चीनी निर्यातक संगठनों का अनुमान है कि इस साल निर्यात रिकॉर्ड 55 लाख टन संभव
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के बरबर क्षेत्र में एक कप चाय को लेकर 40 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी गर्भवती पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी।
मई में छूट बढ़ने के साथ चीनी की मांग बढ़ने के संकेत
ISMA के मुताबिक गिरावट से पहले के 5 महीनों में चीनी बिक्री में बढ़त का रुख था
महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन करीब 45 प्रतिशत घटा
संगठन ने बयान में कहा है कि पहले से अधिक मात्रा में बी-हेवी मलैसज (शीरा) और गन्ना रस को एथेनॉल के उत्पादन में इस्तेमाल किए जाने से भी चीनी का उत्पादन पिछले साल से कम रहने का अनुमान है।
सरकार ने अधिकतम स्वीकार्य निर्यात कोटा (एमएईक्यू) योजना के तहत 2019-20 के मौजूदा विपणन वर्ष के लिए 6,50,000 टन चीनी कोटा का नए सिरे से आवंटन किया है।
पाकिस्तान की जनता के जीवन में खुशहाली लाने का वादा करके सत्ता में आए प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों काफी टेंशन में हैं।
इस्मा को उम्मीद है कि चालू सत्र में चीनी मिलों द्वारा चीनी की बिक्री 260 लाख टन के आसपास होगी।
देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में मिलों ने 15 दिसंबर तक 21.2 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में यह 15 प्रतिशत अधिक है।
देश में चीनी उत्पादन पिछले साल के मुकाबले लगभग 54 प्रतिशत पिछड़ गया है।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि मिलों को गन्ने के शीरे से अतिरिक्त इथेनॉल का उत्पादन करने के लिए पर्यावरणीय मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि यह प्रदूषणकारी नहीं है।
चीनी मिलों में गन्ने की पेराई और चीनी का उत्पादन नए पेराई सत्र 2019-20 में आरंभ होने में थोड़ा विलंब हुआ, लेकिन देशभर की 28 चीनी मिलें अब चालू हो गई हैं और अब तक 14.50 लाख टन गन्ने की पेराई से कुल 1.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।
कश्मीर के मुद्दे भारत को छोड़ पाकिस्तान का साथ देने वाले मलेशिया को भारतीय व्यापारियों ने ऐसा सबक सिखाया है कि वह अब भारत को नया ऑफर दे रहा है
महाराष्ट्र और कर्नाटक में गांवों की फसल खराब होने के कारण एक अक्टूबर से शुरू हो रहे शुगर सीजन 2019-20 में देशभर में चीनी के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले तकरीबन 20 फीसदी की गिरावट रहने का अनुमान है।
डाइटिशियन की माने तो चीनी आपकी हेल्थ, स्किन और बाल के लिए खतरनाक है और अगर हमेशा हेल्दी रहना है तो भूल से भी चीनी का ज्यादा सेवन न करें।
सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये सस्ती दरों पर 16.3 करोड़ अतिरिक्त परिवारों को एक किलो चीनी उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है।
अब तक कुल मिलाकर करीब 27 लाख टन चीनी निर्यात अनुबंध किया जा चुका है, जिसमें से 21.7 लाख टन चीनी मिलों से भेजी जा चुकी है।
पूरे दिन में आपको बार-बार चीनी खाने की इच्छा होती है तो ये आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है। कई रिसर्च और डॉक्टर भी मानते है कि चीनी आपकी हेल्थ के लिए खतरनाक है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर के इस्तेमाल से पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है, इससे भूख कम हो जाती है। कनाडा की एक यूनिवर्सिटी की रिसर्च के मुताबिक शुगर फ्री के इस्तेमाल से दिल की बीमारी का खतरा रहता है।
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