राजस्थान में चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच रहा है। वहीं, अब संभव है कि तापमान में गिरावट होगी और लोगों को इस चुभती गर्मी से राहत भी मिलेगी।
गर्मी और पसीने से बाल चिपचिपे हो जाते हैं। कई बार बालों में खुजली की समस्या होने लगती है। धूप बालों की चमक को भी कम कर देती है। ऐसे में बालों की ज्यादा देखभाल करने की जरूरत है। जानिए गर्मी में बालों की कैसे केयर करें?
Red Burning Eye Problem In Summer: तेज धूप और पसीने से आंखों में कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं। गर्मी में लोगों की आंखें लाल हो जाती हैं। ऐसे में आपको त्वचा और शरीर के साथ आंखों की सही देखभाल करना भी जरूरी है। डॉक्टर से जानिए गर्मी में आंखों की कैसे करें हिफाजत?
Heat Impact On Body: उत्तरभारत के लोग भीषण गर्मी से परेशान है। ये गर्मी दिल, दिमाग और किडनी के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक और ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। जानिए कैसे करें बचाव?
उत्तर भारत में लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं। हीटवेब के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन हीटवेब से भी ज्यादा खतरनाक है 'वेट बल्ब टेम्परेचर'। जानिए क्या है 'वेट बल्ब टेम्परेचर' और इसे क्यों ज्यादा हानिकारक माना जाता है?
How To Keep House Cool In Summer: इस भीषण गर्मी में लोगों का हाल बेहाल हो रहा है। सिर्फ AC कूलर में ही लोग चैन की सांस ले पा रहे हैं। अगर आपके पास एसी या कूलर नहीं है तो इस टिप्स को फॉलो कर आप घर को ठंडा रख सकते हैं।
जम्मू में तापमान आमतौर पर 15 मई से 15 जून के बीच 40 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। हालांकि, आने वाले दिनों में यह और भी अधिक बढ़ सकता है।
सोशल मीडिया पर कभी-कभी ऐसे वीडियो सामने आ जाते हैं जिन्हें देखते ही आंखें उन पर ठहर जाती है। कुछ ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें गर्मी कंट्रोल करने के लिए कुछ लड़कों ने अनोखे अंदाज में जुलूस निकाला।
नोएडा में गर्मी बढ़ने और लू चलने से लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी हैं। आईएमडी ने कहा कि 31 मई तक हीटवेव रहेगा। इसके बाद दो से तीन डिग्री तक तापमान में कमी आएगी। ऐसे में लोग संभल कर रहें। तेज गर्मी से बचने के लिए अपने को हाइड्रेट रखें।
Heatwaves Increasing Premature Birth: तेज गर्मी, लू और हाई टेंपरेचर का असर न सिर्फ इंसानों पर पड़ रहा है बल्कि इसका असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी हो रहा है। एक रिसर्च में पाया गया है कि लंबे समय लू और उच्च तापमान के कारण प्रीमैच्योर डिलीवरी का खतरा बढ़ जाता है।
ब्रह्मपुरी में पारा 47.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। वहीं, नागपुर में तो मई महीने का 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है, नागपुर में पारा 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
राजस्थान के जैसलमेर में इन दिनों तापमान 48 डिग्री से भी ऊपर पहुंच चुका है। यहां इतनी भयंकर गर्मी हो रही है कि यदि रेत में पापड़ या अंडा रख दिया जाए तो वह तुरंत ही पक जाता है। जिसका वीडियो BSF के जवानों ने बनाया है।
गर्मी से बचने के लिए एक शख्स ने अपने सस्ते जुगाड़ से AC बना दिया है। शख्स के इस AC का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। आप भी शख्स के इस वीडियो को देखिए और बताइए कि उसका यह आइडिया आपको कैसा लगा।
इंदौर में पिछले पांच दिन से तापमान काफी बढ़ा हुआ है। पहले ट्रांसफार्मर के आगे पंखे लगाए थे। जब पंखों से भी तापमान कम नहीं हुआ, तो हमने ट्रांसफार्मर के दोनों ओर 24 घंटे बड़े कूलर चलाने शुरू कर दिए।
Muscles Pain In Summer: गर्मी का असर पूरे शरीर पर पड़ रहा है। पानी की कमी से हड्डिया भी खूख रही हैं। मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन बनी रहती है। अगर आपको भी ये समस्या हो रही है तो जान लें बचने के उपाय।
Nautapa Start Date: 25 मई से नौतपा शुरू हो रहा है। ऐसे में भीषण गर्मी झेलने के लिए तैयार हो जाएं। नवतपा के 9 दिन सबसे ज्यादा गर्म होते हैं। इन दिनों स्वस्थ रहने के लिए और गर्मी से बचने के लिए इन बातों का ख्याल जरूर रखें।
Eye Stroke Symptoms: गर्मी और लू का असर आपकी आंखों पर भी हो रहा है। भीषण गर्मी से लोगों में आई स्ट्रोक का खतरा बढ़ रहा है। जानिए कैसे करें आंखों की देखभाल और क्या हैं आई स्ट्रोक के लक्षण?
पाकिस्तान में प्रचंड गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। देशभर के अस्पतालों में लू की चपेट में आए मरीजों का इलाज चल रहा है। मौसम विभाग ने एक सप्ताह तक लू चलने की वॉर्निंग दी है।
बाहरी गर्मी से पसीना निकलता है, लेकिन शरीर में अंदर गर्मी बढ़ने से तबियत खराब हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि शरीर को अंदरूनी रूप से भी ठंडा बनाना जाए। शरीर के भीतर टेंपरेचर को मेंटेन रखने के लिए आप ये उपाय जरूर अपनाएं।
गर्मी के महीने में भारी संख्या में इलेक्ट्रिक उपकरणों के उपयोग के कारण ओवरलोडिंग हो जाती है जो कि बड़ी आग का कारण बनती है। आइए जानते हैं कुछ अन्य कारण जिससे आग की घटनाएं बढ़ती है।
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