रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक लिमिटेड (Supertech Limited) नोएडा स्थित अपनी ट्विन टावर इमारत को नियंत्रित धमाके के साथ गिराये जाने के बाद उसी जगह पर एक नयी आवासीय परियोजना विकसित करना चाहती है।
Twin Tower Demolition: नोएडा के सेक्टर 93A में सुपरटेक के ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को रविवार दोपहर धराशायी कर दिया गया। लगभग 100 मीटर ऊंचे ढांचों को विस्फोट कर चंद सेकेंड में गिरा दिया गया।
Noida Twin Tower Demolition Video: नोएडा के सेक्टर 93A में सुपरटेक के ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को रविवार दोपहर धराशायी कर दिया गया।
Noida Supertech Twin Towers Demolished: सुपरटेक ट्विन टावर्स के गिरने के बारे में सभी को जानकारी हो गई लेकिन इसके पीछे की कहानी हर कोई नहीं जानता कि आखिर इतनी बड़ी इमारत किसके वजह से गिर गई। तो चलिए आपको उन चारों आदमी के बार में बताते हैं
Noida Supertech Twin Towers Demolition: कंपनी ने कहा कि कोई भी काम इमारत नियम से परे जाकर नहीं किया गया है और इनका निर्माण नोएडा प्राधिकरण को पूरा भुगतान करने के बाद ही किया गया। दोनों टावर कुतुब मीनार से भी ऊंचे हैं और इन्हें 15 सेकंड से भी कम समय में ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक से ढहा दिया जाएगा।
Noida Supertech Twin Towers Demolition: दोनों टावर कुतुब मीनार से भी ऊंचे हैं और इन्हें 15 सेकंड से भी कम समय में ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक से ढहा दिया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि ये भारत में अब तक की सबसे ऊंची संरचनाएं होंगी जिन्हें ध्वस्त किया जा रहा है।
Noida Supertech Twin Towers Demolition Cost: ये भारत में अब तक की सबसे ऊंची संरचनाएं हैं, जिन्हें ध्वस्त किया गया है। इमारतों को गिराने के लिए हरियाणा के पलवल से लाए गए करीब 3700 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ।
Supertech Twin Towers Demolition: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज सुपरटेक के ट्विन टावर्स को कुछ घंटे के बाद ही गिरा दिया जाएगा। इन टावर्स का निर्माण अवैध तरीके से किया गया था, जिसके कारण सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा फैसला सुनाया।
Noida Supertech Twin Towers Demolition Cost: दोनों टावर कुतुब मीनार से भी ऊंचे हैं और इन्हें 15 सेकंड से भी कम समय में ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक से ढहा दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि ये भारत में अब तक की सबसे ऊंची संरचनाएं होंगी जिन्हें ध्वस्त किया गया है।
Noida Twin Tower Blast: नोएडा में सेक्टर 93-ए स्थित सुपरटेक का ट्विन टॉवर अब ध्वस्त होने के बाद इतिहास बन जाएगा। सिर्फ नौ सेकेंड में भीषण बारूदी विस्फोट से यह 100 मीटर ऊंची बिल्डिंग पूरी तरह जमींदोज हो जाएगी। मगर ध्वस्तीकरण का दंश आमजनों को लंबे समय तक झेलना पड़ सकता है।
न्यायालय ने नोएडा के सेक्टर 93ए के एमराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट में स्थित Supertech Twin Tower को गिराने का आदेश दिया है और इस भवन को 28 अगस्त को तोड़ा जाना है।
Supertech Twin Tower Demolition: एडिफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता ने बताया कि वह ट्विन टावर के ब्लास्ट का फाइनल बटन दबाएंगे और उनके साथ जो ब्रिक्समैन और 6 लोग 100 मीटर के दायरे में उस दौरान मौजूद रहेंगे।
ट्विन टावर के गिराए जाने को लेकर उसके आसपास रहने वाले लोगों की सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक मैनेजमेंट आदि बातों और व्यवस्थाओं का जायजा लेने गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर मौके पर पहुंचे। उन्होंने ट्विन टावर गिराने वाली कंपनी एडीफिस के डायरेक्टर और जेट डिमोलिशन के इंजीनियर के साथ मौके पर विजिट किया।
Noida Twin towers demolition: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नोएडा में सुपरटेक कंपनी के दोनों टावर अब ध्वस्तीकरण के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इन्हें गिराने के लिए विस्फोटक लगाए जाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।
Supertech Twin Towers: सुपरटेक एमेरल्ड कोर्ट में रहने वाले प्रताप चक्रवर्ती का फ्लैट ट्विन टावर से 9 मीटर की दूरी पर भी नहीं है। उन्होंने अपनी जिंदगी की गाढ़ी कमाई लगाकर 90 लाख में 2018 में यह प्रॉपर्टी खरीदी थी। तब से उनके परिवार का सुखचैन खो चुका है।
सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि, इस बैठक में सभी संबंधित एजेंसियां मौजूद रहें, ताकि जल्द से जल्द नोएडा में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के दो 40 मंजिला टावरों को दो सप्ताह के भीतर ध्वस्त किया जा सके।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सुपरटेक के 915 फ्लैट और दुकानों वाले 40 मंजिला दो टॉवर्स का निर्माण नोएडा प्राधिकरण के साथ साठगांठ कर किया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि सुपरटेक के 915 फ्लैट और दुकानों वाले 40 मंजिला दो टावरों का निर्माण नोएडा प्राधिकरण के साथ साठगांठ कर किया गया है और उच्च न्यायालय का यह विचार सही था।
शीर्ष अदालत में ट्विन टावर को तीन महीने के अंदर जमींदोज करने का आदेश देते हुए कहा था कि जिला स्तरीय अधिकारियों की सांठगांठ से किए गए इस इमारत के निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी ताकि नियम कायदों का अनुपालन सुनिश्चित हो सके।
आदेश में कहा गया है कि सुपरटेक के 40 मंजिला ट्वीन टॉवर्स में 915 फ्लैट्स और दुकानें हैं जिनका निर्माण नोएडा अथॉरिटी के साथ सांठगांठ कर किया गया है
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