हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने की घोषणा की है।
हिमाचल में मचा सियासी घमासान अभी भी जारी है। इस सियास घमासान के बीच सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए एक अच्छी खबर है। सूत्रों की मानें कांग्रेस हिमाचल में सीएम नहीं बदलने वाली है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ही हिमाचल के सीएम रहेंगे। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। हिमाचल में मुख्य
राज्यसभा चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले कांग्रेस के बागी विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि पार्टी के कम से कम 9 और विधायक उनके संपर्क में हैं।
धर्मपुर की जनसभा में सीएम सुक्खू ने कांग्रेस के बागी विधायकों को काला नाग बताया था। इसके बाद उन्होंने एक बार फिर यही बात दोहराई और कहा कि पार्टी को जो लोग धोखा देते हैं, वह काला नाग होते हैं।
कांग्रेस आलाकमान ने हिमाचल में डैमेज कंट्रोल का दावा किया था। लेकिन विक्रमादित्य सिंह के एक और कदम उठाया है जिसके बाद एक बार फिर से हिमाचल की राजनीति में नए उठापटक को लेकर कयास शुरू हो गए हैं।
पिछले दिनों विक्रमादित्य सिंह ने अपने इस्तीफे के वक्त मीडिया से कहा था कि सरकार सभी के योगदान से बनी है, लेकिन विधायकों की अनदेखी की गई और उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई।
अगर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को नहीं बदला तो विक्रमादित्य सिंह का गुट फिर नाराज हो जाएगा। अगर मुख्यमंत्री बदल दिया तो सुक्खू के समर्थक विधायक आंखें दिखाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर संकट बताया जा रहा था। इसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने डीके शिवकुमार और भूपिंदर सिंह हुड्डा को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। अब माना जा रहा है कि संकट के बदल फ़िलहाल छट गए हैं।
हिमचाल कांग्रेस में घमासान जारी है। इस बीच सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक लोकसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री सुक्खू की कुर्सी बची रह सकती है।
विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीएम की कार्यप्रणाली से कई विधायक नाराज थे और अब हालात सही नहीं थे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस्तीफे की खबरों को प्रोपेगेंडा बताते हुए कहा कि मैं योद्धा हूं और संघर्ष करना जानता हूं। हमारी सरकार 5 साल चलेगी।
हिमाचल प्रदेश में जबरदस्त राजनीतिक हलचल हो रही है। विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफा देने के बाद अब कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस्तीफा मांग लिया है।
हिमाचल प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच बागी विधायकों की बाड़ेबंदी की जा रही है। बीजेपी को वोट देने वाले विधायकों को अज्ञात जगह पर ले जाया गया है।
हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में बहुत बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। जिसके बाद हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस के 6 विधायकों ने अपना ईमान बेचा है। जब कोई ईमान बेच दे तो हम क्या कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बहुमत होने के बावजूद भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। यहां हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी चुनाव हार गए हैं और भाजपा के प्रत्याशी हर्ष महाजन चुनाव जीत गए हैं।
पहाड़ों पर अक्सर आपको यह गाड़ी अभी भी चलती हुई दिख जाएगी। कहा जाता है कि पहाड़ियों में जहां बड़ी-बड़ी गाड़ियां दम तोड़ देंगी, वहां यह ऑल्टो बिना रुके चढ़ाई करते हुए आगे निकल जाएगी।
शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश कैबिनेट में हुए फेरबदल में PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह को शहरी विकास का अतिरिक्त विभाग दिया गया है। उनसे कुछ दिन पहले खेल और युवा मामलों का विभाग वापस ले लिया गया था।
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस कार्यक्रम के लिए पूरा देश तैयारी कर रहा है। कई राज्यों में इस दिन की छुट्टी का ऐलान किया गया है।
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के पेट में बुधवार की देर रात को अचानक से दर्द उठा। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री सुक्खू के पेट में संक्रमण का पता चला है।
हिमाचल प्रदेश में आई त्रासदी पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है लोगों की जान बचाना।
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