महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन छह लाख टन से बढ़कर 8.91 लाख टन हो गया। कर्नाटक में उत्पादन 5.66 लाख टन से बढ़कर 7.62 लाख टन पर पहुंच गया
चीनी व्यापार संघ के मुताबिक चीनी मिलों ने वर्ष 2021-22 के मार्केटिंग वर्ष में अब तक बिना सरकारी सब्सिडी के 18 लाख टन चीनी निर्यात करने का अनुबंध किया है।
इससे पहले जुलाई 2021 में इस्मा ने 3.1 करोड़ टन चीनी के उत्पादन का प्रारंभिक अनुमान दिया था। एक अक्टूबर तक देश में 82.9 लाख टन चीनी का शुरुआती स्टॉक मौजूद है।
दिवाली के अवसर पर सरकार 10 किलो चावल और 2 किलो चीनी वितरित करेगी। इस फैसले का आज ऐलान किया गया है। इसका लाभ परिवार कार्ड धारकों को दिया जाएगा।
ऐस्ता ने कहा कि विपणन वर्ष 2020-21 (अक्टूबर से सितंबर) में कुल निर्यात में से, 70.6 लाख टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है, जबकि लगभग 1,66,335 टन चीनी की लदान की जा रही है।
फिलहाल बंदरगाहों पर 2 लाख टन से ज्यादा चीनी निर्यात के लिये रखी है, ऐसे में अनुमान है कि मौजूदा शुगर सीजन में कुल एक्सपोर्ट 70 लाख टन को पार कर जायेगा।
मोदी सरकार ने आज गन्ना किसानों के लिये बड़ा ऐलान किया है। कैबिनेट ने आज गन्ने के लिये FRP बढ़ाकर 290 रुपए प्रति क्विंटल करने को मंजूरी दे दी।
भुना हुआ लहसुन बहुत काम की चीज है। ये मौसमी बीमारियों को आपके पास नहीं फटकने देगा। साथ ही शुगर लेवल को कंट्रोल में भी रखेगा।
जहां मधुमेह को गंभीर कोविड परिणामों के लिए एक जोखिम कारक के रूप में जाना जाता है, वहीं शोधकर्ता अब कोविड-19 के साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों में हाइपरग्लाइसेमिया पनपने का अंदेशा जता रहे हैं, जिसमें रक्त शर्करा का उच्च स्तर महीनों बाद तक बना रहता है।
इस्मा के मुताबिक 2020-21 शुगर सीजन में अब तक करीब 307 लाख टन चीन का उत्पादन हो चुका है। वहीं सितंबर 2021 तक विशेष सत्र में 2 लाख टन चीनी का और उत्पादन संभव है।
चीनी मिलों ने सितंबर में समाप्त होने वाले चालू 2020-21 विपणन वर्ष में अब तक 47.5 लाख टन चीनी का निर्यात किया है, जिसमें सर्वाधिक निर्यात इंडोनेशिया को किया गया है।
इस्मा ने कहा कि चीनी की मांग मार्केटिंग वर्ष 2020-21 में 260 लाख टन को पार कर सकती है, जबकि पिछले वर्ष यह मांग 253 लाख टन रही थी।
उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 110.16 लाख टन और महाराष्ट्र में 106.28 लाख टन रहा है। महाराष्ट्र में क्रशिंग सीजन खत्म हो गया है।
30 अप्रैल 2021 तक देश भर में 106 चीनी मिलें क्रशिंग कार्य कर रहीं थीं। वहीं पिछले साल इस समयसीमा तक 112 चीनी मिलें चीनी का उत्पादन कर रही थीं।
भारत से चीनी और कपास के आयात की अनुमति देने के पाकिस्तान ईसीसी के फैसले को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रोक दिया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को लेकर फिर बड़ा बयान दिया है। इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान मौजूदा परिस्थियों में भारत के साथ किसी भी व्यापार को आगे नहीं बढ़ा सकता है।
पाकिस्तान ने पांच अगस्त, 2019 में कश्मीर को लेकर तनाव बढ़ने के मद्देनजर पड़ोसी देश से अपने आयात पर पाबंदी लगा दी थी।
पाकिस्तान ने 19 माह बाद भारत के साथ शुरू किया फिर व्यापार, आयात करेगा चीनी और कपास
पाकिस्तान ने बीते 8 महीने में 33 लाख टन गेहूं का आयात किया है, जिसका बिल 91 करोड़ डॉलर है। खास बात ये ही कि बीते साल की इसी अवधि में गेहूं का कोई आयात नहीं किया गया था। वहीं चीनी के आयात में बीते साल के मुकाबले 6000 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त रही है।
उद्योग संगठनों से मिली जानकारी के अनुसार, 39 लाख टन निर्यात के जो सौदे हुए हैं उसमें से 18.5 लाख टन चीनी मिलों के गोदामों से उठ चुकी है और 12.5 लाख टन देश के बाहर भी जा चुकी है। भारत ने इंडोनेशिया, श्रीलंका, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, यूएई के अलावा अफ्रीका के कई देशों को चीनी निर्यात किया है।
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