनियरिंग ने इन दोनों इमारत को गिराए जाने की तारीख टालने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी।
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