विदेश में पढ़ाई करने का मन है तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है। जहां एक ओर कनाडा, आस्ट्रेलिया जैसे देशों ने अपने वीजा और इमीग्रेशन पॉलिसी में बदलाव कर छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी का दरवाजा दूर किया हैं तो वहीं, न्यूजीलैंड ने स्टडी वर्क वीजा के नियम बदलकर छात्रों को आमंत्रित किया है।
विदेश पढ़ने गए एक छात्र ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की और जिसमें उसने बताया कि वहां उसे बर्तन खुद धोने पड़ते हैं। जिस पर लोगों ने उसे ट्रोल करना शुरू कर दिया।
कनाडा की टॉप यूनिवर्सिटीज विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम पेश करती हैं जो दुनिया भर से बड़ी संख्या में छात्रों को आकर्षित करते हैं। ये विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय अपने उच्च शैक्षणिक मानकों, नवीन अनुसंधान और अपने छात्रों के लिए उत्कृष्ट समर्थन के लिए प्रसिद्ध हैं।
देश के बाहर यूके के किसी बढ़िया यूनिवर्सिटी में पढ़ना चाहते हैं तो ये खबर आपके काम की है। ब्रिटिश सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए वीजा ऑफर किया है। यहां जानें कैसे करना है अप्लाई?
यूक्रेन युद्ध के दौरान फरवरी 2022 में यूक्रेन छोड़कर अपने देश लौटे भारतीय छात्रों के लिए सबसे बड़ी खबर है। यूक्रेन ने सभी भारतीय छात्रों को अपने देश से ही परीक्षा दे सकने की अनुमति दे दी है। यानी सभी छात्र भारत में रहकर ही परीक्षा दे सकेंगे और डिग्री हासिल कर सकेंगे।
दुनिया की 99 फीसदी आबादी एक बड़े खतरे की चपेट में है। यह खुलासा लैंसेट प्लैनेट हेल्थ में सोमवार को जारी एक नए अध्ययन को आधार बनाकर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग हर कोई यानि वैश्विक आबादी के 99 प्रतिशत लोग छोटे और हानिकारक वायु प्रदूषकों के अस्वास्थ्यकर स्तर के संपर्क में है, जिसे पीएम 2.5 के रूप में जाना जाता है।
अमेरिका में जाकर पढ़ना चाहते हैं तो ये खबर आपके काम की है। अमेरिका ने अपनी स्टूडेंट वीजा पॉलिसी में बदलाव किया है। इस बदलाव के कारण भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका में पढ़ाई करने की राह आसान हो गई है।
Study in Abroad- विदेश में पढ़ना चाहते हैं? केंद्र सरकार की ये योजना आपका ये सपना पूरा कर सकती है। यहां जानिए इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको क्या करना होगा..
दुनिया में कुछ देश ऐसे जो खूबसूरत भी हैं। साथ ही उनके देश में क्वालिटी एजुकेशन मिलती है। ऐसे कई देश हैं जो अपने देश एजुकेशन फ्री प्रोवाइड करवा रहे हैं। आइए इन देशों के बारें में यहां जानते हैं।
भारतीय युवाओं में विदेश जाकर पढ़ाई करने का क्रेज बढ़ता जा रहा है। अच्छी जॉब और करियर के लिए युवा इन यूनिवर्सिटी की तरफ रूख कर रहे हैं। हालांकि दूसरे देशों के यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने से पहले कई चीजों की जांच पड़ताल कर लेना जरूरी होता है। इससे बाद में पछताना नहीं पड़ता है।
US में अंडरग्रैजुएट स्कूलों में एडमिशन के लिए SAT टेस्ट देना होता है। हर साल सैकड़ों छात्रों ये टेस्ट देते हैं। ये टेस्ट हर साल होता है। ये टेस्ट हर साल आम तौर पर मई, जून, अगस्त, अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर और मार्च के महीने में ही होता है।
विदेश में पढ़ाई करने के लिए पहले आपको कुछ एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे। इनमें GRI, GMAT, SAT, MCAT, और LST है। इनमें से हर परीक्षा अलग-अलग देशों में पढ़ने के लिए आपको एलिजिबल बनाएगा। यानि आप जिस भी देश में पढ़ने का ख्वाब देख रहे हैं, उसके हिसाब से एक परीक्षा को चुनिए और उसकी तैयारी कीजिए।
संपादक की पसंद