हिंसा से प्रभावित सूडान से लोगों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया के बीच सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर के कहा कि ‘उसने सूडान से अपने और मित्र देशों के कुछ नागरिकों को बाहर निकाला है। इनमें कई राजनयिक भी शामिल हैं।
इस हाई लेवल मीटिंग में विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई प्रमुख लोग मौजूद रहे। इससे पहले गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सूडान के लगातार बिगड़ते हालात पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की थी।
सैन्य संघर्ष के बीच शुक्रवार 21 अप्रैल से मानवीय आधार पर 72 घंटे के सीजफायर का ऐलान कर दिया गया है। ये फैसला ईद के वजह से लिया गया।
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोरियो गुटेरस से मुलाकात की। इस दौरान सूडान में फंसे भारतीयों को लेकर चर्चा की। मुलाकात में रूस यूक्रेन संघर्ष के ताजा घटनाक्रम पर भी विमर्श हुआ।
सूडान में सेना के दोनों पक्षों में जोरदार संघर्ष के बीच गोलीबारी और हवाई हमलों से राजधानी खार्तूम और नील नदी के समीप बसा आमडुरमैन शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। बताया जा रहा है कि देश में किसी ऐसी जगह पर 31 भारतीय नागरिकों के फंसे होने की खबर है, जिसकी जानकारी नहीं है।
ब्लिकंन ने बताया कि सोमवार को दूतावास की गाड़ियों के काफिले पर हमला किया गया और शुरुआती खबरों से हमलावरों के सूडान की सेना के अर्द्धसैन्य बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज से जुड़े होने का पता चला है।
सूडान में लगातार तीसरे दिन भी सेना और एक शक्तिशाली अर्द्धसैनिक बल के बीच संघर्ष जारी रहा। देश की राजधानी खार्तूम और इसके निकटवर्ती शहर ओमडर्मन में हवाई हमले और गोलाबारी तेज हो गई है।
चिकित्सकों के संगठन का कहना है कि इस संघर्ष में अब तक 100 लोगों की मौत हुई है। वहीं, एक अन्य आकलन के मुताबिक़ घायलों की संख्या 1 हजार से पार हो गई और 1100 के करीब पहुंच गई है।
सूडान की राजधानी खार्तूम और अन्य इलाकों में सेना और अर्द्धसैनिक बल के बीच संघर्ष बेहद खतरनाक स्थिति पहुंच गया है। इसमें एक भारतीय समेत कम से कम 56 लोगों की मौत हो गई है। डॉक्टरों के एक संगठन ने रविवार को बताया कि हिंसा में कम से कम 595 लोग जख्मी हुए हैं।
आपको बता दें कि सूडान की सेना और अर्द्धसैनिक बलों में तनाव के बीच शनिवार सुबह राजधानी खार्तूम में लगातार गोलीबारी होने की आवाज सुनी गई। राजधानी के मध्य क्षेत्रों के अलावा पड़ोसी शहर बहरी में भी गोलीबारी सुनाई दीं। ‘रैपिड सपोर्ट फोर्स’ (आरएसएफ) के रूप में पहचाने जाने वाले अर्धसैनिक बल और सेना के बीच तनाव है।
मंदिर के कुछ पत्थरों को आकृतियों और चित्रलिपि शिलालेखों से सजाया गया था। आइकनोग्राफी और स्क्रिप्ट के विश्लेषण से पता चलता है कि वे पहली सहस्राब्दी ईसा पूर्व की शुरुआती संरचना का हिस्सा थे।
Viral video of South Sudan President: राष्ट्रगान के वक्त अगर किसी देश के राष्ट्रपति को पैंट में पेशाब हो जाए तो कार्यक्रम का क्या होगा, लोगों की प्रतिक्रिया क्या होगी और सोशल मीडिया में किस तरह का मजाक बनेगा?...इन सभी सवालों के जवाब से आप वाकिफ होंगे।
सूडान के इस इलाके में कर्फ्यू लगा हुआ है और पूरा एरिया छावनी में तब्दील हो चुका है, इसके बावजूद गोलीबारी थम नहीं रही है।
Sudan News: सूडान की सरकारी ‘सुना’ समाचार एजेंसी के मुताबिक, अब्दुल रहीम ने कहा कि इस साल अब तक कम से कम 25 लोग घायल हुए हैं।
जब इस देश में अक्टूबर 2021 में तख्तापलट हुआ था, तब स्थिति बेहद खराब हो गई थी। संयुक्त राष्ट्र की तरफ से कहा गया कि सूडान के अधिकारी मामले को नियंत्रित करने में विफल रहे हैं और इसी वजह से कानून एवं व्यवस्था को बहाल करना मुश्किल है।
Sudan: देश में पिछले वर्ष एक अक्टूबर को हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से देश में जारी उथल-पुथल के मद्देनजर रक्तपात की यह नवीनतम घटना है।
सूडान की सेना द्वारा हिरासत में लिए गए लोकतंत्र समर्थकों में इस्माइल अल-ताज, सादिक अल-सादिक अल-महदीक और खालिद अल-सिलायक शामिल हैं।
सूडान के लिए संयुक्त राष्ट्र के मिशन ने देश में तख्तापलट की आशंका और इस उत्तरपूर्वी अफ्रीकी देश के लोकतंत्र को कमतर करने की कोशिशों की निंदा की है। सुबह तक सूचना मंत्रालय ने ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारियों को भी हिरासत में लिया गया है।
सूडान के वेस्ट दारफूर प्रांत में अरब लोगों और गैर-अरब लोगों के बीच जातीय हिंसा में मरने वालों की संख्या कम से कम 83 हो गई।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बयान जारी कर जुबा शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे लोकतांत्रिक बदलाव होगा।
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